"पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी को मतदान के आखिरी चरण में रखकर चुनाव आयोग ने अपनी गरिमा खो दी है", शिवसेना (यूबीटी) का आयोग पर हमला

By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: March 17, 2024 09:41 AM2024-03-17T09:41:46+5:302024-03-17T09:47:23+5:30

लोकसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान होने के बाद राजनीतिक दलों में सियासी सरगर्मी तेजी से बढ़ गई है। राजनीतिक दल एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगाने के साथ चुनाव आयोग पर भी हमला करने लगे हैं।

"Election Commission has lost its dignity by keeping PM Modi's parliamentary constituency Varanasi in the last phase of voting", Shiv Sena (UBT) attacks the Commission | "पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी को मतदान के आखिरी चरण में रखकर चुनाव आयोग ने अपनी गरिमा खो दी है", शिवसेना (यूबीटी) का आयोग पर हमला

फाइल फोटो

Highlightsलोकसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान होने के बाद राजनीतिक दलों में सियासी सरगर्मी बढ़ गई हैराजनीतिक दल एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगाने के साथ चुनाव आयोग पर भी हमला करने लगे हैंशिवसेना (यूबीटी) ने पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र में आखिरी चरण में मतदान कराने के लिए आयोग को घेरा है

मुंबई: लोकसभा कार्यक्रम की घोषणा के साथ देश में आदर्श आचार संहिता (एमसीसी) लागू हो गई। इसके बाद से राजनीतिक दलों में चुनावों को लेकर सरगर्मी तेजी से बढ़ गई है और राजनीतिक दल एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगाने के साथ चुनाव आयोग पर भी हमला करने लगे हैं।

जी हां, शिवसेना (यूबीटी) ने चुनाव आयोग द्वारा घोषित किये गये चुनावी कार्यक्रम पर हमला करते हुए उद्धव ठाकरे की पार्टी के प्रवक्ता आनंद दुबे ने सवालिया लहजे में पूछा कि चुनाव आयोग ने प्रधानमंत्री का संसदीय क्षेत्र वाराणसी मे आखिरी चरण में मतदान कराने का फैसला क्यों किया है।

समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार उन्होंने कहा, "चुनाव 1 जून तक चलेंगे और परिणाम 4 जून को घोषित किए जाएंगे। आज से दिन गिनें, इससे लगभग 2.5 महीने हो जाएंगे। चुनाव आयोग प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र वाराणसी को वोट के लिए इतना अतिरिक्त समय देकर क्या बंद दरवाजों के पीछे किस तरह की मदद करने की कोशिश कर रहा है?"

उन्होंने आयोग पर हमला की धार तेज करते हुए आगे कहा, "हम चुनाव आयोग का उसी तरह सम्मान करते हैं जैसे हम सुप्रीम कोर्ट का सम्मान करते हैं क्योंकि चुनाव आयोग एक स्वतंत्र संगठन है, लेकिन कहीं न कहीं इसने अपनी गरिमा खो दी है, लेकिन हम फिर भी चुनाव लड़ेंगे। उन्होंने प्रधानमंत्री का निर्वाचन क्षेत्र वाराणसी अंतिम चरण में चुनाव कराने का फैसला क्यों किया है? क्या इसलिए कि प्रधानमंत्री मोदी पूरे देश में चुनाव प्रचार करने के बाद आखिर में वाराणसी पहुंचेंगे।''

मालूम हो कि इससे पहले चुनाव आयोग द्वारा लोकसभा और चार राज्यों की विधानसभाओं के लिए चुनाव की तारीखों की घोषणा के बाद शनिवार को आदर्श आचार संहिता लागू हो गई। मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने सभी राजनीतिक दलों और उनके नेताओं से चुनाव आचार संहिता का पालन करने की सख्त चेतावनी दी।

543 लोकसभा सीटों के लिए आम चुनाव 19 अप्रैल से सात चरणों में होंगे और मतगणना 4 जून को होगी। आंध्र प्रदेश, अरुणाचल प्रदेश, ओडिशा और सिक्किम की राज्य विधानसभाओं के चुनाव भी इसी अवधि में होंगे। मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने शनिवार को कहा कि 19 अप्रैल से 7 चरणों में मतदान होगा।

19 अप्रैल को होने वाले पहले चरण में कुल 102 निर्वाचन क्षेत्रों में मतदान होगा। लोकसभा चुनाव का दूसरा चरण 26 अप्रैल को होगा जिसमें 89 निर्वाचन क्षेत्रों में मतदान होगा। लोकसभा चुनाव का तीसरा चरण 7 मई को होगा। इस चरण में कुल 94 सीटों पर मतदान होगा।

चौथे चरण में 13 मई को 96 लोकसभा सीटों पर मतदान होगा। पांचवें चरण में 49 लोकसभा सीटों पर 20 मई को मतदान होगा। छठे चरण में 25 मई को मतदान होगा जिसमें 57 सीटों पर मतदान होगा। लोकसभा चुनाव का सातवां और अंतिम चरण 1 जून को होगा जिसमें 57 सीटों पर मतदान होगा।

मुख्य चुनाव आयुक्त (सीईसी) राजीव कुमार ने कहा कि 2024 के लोकसभा चुनाव में कुल 96.8 करोड़ मतदाता वोट डालने के पात्र होंगे।

Web Title: "Election Commission has lost its dignity by keeping PM Modi's parliamentary constituency Varanasi in the last phase of voting", Shiv Sena (UBT) attacks the Commission

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