प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और 15 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के मुख्यमंत्री ने गलवान घाटी में जान गंवाने वाले जवानों को 2 मिनट का मौन धारण कर श्रद्धांजलि अर्पित की। वहीं पीएम मोदी ने कहा कि हमने कोशिश की कि मतभेद विवादों के आड़े ना आएं। चीन से लगी सीमा पर हमारे सैनिकों के बलिदान को व्यर्थ नहीं जाने देंगे।
मुख्यमंत्रियों के साथ डिजिटल बैठक में पीएम मोदी ने कहा, "मैं देश को भरोसा दिलाना चाहता हूं कि हमारे जवानों का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा। हमारे लिए भारत की अखंडता और संप्रभुता सर्वोच्च है और इसकी रक्षा करने से हमें कोई भी रोक नहीं सकता। भारत शांति चाहता है लेकिन भारत उकसाने पर हर हाल में यथोचित जवाब देने में सक्षम है।"
पीएम मोदी ने आगे कहा, "हमने हमेशा ही प्रयास किया है कि मतभेद विवाद न बनें। हम कभी किसी को भी उकसाते नहीं हैं। लेकिन हम अपने देश की अखंडता और संप्रभुता के साथ समझौता भी नहीं करते हैं। जब भी समय आया है हमने देश की अखंडता और संप्रभुता की रक्षा करने में अपनी शक्ति का प्रदर्शन किया है।"
बता दें कि सोमवार को लद्दाख के गलवान घाटी में चीनी सैनिकों के साथ खूनी झड़प में भारतीय सेना के एक कर्नल सहित 20 जवान शहीद हो गए। भारतीय सेना ने बताया है कि शहीद हुए जवानों में 15 जवान बिहार रेजिमेंट से थे। इसके अलावा पंजाब रेजिमेंड के 3, 81 एमपीएससी रेजिमेंट और 81 फील्ड रेजिमेंट के एक-एक जवान शहीद हुए हैं। इस खूनी झड़प पर घायल चार भारतीय जवान की हालत गंभीर बताई जा रही है।