पटना: बिहार में मतदाता सूची पुनरीक्षण के खिलाफ कांग्रेस नेता राहुल गांधी की रविवार से शुरू हुई बिहार में मतदाता अधिकार यात्रा के दौरान कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे का राजद नेताओं-कार्यकर्ताओं मजाक उड़ाने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी। दरअसल, सासाराम के सुआरा हवाई अड्डा मैदान में एक जनसभा को महागठबंधन में शामिल सभी दलों के नेताओं ने संबोधित किया। इस दौरान जब कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे जब भाषण दे रहे थे तो राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव और तेजस्वी यादव के सामने ही राजद कार्यकर्ताओं ने हूटिंग शुरू कर दी। इससे खड़गे नाराज हो गए और उन्हें यह कहना पड़ा कि अगर भाषण नहीं सुनना है तो बाहर जाओ। उन्होंने कहा कि अगर दस आदमी भी रहेंगे तो भी मैं भाषण दूंगा।
उल्लेखनीय है कि राजद कार्यकर्ता जिस वक्त मल्लिकार्जुन खड़गे का मजाक उड़ा रहे थे, उस समय पर मंच पर राजद प्रमुख लालू यादव, पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी और नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव भी मौजूद थे। लेकिन किसी ने राजद कार्यकर्ताओं-नेताओं को शांत रहने अथवा ऐसा नही करने की हिदायत देना मुनासिब नहीं समझा। लेकिन खड़गे ने अपना भाषण जारी रखा और कहा कि राहुल गांधी जी की यात्रा सासाराम से आरंभ हुई। आपके हित में, देश के हित में। लोकतंत्र बचाने के लिए हमारा गठबंधन जो कर रहा है, उसका आपको साथ देना चाहिए। सबको वोटिंग का अधिकार देने वाली कांग्रेस पार्टी दलित, पिछड़े, आदिवासी सबको समान दृष्टि से देख कर उनके साथ जुड़ती है। ये हम चुनाव के लिए नहीं बल्कि लोकतंत्र के लिए लड़ रहे हैं। जानबूझ कर दलितों, अल्पसंख्यकों के वोट काटे गए हैं। आप शोषण नहीं कर सकते।
इस दौरान खड़गे ने जनता से कहा कि अगर सरकार नहीं बदलेंगे तो यह आपकी गलती होगी। उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग अब सरकार का एजेंट बनकर रह गया है। खड़गे ने कहा कि 2023 में कानून लाया गया कि चुनाव आयोग के अध्यक्ष और सदस्य कोई गलती करता है तो उसके ऊपर केस नहीं डाल सकते हैं। 2023 में कानून बना करके 2024 में धोखाधड़ी करके वोट लिया है। उन्होंने कहा कि अब इसे रोकना है। यह जरूरी है। उन्होंने कहा कि भाजपा-आरएसएस गरीबों, युवाओं और महिलाओं के लिए बहुत खतरनाक है। आरएसएस महिलाओं के लिए वोटिंग अधिकार नहीं चाहता था।