बिहार के शिक्षा मंत्री प्रो. चंद्रशेखर ने रामचरितमानस को बताया पोटैशियम सायनाइड, गरमायी सियासत
By एस पी सिन्हा | Published: September 15, 2023 03:58 PM2023-09-15T15:58:00+5:302023-09-15T15:58:00+5:30
चंद्रशेखर द्वारा रामचरित मानस को पोटैशियम सायनाइड बताने के बाद भाजपा ने जोरदार हमला बोलते हुए उन्हें एक मेंटल केस बताते हुए उनकी मानसिकता पशुओं के समान करार दिया है।
पटना: बिहार के शिक्षा मंत्री प्रो. चंद्रशेखर विवादित बयान देकर हमेशा सुर्खियों में बने रहते हैं। एक विवाद की आग अभी ठंडी भी नहीं हो पाती है कि दूसरा विवादित बयान देकर नए विवाद को जन्म दे देते हैं। शिक्षा मंत्री ने रामचरितमानस को लेकर एक बार फिर से विवादित बयान देकर राज्य की सियासत को गरमा दिया है। चंद्रशेखर द्वारा रामचरित मानस को पोटैशियम सायनाइड बताने के बाद भाजपा ने जोरदार हमला बोलते हुए उन्हें एक मेंटल केस बताते हुए उनकी मानसिकता पशुओं के समान करार दिया है।
वहीं, शिक्षा मंत्री के बयान पर पर इंडिया गठबंधन के अंदर ही एक राय नहीं है। कांग्रेस ने तो प्रो. चंद्रशेखर को नसीहत दे दी है। जबकि जदयू ने उन्हें मानसिक रूप से विक्षिप्त बताते हुए कहा कि वो करैत सांप हैं। हालांकि, शिक्षा मंत्री के साथ उनकी पार्टी राजद खड़ी हो गई है और उनके बयान का समर्थन किया है।
नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा ने कहा है कि बिहार के शिक्षा मंत्री अराजकता का माहौल बनाए हुए हैं। राजद नेता और मंत्री सुनियोजित तरीके से इस तरह के बयान दे रहे हैं। तेजस्वी यादव और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार इनकी जमकर प्रशंसा करते हैं। ये लोग इस तरह की भाषा बोल रहे हैं, जिससे लगता है कि इनकी मानसिक स्थिति ठीक नहीं है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की चुप्पी से इनको और बढ़ावा मिलता है।
जबकि कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता राजेश राठौर ने कहा है कि मैं आग्रह करूंगा कि शिक्षा मंत्री रामचरित मानस, बाइबिल, कुरान से ज्यादा समय शिक्षा पर दें। इससे ज्यादा लाभ बच्चों को मिलेगा। धर्मग्रंथों के बारे में सभी को पता है कि वह नफरत नहीं सिखाता। उसको आत्मसात करेंगे तो समाज और राष्ट्र का बेहतर निर्माण होगा।
वहीं, जदयू विधायक संजीव कुमार ने कहा कि शिक्षा मंत्री करैत सांप हैं। ये नहीं सुधरें तब जनता चुनाव में इन्हें सुधार देगी। शिक्षा मंत्री मानसिक रूप से विक्षिप्त हैं। इन्हें बिहार की जनता सीरियसली नहीं लेती। वह बिहार की जनता को बदनाम कर रहे हैं। समाज में विष घोलने का काम कर रहे हैं।
इस बीच राजद के राष्ट्रीय महासचिव शिवानंद तिवारी ने कहा है कि प्रो. चंद्रशेखर ठीक कह रहे हैं। रामचरितमानस में कई बातें गलत हैं। कई विद्वानों ने इसके लिए तुलसीदास की आलोचना की है। ज्ञान की बजाय जाति के आधार पर तुलसीदास ने आदमी को महत्व दिया है।
उन्होंने कहा कि आज प्राथमिकता क्या होनी चाहिए, यह जरूर देखा जाना चाहिए। अभी जिस तरह से दिल्ली की नरेंद्र मोदी की सरकार संविधान की अवहेलना कर रही है कि उसका नतीजा हम लोग देख रहे हैं। उन्होंने कहा कि चंद्रशेखर सनातन का ही सवाल उठा रहे हैं।