वाराणसी: अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आदर्श ग्राम नागेपुर में मंगलवार को आयोजित हुए एक कार्यक्रम में जुटी सैकड़ों महिलाओं ने सूबे में शराबबंदी लागू करने की मांग की।
इस दौरान महिलाओं और लड़कियों ने घरेलू महिला हिंसा और लैंगिक भेदभाव के खिलाफ जागरूकता फैलानी के लिए सड़क पर रैली भी निकाली। लोक समिति और आशा ट्रस्ट की ओर से आयोजित कार्यक्रम में कई गांवों से पहुंची महिलाओं ने गैरबराबरी, लैंगिक भेदभाव, छेड़खानी, बलात्कार, महिला हिंसा और शराब के खिलाफ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आदर्श ग्राम नागेपुर में जबरदस्त प्रतिबद्धता दिखाई।
रैली नागेपुर के लोक समिति आश्रम से शुरू हुई और कई अलग-अलग बस्तियों से होते हुए अम्बेडकर चौक पर पहुंची। तख्ती-बैनर लिए महिलाएं और लड़कियां 'महिला हिंसा बंद करो', 'छेड़खानी पर रोक लगाओ', 'शराब बेचना बंद करो', 'चुप नहीं रहना है-हिंसा नहीं सहना है', 'भेदभाव मिटायेंगे-नया समाज बनाएंगे', 'औरत भी जिन्दा इंसान-नहीं भोग की वह सामान' आदि के जोरदार नारे लगाये।
सभा में महिलाओं ने महिला हिंसा को जड़ से मिटाने का संकल्प लिया। इस अवसर पर प्रेरणा कला मंच के कलाकारों ने महिला हिंसा पर आधारित नुक्कड़ नाटक के माध्यम से लोगों को जागरूक किया। लोक समिति ने इस मौके पर समाज से मांग की कि महिलाओं के साथ हिंसा बंद हो और गैर बराबरी की जो खाई है, उसे अब पाटना चाहिए।
वहीं किशोरी संगठन की सोनी ने कहा कि महिलाओं और लड़कियों के साथ आये दिन छेड़खानी और बलात्कार की घटनाएं हो रही है। इसलिए हमें अपनी सुरक्षा की जिम्मेदारी स्वयं अपनी हाथ में लेनी होगी।
महिला संगठन कि संयोजिका अनीता ने कहा कि महिलाओं के उपर होने वाली घरेलू हिंसा, उत्पीड़न, बलात्कार और मारपीट का सबसे बड़ा जिम्मेदार शराब है। उन्होंने शराब को पूरे प्रदेश में बिहार की भांति बंद करने की मांग की।
अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आदर्श गांव नागेपुर में मिठाई भी बांटी गई और गीत-संगीत के कार्यक्रम का भी आयोजन हुआ।