राजस्थान में किसान संगठनों का चक्काजाम व प्रदर्शन
By भाषा | Published: December 3, 2020 09:42 PM2020-12-03T21:42:34+5:302020-12-03T21:42:34+5:30
जयपुर, तीन दिसंबर किसान व अन्य संगठनों ने केंद्र के कृषि कानूनों के खिलाफ बृहस्पतिवार को राजस्थान में अनेक जगहों पर चक्काजाम किया और रैलियां निकाली। इससे जयपुर-दिल्ली राजमार्ग सहित कई प्रमुख सड़कों पर आवागमन बाधित हुआ। किसान संगठनों ने दोपहर दो बजे तक चक्काजाम किया।
राजधानी जयपुर में किसान संघर्ष संयुक्त समन्वय समिति की अगुवाई में किसानों ने सूरजपोल मंडी के सामने चक्काजाम किया। इससे दिल्ली राजमार्ग पर वाहनों का आवागमन प्रभावित हुआ। किसान संगठन केंद्रीय कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग कर रहे हैं।
किसानों के एक समूह ने अलवर जिले में राजस्थान हरियाणा सीमा पर प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों के अनुसार केंद्र सरकार नयी दिल्ली में आंदोलनरत किसानों की मांगें नहीं मानती हैं तो और बड़ी संख्या में किसान यहां जुटेंगे।
माकपा नेता रविंद्र शुक्ला ने कहा, ‘‘केंद्र सरकार को कृषि कानूनों को तुरंत वापस लेना चाहिए। इतनी बड़ी संख्या में किसान इन कानूनों के खिलाफ आवाज बुलंद कर रहे हैं लेकिन सरकार उनकी मांगों पर ध्यान नहीं दे रही।’’
कांग्रेस सेवा दल के प्रदेशाध्यक्ष हेम सिंह शेखावत ने जयपुर में सद्बुद्धि यज्ञ आयोजित किया और राष्ट्रपति के नाम एक ज्ञापन जिलाधिकारी को सौंपा। ज्ञापन में इन कानूनों को रद्द करने की मांग की गयी है।
वहीं अलवर में किसान राष्ट्रीय किसान महापंचायत के अध्यक्ष रामपाल जाट की अगुवाई में एकत्र हुए। जाट ने कहा कि दिल्ली में किसान व सरकार की बात अगर सिरे नहीं चढ़ती तो यहां से भी किसान दिल्ली कूच करेंगे।
वहीं कोटा में संभाग के चार जिलों की 27 तहसीलों के किसानों ने बड़ी संख्या में शामिल होकर रैली निकाली और जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा। राज्य के कृषि बहुल हनुमानगढ़, गंगानगर व बीकानेर जिलों में भी अनेक जगहों पर किसान संगठनों द्वारा चक्काजाम किया गया। चक्काजाम में अखिल भारतीय किसान सभा, माकपा, एनएसयूआई सहित कई संगठनों ने भाग लिया।
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