मुख्तार अब्बास नकवी ने मुस्लिम समाज से की अपील, कहा- 24 अप्रैल से शुरू हो रहे रमजान में घरों से ही करें इबादत
By सुमित राय | Published: April 13, 2020 01:59 PM2020-04-13T13:59:41+5:302020-04-13T14:02:24+5:30
मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि हमने प्रमुख इमामों, धार्मिक संगठनों के प्रतिनिधियों और देशभर के वक्फ बोर्ड से चर्चा की है और उनसे अपील की है कि वो लोगों में जागरुकता पैदा करें।
कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए देशभर में लॉकडाउन लागू है, लेकिन इसके बावजूद इस महामारी की चपेट में देश के 8 हजार से ज्यादा लोग आ चुके हैं। इस बीच बीच केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने मुस्लिम समाज से अपील की है कि 24 अप्रैल से शुरू हो रहे पवित्र रमजान के महीने में ईदगाहों में जाने से बचना चाहिए और घर से ही नमाज अदा करना चाहिए।
केंद्रीय अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा, "संभवतः 24 अप्रैल से रमजान का पवित्र महीना शुरू हो रहा है और रमजान के पवित्र महीने में लोग मस्जिदों के अलावा अन्य धार्मिक स्थलों पर इबादत करते हैं। इन जगहों पर रोजा इफ्तार के अलावा कई कार्यक्रम होते हैं, लेकिय अभी विपरित परिस्थितियां है और संकट के हालात हैं।"
उन्होंने आगे कहा, "पूरी दुनिया में सउदी अरब समेत सभी तमाम इस्लामिक देशों ने धार्मिक स्थलों पर भीड़भाड़ वाले कार्यक्रमों पर रोक लगाई है। आज हमने सभी धर्मगुरुओं, प्रमुख इमामों, धार्मिक संगठनों के प्रतिनिधियों और देशभर के वक्फ बोर्ड से चर्चा की है और उनसे अपील की है कि वो लोगों में जागरुकता पैदा करें। वो लोगों से अपील करें कि रमजान के पवित्र महीने में इबादत और इफ्तार अपने घरों पर करें। किसी भी जगह भीड़भाड़ करने से बचें।"
#WATCH During the holy month of Ramzan, starting from 24th April, Muslims should offer prayers at their homes & refrain from going to mosques & 'eidgahs' in view of #CornavirusPandemic: Mukhtar Abbas Naqvi, Union Minister of Minority Affairs pic.twitter.com/cezizHS4np
— ANI (@ANI) April 13, 2020
स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार देशभर में अब तक 9152 लोग कोरोना वायरस की चपेट में आ चुके हैं, जिसमें से 308 लोगों ने अपनी जान गंवा दी है और 856 लोग ठीक भी हो चुके हैं। दुनियाभर में कोरोना से संक्रमित लोगों की संख्या 18.5 लाख के पार चली गई है, जबकि 1 लाख 14 हजार लोग इस महामारी के कारण अपनी जान गंवा चुके हैं।