उद्धव गुट की शिवसेना को मिला नया नाम और निशान, शिंदे गुट को भी चुनाव आयोग ने आवंटित किया नाम
By रुस्तम राणा | Published: October 10, 2022 07:56 PM2022-10-10T19:56:48+5:302022-10-10T20:32:57+5:30
ठाकरे खेमे की शिवसेना को आयोग ने शिवसेना 'उद्धव बालासाहेब ठाकरे' नाम दिया है तो वहीं चुनाव चिन्ह 'मशाल' दिया गया है। वहीं शिंदे गुट की शिवसेना को आयोग द्वारा 'बालासाहेबची शिवसेना' नाम दिया गया है।
मुंबई: निर्वाचन आयोग ने शिवसेना के दो फाड़ कर दिए हैं। आयोग ने दोनों गुटों को नए नाम भी दिए हैं। साथ ही उद्धव गुट की शिवसेना को चुनाव चिन्ह भी जारी कर दिया गया है। ठाकरे खेमे की शिवसेना को आयोग ने शिवसेना 'उद्धव बालासाहेब ठाकरे' नाम दिया है तो वहीं चुनाव चिन्ह 'मशाल' दिया गया है। वहीं शिंदे गुट की शिवसेना को आयोग द्वारा 'बालासाहेबची शिवसेना' नाम मिला है। हालांकि शिंदे गुट को ईसी के द्वारा अभी तक चुनाव चिन्ह अभी तक नहीं मिला है। आयोग ने 'त्रिशूल', 'उगता सूरज' और 'गदा' को प्रतीकों के रूप में आवंटित करने से इनकार किया है क्योंकि वे " मुक्त प्रतीकों की सूची में नहीं हैं।
चुनाव आयोग ने सोमवार को शिवसेना विवाद पर अपने आदेश में धार्मिक लहजे वाले किसी भी चुनाव चिन्ह को अनुमति नहीं दी। मतदान निकाय ने कहा कि उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाला गुट अंतरिम में जलती हुई मशाल ('मशाल') का उपयोग कर सकता है, जबकि एकनाथ शिंदे-समूह के गुट को मंगलवार सुबह 10 बजे तक तीन विकल्प प्रस्तुत करने के लिए कहा गया था।
इसके तुरंत बाद, ठाकरे के नेतृत्व वाले समूह ने कहा कि वह चुनाव आयोग के फैसले को एक बड़ी जीत मानता है। ठाकरे के वफादार भास्कर जाधव ने कहा, "हम खुश हैं, इसे एक बड़ी जीत मानें।" महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री ने कहा, "हमें खुशी है कि तीन नाम जो हमारे लिए सबसे ज्यादा मायने रखते हैं - उद्धव जी, बालासाहेब और ठाकरे - को नए नाम में रखा गया है।" चुनाव आयोग का यह आदेश दोनों खेमों द्वारा चुनाव चिन्ह के लिए अपने विकल्प आयोग को सौंपे जाने के बाद आया है।
EC writes to Shinde faction & Thackeray faction; allots the name 'Balasahebanchi ShivSena' to Shinde faction &'ShivSena (Uddhav Balasaheb Thackeray) to Thackeray faction, declines to allot 'Trishul', 'Rising Sun' & 'Gada' as symbols as they are "not in the list of free symbols" pic.twitter.com/1oz0YMSYQk
— ANI (@ANI) October 10, 2022
जहां ठाकरे के नेतृत्व वाले गुट ने मतदान निकाय से तीन प्रतीकों में 'त्रिशूल', 'जलती हुई मशाल' और 'उगता सूरज', एक को अंतिम रूप देने का आग्रह किया था तो वहीं शिंदे के नेतृत्व वाले शिविर ने 'उगता सूरज', 'त्रिशूल' और 'गदा' चुनाव निशान की मांग की थी। अपने आदेश में, चुनाव आयोग ने पिछले हफ्ते अंधेरी पूर्व विधानसभा उपचुनाव में दोनों गुटों को पार्टी के नाम और उसके धनुष और तीर चिह्न चुनाव चिन्ह का उपयोग करने से रोक दिया था।