Ram Mandir Trust: महंत नृत्यगोपाल दास होंगे अध्यक्ष, VHP नेता चंपत राय महासचिव, जानिए बैठक में क्या हुआ
By सतीश कुमार सिंह | Published: February 19, 2020 07:47 PM2020-02-19T19:47:11+5:302020-02-19T20:43:21+5:30
मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पूर्व प्रधान सचिव नृपेंद्र मिश्रा होंगे। VHP नेता चंपत राय राम मंदिर ट्रस्ट के महासचिव नियुक्त हुए और गोविंद देव गिरि को कोषाध्यक्ष बनाया गया है। निर्माण समिति की रिपोर्ट के बाद मंदिर निर्माण की तारीख का फैसला होगा। इस बैठक में 9 प्रस्ताव पारित किए गए।
राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र न्यास की पहली बैठक बुधवार को राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में खत्म हुई। महंत नृत्य गोपालदास को राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र न्यास का अध्यक्ष बनाया गया है।
न्यास की दिल्ली में बुधवार को हुई बैठक में यह फैसला किया गया। बैठक में विश्व हिंदू परिषद् के नेता चंपत राय को न्यास के महासचिव का दायित्व सौंपा गया है जबकि स्वामी गोविंद देव गिरि जी को कोषाध्यक्ष बनाया गया है। वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी रहे नृपेन्द्र मिश्रा को भवन निर्माण समिति का चेयरमैन नियुक्त किया गया है।
बैठक के बाद चंपत राय ने बताया कि अयोध्या में भारतीय स्टेट बैंक की शाखा में ट्रस्ट का बैंक खाता खोलने का निर्णय किया गया है। इससे पहले खबरों में बताया गया था कि न्यास की पहली बैठक दिल्ली में होगी जिसमें मंदिर निर्माण के मुहूर्त सहित कई विषयों पर विचार किया जा सकता है। इस न्यास का गठन केन्द्र की नरेन्द्र मोदी सरकार ने किया है।
गौरतलब है कि शीर्ष अदालत द्वारा राम मंदिर के पक्ष में फैसला देने व मंदिर निर्माण के लिए न्यास के गठन के आदेश पर पांच फरवरी को केंद्र सरकार ने ट्रस्ट का ऐलान किया था। न्याय का प्रमुख वरिष्ठ अधिवक्ता के. परासरण को बनाया गया था। इसके अन्य सदस्य हैं जगदगुरु शंकराचार्य, ज्योतिषपीठाधीश्वर स्वामी वासुदेवानंद सरस्वती जी महाराज (इलाहाबाद), जगदगुरु माधवाचार्य स्वामी विश्व प्रसन्नतीर्थ जी महाराज (उडुपी के पेजावर मठ से), युगपुरुष परमानंद जी महाराज (हरिद्वार), स्वामी गोविंददेव गिरि जी महाराज (पुणे) और विमलेंद्र मोहन प्रताप मिश्र (अयोध्या) शामिल हैं।
श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास बनाए गए हैं। विश्व हिंदू परिषद् के चंपत राय को ट्रस्ट के महासचिव का दायित्व और कोषाध्यक्ष का दायित्व स्वामी गोविंद देव गिरि जी को सौंपा गया है। वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी रहे नृपेन्द्र मिश्रा को भवन निर्माण समिति का चेयरमैन नियुक्त किया गया है। चंपत राय ने कहा कि बैठक में यह निर्णय लिया गया है कि अयोध्या में भारतीय स्टेट बैंक की शाखा में ट्रस्ट का बैंक खाता खोला जाएगा।
यह बैठक ट्रस्ट के प्रमुख के. परासरण के दिल्ली आवास पर हुई। इस ट्रस्ट का गठन केन्द्र की नरेन्द्र मोदी सरकार ने किया है। ट्रस्ट की बैठक में शिलान्यास के मुहूर्त से लेकर निर्माण पूर्ण होने के लिए समयसीमा निर्धारित करने के मुद्दों पर भी चर्चा की जा सकती है। इसमें पारदर्शी तरीकों पर खास तौर पर ध्यान दिया जायेगा ताकि भविष्य में किसी तरह के विवाद से बचा जा सके।
इसमें मंदिर के निर्माण के दौरान रामलला के रखने के स्थान को लेकर भी चर्चा की जा सकती है । गौरतलब है कि शीर्ष अदालत द्वारा राम मंदिर के पक्ष में फैसला देने व मंदिर निर्माण के लिए न्यास के गठन के आदेश पर पांच फरवरी को केंद्र सरकार ने ट्रस्ट का ऐलान किया था।
ट्रस्ट का प्रमुख वरिष्ठ अधिवक्ता के. परासरण को बनाया गया था इसके अन्य सदस्य हैं जगदगुरु शंकराचार्य, ज्योतिषपीठाधीश्वर स्वामी वासुदेवानंद सरस्वती जी महाराज (इलाहाबाद), जगदगुरु माधवाचार्य स्वामी विश्व प्रसन्नतीर्थ जी महाराज (उडुपी के पेजावर मठ से), युगपुरुष परमानंद जी महाराज (हरिद्वार), स्वामी गोविंददेव गिरि जी महाराज (पुणे) और विमलेंद्र मोहन प्रताप मिश्र (अयोध्या) शामिल हैं।
Nitya Gopal Das, President of Ram Mandir Trust: Logon ki bhavna ka aadar kiya jaayega. Jaldi se jaldi mandir ka nirman hoga pic.twitter.com/z0R14CLPrC
— ANI (@ANI) February 19, 2020
राम जन्मभूमि मंदिर के मुख्य पुजारी ने मंगलवार को कहा कि राम मंदिर का निर्माण कार्य शुरू होने के चलते राम लला की मूर्तियों को, जिन्हें यहां एक अस्थाई मंदिर के गर्भगृह में रखा गया है, उन्हें दूसरी जगह स्थापित किया जाएगा।
पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास ने कहा कि मूर्तियों को अस्थाई मंदिर से 200 मीटर दूर एक जगह पर स्थानांतरित कर दिया जाएगा। उन्होंने कहा, ‘‘राम मंदिर का निर्माण गर्भगृह से शुरू होगा।’’ मुख्य पुजारी ने कहा, ‘‘राम लला की मूर्तियों को स्थानांतरित करने के लिए कुछ इंजीनियरों ने भूमि की माप की है, हालांकि मैं उनसे नहीं मिला।
मूर्तियों को स्थानांतरित किया जाएगा और अस्थायी रूप से मानस भवन की ओर स्थापित किया जाएगा।’’ अयोध्या मामले में टाइटल सूट के पक्षकार त्रिलोकी नाथ पाण्डेय ने कहा कि गृर्भ गृह का निर्माण कार्य पूरा होने के बाद मूर्तियों को उनके मूल स्थान पर वापस लाया जाएगा।