CAA Protest: जामा मस्जिद के बाहर प्रदर्शन शुरू, पुलिस और अर्द्धसैनिक बलों की भारी तैनाती
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: December 27, 2019 02:28 PM2019-12-27T14:28:15+5:302019-12-27T15:32:39+5:30
ऑल इंडिया इमाम ऑर्गनाइजेशन के मुखिया उमर अहमद इलयासी बोले, विरोध करना अधिकार है, लेकिन शांति से। इस बीच, भीम आर्मी के नेता चंद्रशेखर की रिहाई को लेकर दिल्ली के जोरबाग में विरोध प्रदर्शन जारी है।
संशोधित नागरिकता कानून के विरोध में कड़ाके की ठंड का सामना करते हुए सैकड़ों लोग पुरानी दिल्ली में जामा मस्जिद के बाहर इकट्ठा हुए।
कांग्रेस नेता अलका लांबा और दिल्ली के पूर्व विधायक शोएब इकबाल भी प्रदर्शनकारियों के साथ थे। लांबा ने सरकार पर प्रहार करते हुए कहा, ‘‘देश में असल मुद्दा बेरोजगारी का है लेकिन आप (प्रधानमंत्री) लोगों को एनआरसी के लिए लाइन में खड़ा करना चाहते हैं जैसा नोटबंदी के दौरान किया गया था।’’
उन्होंने कहा, ‘‘देश और संविधान के लिए लोकतंत्र की आवाज उठाना आवश्यक है। केंद्र सरकार तानाशाह नहीं हो सकती और लोगों पर अपना एजेंडा नहीं थोप सकती है।’’ मस्जिद में जुमे की नमाज के बाद प्रदर्शनकारियों ने नये कानून और प्रस्तावित राष्ट्रीय नागरिक पंजी (एनआरसी) के खिलाफ नारेबाजी की।
एक प्रदर्शनकारी ने कहा, ‘‘इस देश को एनआरसी, एनपीआर नहीं चाहिए। इस देश को रोजगार चाहिए। इस देश को अमन और शांति चाहिए।’’ प्रदर्शनकारी हाथों में तख्तियां लिए हुए थे जिन पर लिखा था -- ‘संविधान बचाओ, देश मत बांटो।’ उन्होंने लोगों से हिंसा नहीं करने की अपील की।
पूर्व विधायक ने कहा, ‘‘जो लोग हिंसा करते हैं वे हममें से नहीं हैं। यह आंदोलन है और यह जारी रहेगा। अगर कोई हमारी शांति को भंग करता है तो वह हममें से नहीं है और वह हमारे आंदोलन को भटकाना चाहता है। हम हिंसा बर्दाश्त नहीं करेंगे।’’
Delhi: Congress leader Alka Lamba is also present at the protest against #CitizenshipAmendmentAct, outside Jama Masjid. pic.twitter.com/qjhpUQuRd9
— ANI (@ANI) December 27, 2019
भीम आर्मी के प्रमुख चंद्रशेखर आजाद की रिहाई की मांग तथा सीएए एवं एनआरसी के खिलाफ अपने विरोध को और मुखर बनाने के लिए शुक्रवार को प्रधानमंत्री आवास की ओर जा रहे सैंकड़ों प्रदर्शनकारियों को पुलिस ने रोक दिया।
इस मार्च में हिस्सा ले रहे प्रदर्शनकारियों ने अपने हाथ बांध रखे थे ताकि उन पर इस प्रदर्शन के दौरान हिंसा एवं आगजनी के आरोप नहीं लगाए जा सके। भीम आर्मी के सदस्यों समेत इन प्रदर्शनकारियों ने जोरबाग के जोर शाहे मरदान करबला से अपना मार्च शुरू किया। पुलिस ने उन्हें लोक कल्याण मार्ग पर प्रधानमंत्री आवास से कुछ किलोमीटर पहले रोक दिया।
दिल्ली की जामा मस्जिद में एक बार फिर नागरिकता संशोधन एक्ट के खिलाफ विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया है। नमाज़ी CAA के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। दिल्ली के जोरबाग इलाके में भी शुक्रवार को CAA के खिलाफ विरोधी मार्च निकाला गया, ये मार्च प्रधानमंत्री के आवास तक जाएगा।
पुलिस और अर्द्धसैनिक बलों की भारी तैनाती के बीच हाथों में तख्तियां लिये प्रदर्शनकारियों ने संशोधित नागरिकता कानून के खिलाफ नारेबाजी करके अपना विरोध दर्ज कराया। मस्जिद में शुक्रवार की नमाज में शामिल होने के बाद बड़ी संख्या में लोग प्रदर्शन में शामिल हुए।
कुछ प्रदर्शनकारी बी आर आंबेडकर, कांशीराम और भगत सिंह के पोस्टर लिये हुए थे। दिल्ली पुलिस ने क्षेत्र में किसी भी प्रदर्शन की अनुमति देने से इनकार कर दिया था। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के कई अन्य क्षेत्रों में भी प्रदर्शन हुए जिनमें उत्तरपूर्व दिल्ली का सीलमपुर भी शामिल था।
राष्ट्रीय राजधानी में बृहस्पतिवार को भी व्यापक प्रदर्शन देखने को मिला था। हजारों छात्र, कार्यकर्ता और विपक्षी पार्टियों के नेता सुरक्षा बलों की भारी तैनाती और निषेधाज्ञा के बावजूद सड़कों पर उतरे थे। जिले में कानून एवं व्यवस्था स्थिति पर नजर रखने के लिए पुलिस ड्रोन का इस्तेमाल कर रही है।