मोदी सरकार के मंत्री डीवी सदानंद गौड़ा ने कहा-जोड़ने वाली भाषा हिंदी लेकिन इससे क्षेत्रीय भाषाएं नहीं होंगी प्रभावित
By स्वाति सिंह | Published: September 16, 2019 04:01 PM2019-09-16T16:01:01+5:302019-09-16T16:01:01+5:30
डीवी सदानंद गौड़ा ने सोमवार को कहा कि हिंदी जोड़ने वाली भाषा है। इससे पहले शनिवार को गृहमंत्री अमित शाह ने कहा 'भारत विभिन्न भाषाओं का देश है और हर भाषा का अपना महत्व है परन्तु पूरे देश की एक भाषा होना अत्यंत आवश्यक है जो विश्व में भारत की पहचान बने।
मोदी सरकार के मंत्री डीवी सदानंद गौड़ा ने सोमवार को कहा कि हिंदी जोड़ने वाली भाषा है। समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक उन्होंने कहा 'हिंदी एक एकीकृत भाषा है, इसका मतलब यह नहीं है कि इससे देश की दूसरी क्षेत्रीय भाषाओं पर असर पड़ेगा। तीन भाषाओं का फार्मूला हम सभी ने स्वीकार किया है। यहां तक कि प्रधानमंत्री ने सदन में कहा कि सभी क्षेत्रीय भाषाओं का सम्मान किया जाएगा'
बता दें कि शनिवार को गृहमंत्री अमित शाह ने हिंदी दिवस को लेकर अपने आधिकारिक हैंडल से ट्वीट किया, ''भारत विभिन्न भाषाओं का देश है और हर भाषा का अपना महत्व है परन्तु पूरे देश की एक भाषा होना अत्यंत आवश्यक है जो विश्व में भारत की पहचान बने। आज देश को एकता की डोर में बाँधने का काम अगर कोई एक भाषा कर सकती है तो वो सर्वाधिक बोले जाने वाली हिंदी भाषा ही है।''
एक और ट्वीट में उन्होंने लिखा, ''आज हिंदी दिवस के अवसर पर मैं देश के सभी नागरिकों से अपील करता हूँ कि हम अपनी-अपनी मातृभाषा के प्रयोग को बढाएं और साथ में हिंदी भाषा का भी प्रयोग कर देश की एक भाषा के पूज्य बापू और लौह पुरूष सरदार पटेल के स्वप्प्न को साकार करने में योगदान दें। हिंदी दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं।'' इसके अलावा अमित शाह ने एक कार्यक्रम में कहा, ''हिंदी दिवस के मौके पर हमें आत्मनिरीक्षण करना चाहिए। इस दुनिया में कई देश हैं जिनकी भाषाएं विलुप्त हो गई हैं। जो देश अपनी भाषा छोड़ता है वह अपना अस्तित्व भी खो देता है। जो देश अपनी भाषा खो देता है, वह अपनी संस्कृति को संरक्षित नहीं कर सकता है।''
गृहमंत्री ने कहा, ''भाषाओं और बोलियों की विविधता हमारे देश की ताकत है लेकिन हमारे राष्ट्र के लिए एक भाषा होना जरूरी है, ताकि विदेशी भाषाओं को जगह न मिले। यही कारण है कि हमारे स्वतंत्रता सेनानियों ने हिंदी को 'राजभाषा' कहा।''