नई दिल्लीः पूर्व नागर विमानन मंत्री पी. अशोक गजपति राजू को सोमवार को गोवा का नया राज्यपाल नियुक्त किया गया जबकि प्रोफेसर असीम कुमार घोष को हरियाणा का राज्यपाल और जम्मू-कश्मीर के पूर्व उपमुख्यमंत्री कविंद्र गुप्ता को लद्दाख का उपराज्यपाल नियुक्त किया गया। एक आधिकारिक विज्ञप्ति में यह जानकारी दी गयी है।
नियुक्तियां उनके कार्यभार संभालने की तिथि से प्रभावी होंगी। इसमें कहा गया है कि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने केंद्रशासित प्रदेश लद्दाख के उपराज्यपाल पद से ब्रिगेडियर बी. डी. मिश्रा (सेवानिवृत्त) का इस्तीफा स्वीकार कर लिया है। विज्ञप्ति के अनुसार राष्ट्रपति मुर्मू ने गुप्ता को लद्दाख का उपराज्यपाल, राजू को गोवा का राज्यपाल और प्रोफेसर घोष को हरियाणा का राज्यपाल नियुक्त किया है।
हम लद्दाख के विकास के लिए सबके साथ मिलकर काम करेंगे: उपराज्यपाल बनने पर कवींद्र गुप्ता ने कहा
उपमुख्यमंत्री और जम्मू-कश्मीर विधानसभा के अध्यक्ष समेत कई अहम पदों पर आसीन रहने के बाद अब लद्दाख के उपराज्यपाल के रूप में नई पारी शुरू करने जा रहे भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता कवींद्र गुप्ता ने सोमवार को कहा कि यह एक चुनौतीपूर्ण जिम्मेदारी है और वह क्षेत्र के विकास के लिए सभी के साथ मिलकर काम करेंगे।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने सोमवार को गुप्ता को केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख का नया उपराज्यपाल नियुक्त किया। गुप्ता ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘मैं उन सभी का आभारी हूं जिन्होंने मुझे इस योग्य समझा - चाहे वह माननीय प्रधानमंत्री हों, माननीय राष्ट्रपति हों, गृह मंत्री हों या राष्ट्रीय नेतृत्व - जिन्होंने मुझे इस पद पर बिठाया। मैं उन सभी के प्रति आभार व्यक्त करना चाहता हूं।’’
उन्होंने 30 अप्रैल, 2018 से मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती के नेतृत्व वाली भाजपा-पीडीपी सरकार में जम्मू-कश्मीर के उपमुख्यमंत्री के रूप में कार्य किया। गुप्ता ने कहा, ‘‘निश्चित रूप से कई चुनौतियां हैं, लेकिन मैं उन्हें स्वीकार करता हूं। मैं केंद्र शासित प्रदेश की सेवा करने की पूरी कोशिश करूंगा।’’
वर्ष 2014 में जम्मू-कश्मीर विधानसभा का अध्यक्ष बनने वाले भाजपा नेता ने कहा, ‘‘यह एक बड़ी जिम्मेदारी है और मुझे इसे पूरी ईमानदारी से निभाने का पूरा विश्वास है। हम (क्षेत्र के विकास के लिए) सभी के साथ मिलकर काम करेंगे।’’ जम्मू शहर के जानीपुर क्षेत्र से ताल्लुक रखने वाले 66 वर्षीय गुप्ता ने 2005 से 2010 तक लगातार तीन बार जम्मू के महापौर के रूप में कार्य किया।
उन्होंने भाजपा की राज्य इकाई के महासचिव के रूप में कार्य किया और 1993 से 1998 तक लगातार दो बार भारतीय जनता युवा मोर्चा (बीजेवाईएम) की जम्मू-कश्मीर इकाई का नेतृत्व किया। गुप्ता 2014 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के तत्कालीन मंत्री रमन भल्ला को हराकर गांधी नगर निर्वाचन क्षेत्र से पहली बार विधायक चुने गए थे।
वर्ष 2014 के विधानसभा चुनाव में पीडीपी-भाजपा गठबंधन की जीत के बाद गुप्ता सर्वसम्मति से विधानसभा अध्यक्ष चुने गए। पहले विश्व हिंदू परिषद (विहिप) के सचिव रह चुके गुप्ता ने आपातकाल के दौरान राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के कार्यकर्ता के रूप में लगभग 13 महीने जेल में बिताए थे।