उप्र में पहले दंगे होते थे, अब त्योहार शांतिपूर्वक मनाये जाते हैं: योगी आदित्यनाथ

By भाषा | Updated: November 9, 2021 19:05 IST2021-11-09T19:05:35+5:302021-11-09T19:05:35+5:30

Earlier there used to be riots in UP, now festivals are celebrated peacefully: Yogi Adityanath | उप्र में पहले दंगे होते थे, अब त्योहार शांतिपूर्वक मनाये जाते हैं: योगी आदित्यनाथ

उप्र में पहले दंगे होते थे, अब त्योहार शांतिपूर्वक मनाये जाते हैं: योगी आदित्यनाथ

बदायूं/ शाहजहांपुर (उप्र), नौ नवंबर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को बदायूं और शाहजहांपुर में करोड़ों रुपये लागत की योजनाओं का लोकार्पण/शिलान्यास किया और आरोप लगाया कि राज्य की पूर्ववर्ती समाजवादी पार्टी सरकार में दंगे होते थे और आतंकवादियों के मुकदमे वापस होते थे लेकिन अब सभी त्यौहार एवं पर्व शांतिपूर्वक मनाये जाते हैं।

योगी मंगलवार को बदायूं और शाहजहांपुर जिलों के दौरे पर थे।

योगी आदित्यनाथ ने अपने संबोधन में कहा कि बदायूं प्राचीन काल में वेदमऊ के नाम से जाना जाता था और यह वेदों के अध्ययन का केंद्र था। योगी ने कहा कि यह भी कहा जाता है कि महाराज भगीरथ ने यहां ध्यान किया था जिनके प्रयास से गंगा नदी को धरती पर आयी थी।

उन्होंने कहा, ‘‘अयोध्या हमारी पहचान है, जिस अयोध्या में लोग जाने से घबराते थे आज वहां मनाये गये दीपावली के त्योहार ने देश और दुनिया को अपनी ओर आकर्षित किया है।’’

मुख्यमंत्री ने मंगलवार को बदायूं में विकास योजनाओं के लोकार्पण एवं शिलान्यास कार्यक्रम में कहा, ‘‘सरकारों की सोच होती है, याद करिये समाजवादी पार्टी की सरकार 2012 में आयी थी, तो उसने पहला काम क्या किया था? सबसे पहले कोसीकलां का दंगा हुआ था, बरेली का दंगा, मुजफ्फरनगर में दंगा, लखनऊ में दंगा, कानपुर में दंगा। कोई जनपद ऐसा नहीं था जहां दंगे नहीं हुये हों।’’

उन्होंने दावा किया कि समाजवादी पार्टी ने सत्ता में आने के बाद गरीबों, महिलाओं, नौजवानों, किसानों के लिये कुछ नहीं किया बल्कि सरकार में आते ही श्री राम जन्मभूमि पर आतंकी हमला करने वाले आतंकवादियों के मुकदमों को वापस लेने का काम किया। उन्होंने कहा, ‘‘पिछली सरकारें आतंकवादियों के मुकदमे वापस लेती थीं, दंगाइयों को मुख्यमंत्री आवास बुलाकर सम्मानित किया जाता था लेकिन हमारी सरकार में आतंकवादियों को उनके लोक में पहुंचाने का कार्य होता है।’’

उन्होंने कहा, ‘‘2017 के पहले उत्तर प्रदेश की स्थिति क्या थी, बदहाल कानून व्यवस्था, हर तीसरे दिन दंगे, कोई पर्व या त्योहार शांतिपूर्वक तरीके से संपन्न नहीं हो सकता था। अराजकता चरम पर थी और पूरे प्रदेश के अंदर बेटियां और बहनें अपने आपको असुरक्षित महसूस करती थी, कोई व्यक्ति पूंजी निवेश करने को तैयार नहीं था। ऐसा इसलिए क्योंकि उसे मालूम था कि जब वह ही सुरक्षित नहीं तो उसकी पूंजी प्रदेश में कैसे सुरक्षित रह पायेगी।’’

