दिसंबर में एक हजार करोड़ की शराब गटक गए दिल्लीवाले, 31 तारीख का निकाला जा रहा डेटा
By पल्लवी कुमारी | Published: January 3, 2020 10:27 AM2020-01-03T10:27:40+5:302020-01-03T10:27:40+5:30
आबकारी विभाग के सूत्रों के मुताबिक शराब पर कर करीब 48 प्रतिशत होता है। इस लिहाज से इस दिसंबर में करीब एक हजार करोड़ की शराब की बिक्री का अनुमान लगाया जा रहा है।
साल 2019 के आखिरी महीने दिसंबर में एक हजार करोड़ रुपए की शराबदिल्लीवाले पी गए हैं। आबकारी विभाग के सूत्रों ने ऐसा दावा किया है। हालांकि अभी इस बात का आकलन नहीं हो पाया है कि साल के आखिरी दिन 31 दिसंबर 2019 को शराब की कितनी बोतलों की बिक्री हुई है। आबकारी विभाग इसका भी डेटा निकाले में लगी हुई है। सूत्रों के मुताबिक इस बार दिसंबर में आबकारी विभाग को कुल राजस्व 465 करोड़ मिला है। जबकि 2018 के आखिरी महीने में 460 करोड़ रुपये की कमाई हुई थी।
आबकारी विभाग के एक अधिकारी ने कहा है कि इस राशि की गणना वेंडरस, होटल और बार को दी जाने वाली शराब के आधार पर की जाती है। सरकारी और निजी दुकानों की बात करें तो दिल्ली में 864 शराब की दुकानों का एक नेटवर्क है। जबकि 951 होटल, बार और क्लबों के पास ग्राहकों को शराब सर्व करने का लाइसेंस है। ये डेटा इसी के आधार पर तय किया जाता है।
दिलचस्प बात यह है कि 1901 के बाद दूसरी बार दिसंबर 2019 सबसे ठंडा महीना था और इस महीने में रिकॉर्ड तौर बिक्री होने का आबकारी विभाग को पूरा भरोसा था।
सूत्रों के मुताबिक कि आयातित शराब के कुछ लोकप्रिय ब्रांडों की कीमतों में कमी करने के आबकारी विभाग के फैसले के बाद इसकी कमाई में बढ़ोतरी हुई है। नवंबर 2019 में उत्पाद शुल्क विभाग ने विदेशी शराब के लगभग 10 ब्रांडों की कीमतों में 20-25% की कमी की थी।
आबकारी विभाग के सूत्रों के मुताबिक शराब पर कर करीब 48 प्रतिशत होता है। इस लिहाज से इस दिसंबर में करीब एक हजार करोड़ की शराब की बिक्री का अनुमान लगाया जा रहा है। हालांकि यह रिकॉर्ड आबकारी विभाग नहीं रखता है। विभाग केवल इस बात का रिकॉर्ड रखता है कि उसे उत्पाद ड्यूटी के रूप में कितना राजस्व मिला है। दिसंबर में शराब से राजस्व बढ़ता है।