योगी आदित्यनाथ सरकार के मंत्री का जबरदस्त 'ज्ञान', कहा- नेताओं का पढ़ा-लिखा होना जरूरी नहीं और डिग्री का कोई मतलब नहीं
By रामदीप मिश्रा | Published: January 29, 2020 01:45 PM2020-01-29T13:45:19+5:302020-01-29T13:45:19+5:30
जेल मंत्री जेके सिंह जैकी ने कहा, 'व्यापक तरीके से पढे़-लिखे लोग गलत माहौल पैदा करते हैं। नेता को पढ़ने-लिखने की कोई जरूरत नहीं है।'
उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार में जेल मंत्री जेके सिंह जैकी ने उस समय सुर्खियों में आ गए जब उन्होंने एक अजीबो गरीब बयान दिया। उन्होंने नेताओं का पढ़ा-लिखा होना जरूरी नहीं बताया है। इसके लिए उन्होंने जबरदस्त तर्क दिया है। मंत्री जैकी ने यह बयान बीते दिन मंगलवार (28 जनवरी) को सीतापुर में एक कार्यक्रम में दिया है।
समाचार एजेंसी एएनआई की रिपोर्ट के अनुसार, जेल मंत्री जेके सिंह जैकी ने कहा, 'व्यापक तरीके से पढे़-लिखे लोग गलत माहौल पैदा करते हैं। नेता को पढ़ने-लिखने की कोई जरूरत नहीं है। कोई पढ़ा-लिखा हो इसकी उसे (नेता) आवश्यकता ही नहीं है।'
आगे उन्होंने अपना उदाहरण देते हुए कहा, 'मैं एक मंत्री हूं। मेरे पास एक निजी सचिव होता है, स्टाफ होता है, विभाग होता है, विभागाध्यक्ष होता है। जेल मुझे थोड़ी न चलानी है। इसके लिए जेल अधीक्षक बैठे हैं, जेलर बैठे हैं। इन्हें जेल चलानी है। मुझे तो जेल में ये कहना है कि खाना अच्छा बनना चाहिए। जेल का प्रबंध अच्छा हो?
#WATCH Sitapur: UP Minister for Jail, JK Singh Jaiki says, "Neta koi padha likha ho, iski usko avashyakta nahi, main mantri hun mere paas niji sachiv hota hai, staff hota hai...jail mujhe thodi chalani hai, jail ke adhikshak baithe hain, jailor baithe hain,unhe chalani hai"(28.1) pic.twitter.com/DlXqCofAvI
— ANI UP (@ANINewsUP) January 29, 2020
उन्होंने तर्क देकर कहा, 'नेता विजनी होना चाहिए, नेताओं का पढ़ना और उसमें ज्ञान और उसकी डिग्री से कोई मतलब नहीं होना चाहिए। लीडर का मतलब विजनरी होना चाहिए।'