गुजरात में आज नव वर्ष मनाया जा रहा है। गुजराती नववर्ष के पहले दिन वडोदरा स्थित स्वामी नारायण मंदिर में हजारों हजारों श्रद्धालुओं पूजा अर्चना की। मंदिर प्रशासन के मुताबिक यहां नव वर्ष के पहले दिन लगभग 22,000 श्रद्धालुओं ने मंदिर में दर्शन करने के लिए पहुंचे। इस दौरान सभी श्रद्धालुओं ने मास्क पहनकर सोशल डिस्टेंसिंग के जरिए कोविड19 की गाइडलाइन का पालन किया।
इस मौके पर पीएम मोदी ने गुजराती भाषा में ट्विटर पर लिखा , "सभी गुजरातियों को नया साल मुबारक...!! मैं कामना करता हूं कि आज से शुरू हो रहे नया साल आपके जीवन में सुख-समृद्धि लेकर आए और आपको स्वस्थ रखे।"
वहीं गृहमंत्री अमित शाह ने भी गुजराती भाषा में शुभकामनाएं दी। उन्होंने ट्विटर पर लिखा, "गुजराती नव वर्ष विक्रम संवत 2078 सभी को नव वर्ष की शुभकामनाएं!! आप सभी को सुख, समृद्धि, सुरक्षा और सद्भावना के रूप में आने वाले साल के लिए शुभकामनाएं।"
दरअसल गुजरात में दिवाली के अगले दिन यानी कार्तिक मास शुक्ल पक्ष प्रतिपदा तिथि से नया साल मतलब बेस्तु बरस मनाते हैं। गुजराती लोग बड़े ही उत्साह के साथ बेस्तु बरस (गुजराती नववर्ष) मनाते हैं। यहां स्वामीनारायण मंदिर में अपने नए साल मिलन समारोह रखते हैं। इस दिन गुजराती लोग एक दूसरे को दिवाली की तरह ही गिफ्ट देते हैं।
वे इस खास मौके पर एक-दूसरे से मिलते हैं और नए साल की बधाई देते हैं। बता दें कि गुजरात में दिवाली के अगले दिन से नया साल यानी बेस्तु बरस मनाया जाता है। गुजराती लोग बहुत ही उत्साह के साथ ये त्योहार मनाते हैं। गुजराती नव वर्ष के दिन पुरानी खाता पुस्तकों को बंद किया जाता है और नई खाता पुस्तकें खोली जाती है। गुजरात में पारंपरिक खाता बही को चोपड़ा के नाम से जाना जाता है।