"डीएमके-कांग्रेस मिलकर भाषा, धर्म और जाति के आधार पर 'बांटो और राज करो' का खेल खेल रहे हैं", प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तमिलनाडु में कहा
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: February 29, 2024 08:33 AM2024-02-29T08:33:34+5:302024-02-29T08:38:12+5:30
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तमिलनाडु के थूथुकुडी में कहा कि यहां की सत्ता पर काबिज डीएमके और उसकी सहयोगी कांग्रेस देश को भाषा, धर्म और जाति के आधार पर बांट रहे हैं।
चेन्नई: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बीते बुधवार को तमिलनाडु में कहा कि यहां की सत्ता पर काबिज द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (डीएमके) और उसकी सहयोगी कांग्रेस इस देश को भाषा, धर्म और जाति के आधार पर बांटने का काम कर रहे हैं।
पीएम मोदी ने कहा कि यही कारण है कि डीएमके सरकार केंद्र के साथ विकास एवं कल्याण परियोजनाओं में सहयोग नहीं कर रही है।
समाचार वेबसाइट हिंदुस्तान टाइम्स के अनुसार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का डीएमके पर किया गया यह हमला उसके विरोधी एआईएडीएमके के संस्थापक पूर्व मुख्यमंत्रियों एमजी रामचंद्र और जे जयललिता की प्रशंसा करने के एक दिन बाद आया है।
पीएम मोदी ने थूथुकुडी में कांग्रेस के नेतृत्व वाले यूपीए सरकार पर तमिलनाडु के कल्याण के लिए कदम उठाने का साहस नहीं रखने का आरोप लगाते हुए कहा, ''मैं इस भूमि की सेवा करने और इसके भाग्य को बदलने के लिए तमिलनाडु आया हूं। आज मैं जो परियोजनाएं लेकर आया हूं, उसकी मांग यहां पर दशकों से थीं, परंतु यूपीए ने कभी उसकी परवाह नहीं की। लेकिन आज ये “सेवक” इस राज्य का भाग्य लिखने आया है।”
उनकी यह टिप्पणी तमिलनाडु की दो दिवसीय यात्रा के दूसरे दिन आई। इससे पहले दिन में पीएम मोदी ने थूथुकुडी में कुलसेकरापतिनम शहर से छोटे उपग्रहों को लॉन्च करने के लिए स्पेसपोर्ट सहित 17,000 करोड़ रुपये की परियोजनाओं की शुरुआत की। इस कार्यक्रम के बाद प्रधानमंत्री ने पड़ोसी तिरुनेलवेली जिले में एक सार्वजनिक रैली को संबोधित किया जहां उन्होंने डीएमके सरकार पर केंद्र के साथ सहयोग नहीं करने का आरोप लगाया।
उन्होंने तमिलनाडु भाजपा के पूर्व प्रमुख एल मुरुगन को "हिंदी भाषी" मध्य प्रदेश से राज्यसभा भेजे जाने का उदाहरण देते हुए कहा कि डीएमके और कांग्रेस भाषा, धर्म और जाति का उपयोग करके बांटो और राज करो का खेल खेल रहे हैं। वे अखंड भारत नहीं चाहते हैं।
इसके साथ पीएम मोदी ने राम मंदिर प्रतिष्ठा समारोह का भी जिक्र किया और कहा कि जब संबंधित मामला संसद में आया तो डीएमके सदस्य सदन से बाहर चले गए। उन्होंने कहा, ''डीएमके ने संसद में साबित कर दिया था कि वह आपकी आस्था से कितनी नफरत करती है।''
मोदी ने अन्य दक्षिणी राज्यों के साथ-साथ द्रमुक सरकार की आलोचना का देते हुए कहा, “यहां की द्रमुक सरकार हमारे साथ सहयोग नहीं कर रही है। वे हममें गलतियां निकालते रहते हैं। वे हम पर प्रतिबंध लगाना चाहते हैं लेकिन इसके बावजूद हम अच्छा प्रदर्शन करते हैं। मोदी उन्हें आपको लूटने नहीं देंगे।”
उन्होंने एआईएडीएमके नेता और दिवंगत मुख्यमंत्री एमजी रामचंद्रन की प्रशंसा करते हुए उन्हें "सच्चा नेता" बताया। पीएम मोदी ने कहा था, "एमजीआर ने कभी भी वंशवाद की राजनीति नहीं की।"
इस बीच प्रधानमंत्री मोदी की टिप्पणी पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए थूथुकुडी से डीएमके सांसद कनिमोझी ने कहा, "तमिलनाडु के लोग जानते हैं कि यह भाजपा विभाजनकारी पार्टी है और लोग इसके प्रचार झांसे में नहीं आएंगे।"
सांसद कनिमोझी के साथ डीएमके के कोषाध्यक्ष और पार्टी के संसदीय दल के नेता टीआर बालू ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी खुद 2016 के विधानसभा चुनावों के दौरान अन्नाद्रमुक सरकार के आलोचक थे और भ्रष्टाचार को लेकर उसकी आलोचना की थी, लेकिन अब वो पलट गये हैं।
टीआर बालू ने आगे कहा, "डीएमके की मोदी की तीखी आलोचना इस तथ्य से उपजी है कि पार्टी अध्यक्ष और मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने विपक्षी इंडिया ब्लॉक के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।"