देवेंद्र फड़नवीस का आरोप, बीजेपी पर हॉर्स-ट्रेडिंग का आरोप लगाने वालों ने खरीदा पूरा अस्तबल
By स्वाति सिंह | Published: November 26, 2019 04:20 PM2019-11-26T16:20:54+5:302019-11-26T16:26:04+5:30
फड़नवीस ने कहा कि राज्य में राष्ट्रपति शासन लागू होने बाद अजित पवार ने कहा कि सरकार बनाने के लिए हम आपका साथ देंगे। जिससे राज्य में एक स्थाई सरकार बन सके।
देवेंद्र फड़नवीस ने मंगलवार को महाराष्ट्र मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दिया है। प्रेस कांफ्रेंस कर उन्होंने इस बात का ऐलान किया। उन्होंने कहा कि हमारे पास बहुमत नहीं है और मैं राज्यपाल को इस्तीफा देने जा रहा हूं। फड़नवीस ने कहा हमने विधायकों को खरीदने की कोशिश नहीं की है। जिन लोगों ने हमपर हॉर्स-ट्रेडिंग का आरोप लगाया है। उन्होंने खुद पूरा का पूरा अस्तबल ही खरीद लिया है।
फड़नवीस ने कहा 'महाराष्ट्र की जनता ने शिवसेना-बीजेपी को बहुमत दिया था लेकिन शिवसेना ने नतीजों के बाद अपना रुख बदल लिया। हमने कभी भी ढाई-ढाई साल के फॉर्मूले का वादा नहीं किया था। चुनाव से पहले ही अमित शाह ने साफ किया था कि मुख्यमंत्री बीजेपी का ही होगा। सीटें देख कर शिवसेना ने अपना रुख बदल लिया था, हमसे बात करने की बजाय उन्होंने कांग्रेस-एनसीपी से बात की।'
फड़नवीस ने कहा कि राज्य में राष्ट्रपति शासन लागू होने बाद अजित पवार ने कहा कि सरकार बनाने के लिए हम आपका साथ देंगे। जिससे राज्य में एक स्थाई सरकार बन सके। लेकिन जब बहुमत साबित करने की बात आई तो अजित पवार ने मुझसे मिलकर कहा मैं गठबंधन जारी नहीं रख सकता और अलग होने की बात कही। उन्होंने कहा कि अब हमारे पास बहुमत नहीं है।
शिवसेना पर हमला करते हुए फड़नवीस ने कहा कि हमें उम्मीद है कि नई सरकार अच्छा काम करेगी और हम मजबूत विपक्ष के तौर पर काम करेंगे। उन्होंने कहा कि शिवसेना नेता लाचारी में सोनिया गांधी के सामने नतमस्तक हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि तीन पहियों वाली सरकार चलना काफी मुश्किल है। सत्ता की भूख इतनी है कि अब शिवसेना के नेता भी सोनिया गांधी के साथ सहयोगी होने को तैयार हैं।
मालूम हो कि महाराष्ट्र संकट को लेकर आज सुप्रीम कोर्ट ने फैसला सुनाते हुए कल यानी 27 नवंबर को विधानसभा में फ्लोर टेस्ट कराने का आदेश दिया है। इससे पहले देवेंद्र फड़नवीस ने शनिवार (23 नवंबर) को मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ली थी।