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डॉक्टर्स ने किया चमत्कार! सांड के हमले के 11 महीने बाद मिला नया चेहरा, दो सर्जरी के बाद अब भी एक और की दरकार

By अभिषेक पारीक | Updated: August 3, 2021 16:53 IST

राजस्थान के बीकानेर के रहने वाले 38 साल के करणी बिश्नोई को नया चेहरा मिल गया है। एक सांड के हमले के बाद चेहरे को ठीक करने के लिए उनकी दो सर्जरी की गई है।

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ठळक मुद्देराजस्थान के बीकानेर के रहने वाले 38 साल के करणी बिश्नोई को नया चेहरा मिल गया है। सांड के हमले के बाद चेहरे को ठीक करने के लिए बिश्नोई की दो सर्जरी की गई है। बिश्नोई पर सितंबर 2020 में सांड ने हमला कर दिया था, जिसमें उन्हें गंभीर चोटें आई थीं। 

राजस्थान के बीकानेर के रहने वाले 38 साल के करणी बिश्नोई को नया चेहरा मिल गया है। एक सांड के हमले के बाद चेहरे को ठीक करने के लिए उनकी दो सर्जरी की गई है। बिश्नोई पर एक सांड ने सितंबर 2020 में हमला कर दिया था। जिससे उनके चेहरे पर गंभीर चोटें आई थीं। एक एफएफसीजी कंपनी में ऑपरेटिंग हैड बिश्नोई हमले के वक्त अपने वाहन में थे। 

मैक्स साकेत अस्पताल में करणी बिश्नोई का इलाज किया गया। अस्पताल ने एक बयान जारी कर बताया कि वह अपनी कार से जा रहे थे और उनकी कार का साइड मिरर नीचे था। उन्होंने सांडों को सड़क से गुजरते देखा तो अपनी कार को रोक दिया और उन्हें गुजरने दिया। इसी दौरान एक सांड ने अपने सींगों से बिश्नोई पर हमला कर दिया। 

इस हमले में बिश्नोई अपनी दांई आंख गंवा बैठे। इसके साथ ही उनके नाक, होंठ और खोपड़ी सहित उनके चेहरे का दांया हिस्सा फट गया। हमले के दौरान सांड का बांया सींग उनके मुंह में जा घुसा। इस दौरान उनके साथ बैठा दोस्त सदमे में आ गया और उसने अपने रिश्तेदारों को फोन किया। 

बिश्नोई को पहले स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां उनके शरीर से बहने वाले खून के रिसाव को रोका गया और उसके बाद उन्हें दिल्ली रेफर कर दिया गया। इस दौरान उनकी कंपनी बिकाजी ग्रुप के एमडी दीपक अग्रवाल ने भी मदद की और उन्हें एयर लिफ्ट करवाकर दिल्ली के साकेत स्थित मैक्स अस्पताल में लाया गया। 

सांड का हमला इतना जबरदस्त था कि उसके सींग न सिर्फ नाक को चीरते हुए आंख तक पहुंच गया बल्कि उसने दिमाग के बाहरी हिस्से को भी चोट पहुंचाई। इसके बाद डॉक्टर्स ने कई सर्जरी की। 

पहली सर्जरी से बिश्नोई के चेहरे को पहले जैसा आकार दिया गया। उनके ललाट के दोनों छोरों की मांसपेशियों को बाल जैसे पतले तंतु से जोड़ा गया, जिससे ललाट को घुमाया जा सके। वहीं पसली के कार्टिलेज से नाक बनाया ओर जांघ के टिश्यू से चेहरे का दाहिना हिस्सा तैयार किया। 

उन्हें नया चेहरा मिला लेकिन हाव-भाव नहीं आ रहे थे, जिसके लिए डॉक्टर्स को दूसरी सर्जरी करनी पड़ी। इसमें दिमाग के क्षतिग्रस्त हिस्से को निकालकर सेंट्रल नर्व सिस्टम को सुरक्षा देने वाली ड्युरा मैटर को बदला गया। वहीं खोपड़ी के एक हिस्से को दो भागों में बांटकर अंदर की सतह को वापस लगाया गया। साथ ही ऊपरी हिस्से को ठीक किया गया। 

डॉक्टर्स के मुताबिक उन्होंने अपने जीवन में किसी भी जिंदा इंसान का ऐसा हाल नहीं देखा था। फिलहाल दो सर्जरी हो चुकी है और बिश्नोई की जान बच चुकी है। बावजूद इसके डॉक्टर्स का कहना है कि अब एक और सर्जरी की जरूरत है, जिसके बाद उनका चेहरा पूरी तरह से पहले जैसा हो जाएगा। 

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