योगी ने कहा कि पिछले साढ़े चार वर्षों में बदले उत्तर प्रदेश में सभी त्योहार शांतिपूर्वक और उल्लास से मनाये गये। उन्होंने कहा कि वहीं 2017 के पहले भले ही कोरोना वायरस नहीं था लेकिन जब पर्व और त्योहार आते थे तो कर्फ्यू के कारण हमारी आस्था पर कुठाराघात होता था। उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘यदि कोई उन दंगाइयों के खिलाफ आवाज उठाता तो झूठे मुकदमों में उसे फंसा कर प्रताड़ित किया जाता था, परेशान किया जाता था। लेकिन 2017 के बाद आपने देखा होगा राज्य में कोई दंगा नहीं हुआ, पर्व और त्योहार शांतिपूर्वक तरीके से मनाये जा रहे हैं। कोई बाधा नहीं है।’’

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार ने अपराध और अपराधियों के प्रति बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं करने की जिस नीति से कार्य करना आरंभ किया है, आज उसके परिणाम भी सामने आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि एक तरफ दंगा मुक्त प्रदेश, अपराध मुक्त प्रदेश के रूप में देश के सामने आया है, वहीं देश के अंदर सत्ता के संरक्षण में पलने वाले अपराधियों के खिलाफ कैसी कार्यवाही होनी चाहिये, उत्तर प्रदेश ने उसकी नजीर भी देश के सामने पेश की है।

आदित्यनाथ ने कहा कि माफिया की 1800 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त की गयी है और लगभग इतने ही करोड़ रुपये की अवैध संपत्ति जो जब्त नहीं हो सकती थी, उसको बुलडोजर लगाकर ध्वस्त करने का काम भी राज्य की सरकार ने ही किया है।

उन्होंने कहा कि सरकार 2017 में आयी तो सबसे पहला काम बहनों और बेटियों की सुरक्षा के लिए ‘एंटी रोमियों स्क्वाड’ का गठन करके हर जनपद में मिशन शक्ति का एक अभियान चलाया गया।

उन्होंने कहा, ‘‘अयोध्या हमारी पहचान है, जिस अयोध्या में लोग जाने से घबराते थे, कुछ लोग तो कहते थे कि राम हुये ही नहीं, कृष्ण हुये ही नहीं, इसमें संदेह करते थे, प्रश्न खड़े करते थे। अयोध्या में जब राम मंदिर की बात करते थे तो प्रश्न खड़े करते थे। उत्तर प्रदेश सरकार ने जब अयोध्या में दीपावली उत्सव का आयोजन किया तो पूरी दुनिया उसे देखा। अयोध्या की दीपावली ने पूरी दुनिया और देश को आकर्षित किया है।’’

उन्होंने आरोप लगाया कि पिछली सरकारें भ्रष्टाचार में लिप्त थीं और प्रदेश की जनता के सामने पहचान का संकट खड़ा हो गया था। उन्होंने कहा, ‘‘उनका एजेंडा मैं और मेरा परिवार तक सीमित था, इसी कारण उनके हर कार्य में मैं और मेरा अहंकार झलकता था। पिछले साढ़े चार सालों में आपने एक नये उत्तर प्रदेश की तस्वीर को बदलते हुये देखा है।’’

शाहजहांपुर में योगी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत को बदलते हुए आप लोगों ने देखा है, एक समय था जब सरकारें चुप रहती थी परंतु अब अगर कोई आंख दिखाता है तो उसकी आंख को हथेली पर रखने का साहस भारत दिखलाता है।

योगी आदित्यनाथ यहां जलालाबाद तथा शहर के खिरनी बाग में जनसभाओं को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि 2017 से पहले उत्तर प्रदेश में त्योहार शांतिपूर्वक नहीं होते थे दंगा होता था और कर्फ्यू लगता था परंतु भारत में भाजपा की सरकार में त्योहार शांतिपूर्वक मनाये जाते हैं। योगी ने कहा कि जनता के हौसले तथा आस्था की बदौलत ही यहां कोरोना वायरस पस्त पड़ गया है, परंतु मास्क लगाना अभी भी जरूरी है।

इससे पूर्व शहर की आवास विकास कॉलोनी में बिशन चंद सेठ की आदमकद प्रतिमा का अनावरण मुख्यमंत्री ने किया। योगी ने कहा कि इस धरती पर बिशन चंद सेठ जैसे महापुरुष हुए जिन्होंने सात दशक पूर्व हिंदुत्वनिष्ठ राजनीति की अलख जगाई।

जलालाबाद में मुख्यमंत्री योगी की सभा से पूर्व आशा कार्यकत्रियों द्वारा ज्ञापन देने की भनक लगते ही दर्जनों आशा कार्यकत्रियों को पुलिस ने जलालाबाद से उठाकर शहर के रोजा थाने भेज दिया।

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