Jamia Protest Video:नागरिकता कानून के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान हुई हिंसा का वीडियो आया सामने
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: December 23, 2019 00:42 IST2019-12-23T00:42:37+5:302019-12-23T00:42:37+5:30
एएनआई की ओर से जारी विडियो में देखा जा सकता है कि किस तरह से उपद्रवी तत्वों ने एक मोटरसाइकल और बस को आग के हवाले कर दिया। बीते 15 दिसंबर को हुए प्रदर्शन का यह वीडियो उस समय का है, जब छात्रों के आंदोलन में शामिल होने वाले कुछ असमाजिक तत्व हिंसा को अंजाम देने लगते हैं।

Jamia Protest Video:नागरिकता कानून के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान हुई हिंसा का वीडियो आया सामने
CAA के विरोध में जामिया यूनिवर्सिटी के छात्रों द्वारा किए जा रहे प्रदर्शन के दौरान हुई हिंसा से जुड़ा एक नया वीडियो सामने आया है। न्यूज एजेंसी एएनआई की ओर से जारी विडियो में देखा जा सकता है कि किस तरह से उपद्रवी तत्वों ने एक मोटरसाइकल और बस को आग के हवाले कर दिया।
Delhi Police Sources: Visuals emerges from December 15 that shows protesters setting a DTC bus on fire. (3/3) pic.twitter.com/xdbNGfZkG3
— ANI (@ANI) December 22, 2019
बीते 15 दिसंबर को हुए प्रदर्शन का यह वीडियो उस समय का है, जब छात्रों के आंदोलन में शामिल होने वाले कुछ असमाजिक तत्व हिंसा को अंजाम देने लगते हैं।
Delhi Police Sources: CCTV video emerges from December 15 that shows protesters siphoning petrol from a motorcycle. (2/3) pic.twitter.com/L03Zu5prhK
— ANI (@ANI) December 22, 2019
बता दें कि जामिया मिल्लिया इस्लामिया विश्वविद्यालय ने विगत रविवार को परिसर में पुलिस के प्रवेश करने के मामले में अपनी रिपोर्ट मानव संसाधन विकास (एचआरडी) मंत्रालय को सौंप दी है। इसमें घटना की न्यायिक जांच कराने की मांग की गई है। विश्वविद्यालय ने इससे पहले इस संबंध में 15-16 दिसंबर को रिपोर्ट सौंपी थी। मंत्रालय को 20 दिसंबर को सौंपी नयी रिपोर्ट में विश्वविद्यालय ने मामले की जांच के लिए समिति गठित करने या न्यायिक जांच कराने की मांग दोहराई है।
जामिया के रजिस्ट्रार की ओर से दाखिल रिपोर्ट में विश्वविद्यालय ने रेखांकित किया है कि पुलिस ने मथुरा रोड और जुलेना रोड पर भीड़ को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े और लाठी चार्ज किया। इसके बाद प्रदर्शनकारी मौलाना मोहम्मद अली जौहर मार्ग पर पीछे हट गए जो विश्वविद्यालय परिसर से गुजरता है।
रिपोर्ट में दावा किया गया है कि भीड़ को पीछे धकेलते हुए पुलिसकर्मियों ने द्वार संख्या चार और द्वार संख्या सात पर लगे तालों को तोड़ दिया तथा गार्डों की पिटाई करते हुए विश्वविद्यालय परिसर में घुस गए। उन्होंने पुस्तकालय में आंसू गैस के गोले छोड़े और वहां पढ़ रहे छात्रों की बर्बरता से पिटाई की।’’ रिपोर्ट में कहा गया कि विश्वविद्यालय प्रशासन से परिसर या पुस्तकालय में प्रवेश करने की पुलिस ने अनुमति नहीं ली थी।