दिल्ली हिंसा में घायल करीब 250 लोग अस्पताल में जिंदगी व मौत से जूझ रहे हैं। दिल्ली में हो रहे इसी हिंसा में हेड कॉन्स्टेबल रतन लाल की दंगाइयों ने जान ले ली, तो गंभीर रूप से घायल डीसीपी अमित शर्मा का अस्पताल में इलाज चल रहा है।
ऐसे समय में CRPF के 1500 जवानों ने मिशाल पेश की है। पैरा मिलिटरी फोर्स व सीआरपीएफ जवानों ने अपने घायल साथियों और दिल्लीवासियों की मदद के लिए ब्लड डोनेट किया है।
देश का खून, देश के नाम:More than 1500 personnel of #CAPF donated blood in the mega blood donation drive organised by @aiims_newdelhi today. pic.twitter.com/ZCdYD96uhc— 🇮🇳CRPF🇮🇳 (@crpfindia) February 27, 2020
सीआरपीएफ के जवानों ने जीटीबी अस्पताल में रक्तदान किया है ताकि घायलों के इलाज में खून की कमी न हो। अधिकारियों ने बताया कि मंगलवार को पैरामिलिटरी के 50 जवानों को अस्पताल भेजा गया, जिनमें से 34 ने रक्तदान किया। बाकियों को स्टैंडबाय पर रखा गया है।
सीआरपीएफ अधिकारी की मानें तो जीटीबी अस्पताल के ब्लड बैंक में पर्याप्त ब्लड मौजूद रहे, इसके लिए डोनेट किया गया, जहां मंगलवार से दिल्ली दंगे में घायल हुए लोगों को भर्ती कराया गया है।'
बता दें कि हिंसा में मरने वालों की संख्या गुरुवार को बढ़कर 36 हो गई है और 200 से अधिक लोग घायल हों। हिंसा में अब तक 18 एफआईआर दर्ज की गई है जबकि 106 लोगों को अरेस्ट किया गया है। मामले पर एसआईटी गठित कर दी गई है।
सीआरपीएफ ने ट्वीट कर इस बात की जानकारी देते हुए कहा कि देश का खून देश के नाम है। बता दें कि सीआईएसएफ के डायरेक्टर जनरल राजेश रंजन, बीएसएफ के चीफ वी के जौहरी और आईटीबीपी के डी जी एस एस देसवाल एम्स के ब्लड डोनेशन ड्राइव में अपनी टीम का नेतृत्व कर रहे थे।