मुंबईः बारिश से तबाही शुरू, ठाणे में पानी से भरे गड्ढे में गिरी युवती, मौत
By कोमल बड़ोदेकर | Published: June 9, 2018 01:54 PM2018-06-09T13:54:32+5:302018-06-09T14:12:50+5:30
मुंबई में मौसम का मिजाज बदल चुका है। चिलमिलाती गर्मी और उमस के बाद शुरू हुई बारिश के चलते एक ओर जहां मौसम सुहाना हो गया है तो वही दूसरी ओर निचले इलाकों, बस्ती और सड़कों में पानी भरना शुरू हो गया है।
मुंबई, 9 जून: बारिश से भारी तबाही के चेतावनियों के बीच मुंबई में जानमाल की क्षति शुरू हो गई है। बारिश के चलते पानी से भरे गड्ढे में एक युवती के स्कूटी लेकर गिर जाने से मौत हो गई है। जबकि स्कूटी पर बैठी दूसरी युवती घायल हो गई है। मुंबई में मौसम का मिजाज बदल चुका है। चिलमिलाती गर्मी और उमस के बाद शुरू हुई बारिश के चलते एक ओर जहां मौसम सुहाना हो गया है तो वही दूसरी ओर निचले इलाकों, बस्ती और सड़कों में पानी भरना शुरू हो गया है। मुंबई के माहिम इलाके में हुई जोरदार बारिश के चलते सड़कों पर पानी भर गया है। जलभराव के चलते ट्रेफिक की समस्या और जनजीवन अस्त-व्यस्त होता दिखाई दिया। वहीं मौसम विभाग ने चेतावनी जारी कर कहा है मुंबई और उसके आस-पास के इलाकों में अगले दो दिनों में भारी बारिश हो सकती है।
आज हुई बारिश के चलते उड़ानों पर खासा असर देखने को मिला है। महाराष्ट्र सरकार द्वारा किसी भी हालात से निपटने के लिए संबंधित विभागों को एडवाइजरी जारी की गई है जिससे तुरंत मदद पहुंचाई जा सके। इसके अलावा कर्नाटक, गोवा और दक्षिणी महाराष्ट्र में 10 जून तक भारी बारिश होने की संभावना जताई गई है।
जबकि मौसम विभाग की माने तो उत्तर भारत में 9 और 10 जून को बारिश होने की संभावना है। वहीं दिल्ली सहित आसपास के इलाकों में धूल भरी आंधी आने की संभावना जताई गई है। इसके साथ ही हल्की बारिश होने की बात भी कही गई है। बता दें कि इससे पहले गुरुवार को हुई बारिश के चलते मुंबई में के कई इलाकों में पानी जमा हो गया था जिसका असर मुंबई की लाईफ लाईन मानी जाने वाली लोकल ट्रेन पर पड़ा था।
मौसम विभाग के मुताबिक, मॉनसून के केरल से महाराष्ट्र की ओर बढ़ने के मद्देनजर मौसम विभाग ने भारत के पश्चिमी तट के निवासियों को अगले 2-3 दिनों में क्षेत्र के कुछ हिस्सों में ‘काफी अधिक वर्षा ’ की संभावना के बारे में आगाह करते हुए कहा है कि ओडिशा, पश्चिम बंगाल, सिक्किम, असम और मेघालय में 9-11 जून के बीच बारिश होगी और कुछ स्थानों पर ‘भारी से बहुत भारी वर्षा’ हो सकती है।