सीएम पद से इस्तीफे को लेकर कांग्रेस ने कहा- दिल्ली में बैठे देवेंद्र फड़नवीस के मास्टरों के चेहरे पर है ये तमाचा
By रामदीप मिश्रा | Published: November 26, 2019 04:45 PM2019-11-26T16:45:11+5:302019-11-26T16:45:11+5:30
महाराष्ट्र की 288 सदस्यीय विधानसभा में बीजेपी-शिवसेना गठबंधन ने पिछले महीने हुए राज्य विधानसभा चुनाव में क्रमश: 105 और 56 सीटों के साथ स्पष्ट बहुमत हासिल किया था।
महाराष्ट्र में देवेंद्र फड़नवीस के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद कांग्रेस ने भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के ऊपर करारा हमला बोला है। कांग्रेस ने इसको संवैधानिक लोकतंत्र की जीत बताया है। केसी वेणुगोपाल ने देवेंद्र फड़नवीस और अजित पवार के इस्तीफे पर कहा है कि यह बीजेपी आलाकमान के चेहरे पर तमाचा है।
समाचार एजेंसी एएनआई की रिपोर्ट के अनुसार, कांग्रेस नेता केसी वेणुगोपाल ने देवेंद्र फड़नवीस के इस्तीफे को लेकर कहा है कि यह संवैधानिक लोकतंत्र की जीत है। उन्होंने सोचा था कि हॉर्स ट्रेडिंग के जरिए वे सरकार बना सकते हैं। यह न केवल देवेंद्र फड़नवीस की विफलता है, बल्कि दिल्ली में बैठे उनके मास्टरों के चेहरे पर एक तमाचा भी है।
उन्होंने कहा कि आज शाम तीनों (शिवसेना-कांग्रेस-एनसीपी) दल एक संयुक्त बैठक और प्रेस कॉन्फ्रेंस करेगी। बैठक में विधायक दल का नेता चुना जाएगा। उन्होंने बताया कि उन्हें लगता है कि उद्धव ठाकरे को विधायक दल का नेता चुना जाएगा।
KC Venugopal,Congress: Today evening there will be joint press conference of the three(Shiv Sena-Congress-NCP) parties and a meeting. In the meeting leader of joint legislative party will be elected, I think Uddhav ji will be elected https://t.co/HpBP9UmfHR
— ANI (@ANI) November 26, 2019
इससे पहले देवेंद्र फड़नवीस ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफे का ऐलान करते हुए कहा कि जो तय नहीं हुआ था वो हमारे सर पर लादा गया। हम किसी के साथ ही जा सकते हैं। हमने तय किया किया जो चुनाव से पहले तय नहीं हुआ वो हम नहीं करेंगे। शिवसेना ने हमसे चर्चा करने के बजाए एनसीपी कांग्रेस के पास गए। हमारे पास बहुमत नहीं है।
बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने बुधवार को शक्ति परीक्षण करवाने के लिए आदेश दिया। शीर्ष अदालत के आदेश का शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस ने स्वागत किया और कहा कि सच्चाई की जीत होगी और बीजेपी पराजित होगी।
महाराष्ट्र की 288 सदस्यीय विधानसभा में बीजेपी-शिवसेना गठबंधन ने पिछले महीने हुए राज्य विधानसभा चुनाव में क्रमश: 105 और 56 सीटों के साथ स्पष्ट बहुमत हासिल किया था। हालांकि, शिवसेना की मुख्यमंत्री पद की मांग बीजेपी द्वारा ठुकराए जाने के बाद यह गठबंधन टूट गया। एनसीपी और कांग्रेस ने 21 अक्टूबर को हुए चुनाव में क्रमश: 54 और 44 सीटों पर जीत दर्ज की थी।