चक्रवाती तूफान बिपरजॉय से प्रभावित गुजरात के 1600 गांवों में बिजली दोबारा शुरू की गई, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने दी जानकारी
By शिवेन्द्र कुमार राय | Published: June 17, 2023 08:04 PM2023-06-17T20:04:18+5:302023-06-17T20:06:00+5:30
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि 1 लाख से ज्यादा मछुवारों को समय से किनारे पर लेकर उनकी जान बचाने का काम भारत सरकार और गुजरात सरकार की एजेंसियों ने किया है। इस आपदा में केवल 47 लोग घायल हुए हैं और उनमें से भी कोई इस प्रकार से चोटिल नहीं है कि उसे गंभीरता की श्रेणी में रखा जाए।
अहमदाबाद: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने चक्रवाती तूफान बिपरजॉय से गृहराज्य गुजरात में हुई तबाही का जायजा लिया। मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल के साथ अमित शाह ने हवाई सर्वेक्षण किया और राहत और बचाव कार्य में लगे एनडीआरएफ और एसडीआरएफ के जवानों से मुलाकात भी की। इसके बाद अमित शाह ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की और पूरा विवरण दिया।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा, "3400 गांवों में बिजली बंद की गई थी जिसमें से 1600 गांवों में बिजली दोबारा शुरू कर दी गई है। मुझे प्रशासन ने बताया है कि 20 तारीख की शाम तक सभी गांवों में बिजली आपूर्ति शुरू कर दी जाएगी। 1206 गर्भवती महिलाओं को सुरक्षित अस्पताल में पहुंचाया गया, मैं मिल कर आया हूं... सभी गर्भवती बहनों ने इंतजामों पर संतोष व्यक्त किया है।"
3400 गांवों में बिजली बंद की गई थी जिसमें से 1600 गांवों में बिजली दोबारा शुरू कर दी गई है। मुझे प्रशासन ने बताया है कि 20 तारीख की शाम तक सभी गांवों में बिजली आपूर्ति शुरू कर दी जाएगी।
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1206 गर्भवती महिलाओं को सुरक्षित अस्पताल में पहुंचाया गया, मैं मिल कर आया हूं... सभी गर्भवती… pic.twitter.com/xjxTcWDeak
उन्होंने आगे कहा, "1 लाख से ज्यादा मछुवारों को समय से किनारे पर लेकर उनकी जान बचाने का काम भारत सरकार और गुजरात सरकार की एजेंसियों ने किया है। NDRF की 19, SDRF की 13 टीमों और दो रिजर्व बटालियनों ने अपनी जान जोखिम में डाल कर काम किया है। सेना, नौसेना, वायुसेना, तटरक्षक बल, BSF, राज्य पुलिस और स्टेट रिजर्व पुलिस ने NDRF और SDRF के साथ कंधे से कंधा मिला कर काम किया है। संचार व्यवस्थाएं करीब करीब री-स्टोर की जा चुकी हैं ऐसा संतोष के साथ कहा जा सकता है।"
अमित शाह ने बताया, "इस आपदा में केवल 47 लोग घायल हुए हैं और उनमें से भी कोई इस प्रकार से चोटिल नहीं है कि उसे गंभीरता की श्रेणी में रखा जाए। 234 पशुओं की मृत्यु इस आपदा में हुई है। इतनी बड़ी कोस्टलाइन में, इतने कम नुकसान के साथ बाहर निकलने के लिए गुजरात सरकार अभिनन्दन की अधिकारी है।"
बता दें कि बिपरजॉय तूफान कच्छ के तट से 15 जून की रात को टकराया था। इसके 36 घंटे बाद भी सौराष्ट्र-कच्छ समेत उत्तर गुजरात के कई शहरों में बारिश जारी है। तूफान से पाटण में बने गुजरात के सबसे बड़े सोलर प्लांट को भारी नुकसान पहुंचा है। तेज हवाओं से चारणका प्लांट में सोलर पैनल झुक गए हैं और इलाके में पानी भर गया है।
चक्रवाती तूफान बिपरजॉय राजस्थान में भी कहर बरपाने लगा है। बाड़मेर, माउंट आबू, सिरोही, उदयपुर, जालोर, जोधपुर और नागौर में मूसलाधार बारिश हो रही है। बाड़मेर में बाढ़ के हालात बन गए हैं। यहां NDRF की टीम बुलाई गई है।