ज्ञानवापी मस्जिद पोस्ट को लेकर गिरफ्तार हुए डीयू के प्रोफेसर रतन लाल को मिली जमानत
By रुस्तम राणा | Published: May 21, 2022 05:41 PM2022-05-21T17:41:51+5:302022-05-21T17:46:01+5:30
प्रोफेसर रतन लाल को शुक्रवार को एक सोशल मीडिया पोस्ट को लेकर गिरफ्तार किया गया था, जिसका उद्देश्य वाराणसी में ज्ञानवापी मस्जिद परिसर के अंदर 'शिवलिंग' की कथित खोज के बाद कथित तौर पर धार्मिक विश्वासों को ठेस पहुंचाना था।
नई दिल्ली: दिल्ली की एक अदालत ने शनिवार को दिल्ली विश्वविद्यालय के प्रोफेसर रतन लाल को जमानत दे दी। उन्हें शुक्रवार को एक सोशल मीडिया पोस्ट को लेकर गिरफ्तार किया गया था, जिसका उद्देश्य वाराणसी में ज्ञानवापी मस्जिद परिसर के अंदर 'शिवलिंग' की कथित खोज के बाद कथित तौर पर धार्मिक विश्वासों को ठेस पहुंचाना था।
तीस हजारी कोर्ट द्वारा दी गई जमानत
अदालत ने प्रोफेसर रतन लाल को 50,000 रुपये के बॉन्ड और इतनी ही राशि पर जमानत दी गई है। उन्हें तीस हजारी कोर्ट में पेश किया गया था, जिसके बाद कोर्ट ने उन्हें जमानत दे दी। दिल्ली के एक वकील की शिकायत के आधार पर मंगलवार रात हिंदू कॉलेज के एसोसिएट प्रोफेसर लाल के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई। वकील विनीत जिंदल ने अपनी शिकायत में कहा कि प्रोफेसर ने हाल ही में "शिवलिंग पर अपमानजनक, और उकसाने वाला ट्वीट" साझा किया था।
प्रोफेसर पर भारतीय दंड संहिता की धारा 153A (धर्म, जाति, जन्म स्थान, निवास, भाषा, आदि के आधार पर विभिन्न समूहों के बीच शत्रुता को बढ़ावा देना और सद्भाव बनाए रखने के लिए हानिकारक कार्य करना) और 295A (जानबूझकर अपमान करना) के तहत मामला दर्ज किया गया था।
#WATCH | Delhi University's history professor Ratan Lal is being produced before Tis Hazari Court
— ANI (@ANI) May 21, 2022
He was arrested on Friday regarding a social media post allegedly intended to outrage religious beliefs after the alleged discovery of Shivling inside Gyanvapi Mosque complex. pic.twitter.com/KincKtq9i2
गिरफ्तारी के बाद वामपंथी छात्र संगठनों ने किया विरोध प्रदर्शन
हिंदू कॉलेज के एसोसिएट प्रोफेसर की गिरफ्तारी के विरोध में शनिवार को वामपंथी अखिल भारतीय छात्र संघ (आइसा) के कार्यकर्ताओं ने दिल्ली विश्वविद्यालय के कला संकाय के बाहर प्रदर्शन किया।
प्रदर्शन के दौरान आइसा के छात्रों के हाथों पोस्टर थे जिन पर लिखा था: "हमारे शिक्षकों पर हमला बंद करो", "लोकतांत्रिक आवाजों पर अंकुश लगाना बंद करो" और "रिलीज प्रोफेसर रतन लाल"। धरने के दौरान भारी पुलिस बल तैनात रहा। पुलिस ने बताया कि जिला पुलिस के अलावा महिला कर्मियों समेत बाहरी बल की चार कंपनियां लगाई गई हैं।