नई दिल्ली, 21 अप्रैलः कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने मनरेगा के मजदूरों की मजदूरी का भुगतान नहीं करने को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा है और उनकी सरकार पर हमला बोला है। उन्होंने आरोप लगाया है कि मोदी सरकार ने मनरेगा कार्यों की राशि करीब 450 करोड़ रुपए का भुगतान नहीं किया है।
उन्होंने अपने पत्र में लिखा 'मैं विगत 6 महीनों से पैदल नर्मदा परिक्रमा पर था जो 9 अप्रैल 2018 को पूर्ण की है। इस दौरान मध्यप्रदेश के अंचलों में रहने वाले अनुसूचित जनजाति बाहुल्य जिलों के लोगों से मिलना हुआ। मुझे यह जानकर बहुत पीड़ा हुई कि प्रदेश के सुदूर की राशि अभी तक नहीं मिली है। प्रदेश में मजदूरी और सामग्री का 450 करोड़ रुपए का भुगतान राशि आवंटन के अभाव में शेष है। ये मजदूर परिवार प्रतिदिन बैंक और पंचायतों का चक्कर लगाने को मजबूर है।'
दिग्विजय, अमृता एवं पूर्व सांसदगण रामेश्वर नीखरा एवं नारायाण सिंह अमलाबे सहित उनके कई समर्थक नर्मदा नदी के दोनों किनारे करीब 3,300 किलोमीटर की इस पदयात्रा करने के बाद बरमान घाट पर पहुंचे थे। घाट पर पहुंचने के बाद दिग्विजय एवं उनकी पत्नी ने यात्रा पूरी होने से जुड़े कई धार्मिक कर्मकांड किये थे।
कांग्रेस का दावा किया था है कि अपनी पदयात्रा के दौरान दिग्विजय ने प्रदेश भाजपानीत सरकार के सवा चौदह साल के शासनकाल में हुए भ्रष्टाचार से संबंधित सबूत बड़ी तादात में इकट्ठा किये हैं और अपनी यात्रा समाप्त करने के बाद वह निश्चित तौर पर मध्यप्रदेश में चल रहे बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार की पोल खोलेंगे।
अपनी इस पदयात्रा के दौरान उन्होंने मध्य प्रदेश की 230 विधानसभा सीटों में से 110 सीटों का दौरा किया। इसका फायदा कांग्रेस को इस साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनाव में मिल सकता है।