नई दिल्ली, 13 मार्चः सीलिंग के विरोध में व्यापारी संगठनों में काफी रोष देखा जा रहा है और आज दिल्ली बंद करने का कदम उठाया है। कंफेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) द्वारा की गई घोषणा के बाद दिल्ली के करीब 2500 व्यापारी संगठनों ने इस बंद का समर्थन किया है। वहीं, सीलिंग का स्थायी समाधान निकालने के लिए मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आज सर्वदलीय बैठक बुलाई है।
दिल्ली बंद को लेकर थोक व खुदरा बाजार भी बंद में शामिल हो रहे हैं और सीलिंग के खिलाफ करोलबाग में आर्य समाज रोड पर व्यापारियों की महापंचायत लगाई गई है। इसमें आगे की रणनीति पर विचार-विमर्श चल रहा है। साथ ही दिल्ली के अन्य बाजारों में धरना-प्रदर्शन भी किया जा रहा है।ौ
इस दाैरान जब हमारी टीम लोगों से बातचीत करने पहुंची तो हालात बेहद खराब नजर आए। दुकानें बंद होने से उनमें काम करने वाले लोगों को खासी परेशानी हो रही है। दुकानों के मालिक अपने कर्मियों की सैलेरी देने से मना कर रहे हैं। जबकि रेहड़ी लगाने वाले एक शख्स ने बताया कि उनके बच्चों को खाने को लेकर भी परेशानी होगी।
व्यापारियों की मांग है कि सीलिंग से राहत दिलाने के लिए केंद्र सरकार संसद में बिल लाए तो वहीं दिल्ली सरकार भी विधानसभा सत्र बुलाकर बिल पास कर उसे केंद्र सरकार को भेजे।
इधर, सीएम केजरीवाल ने दिल्ली बीजेपी (भारतीय जनता पार्टी) के अध्यक्ष मनोज तिवारी और कांग्रेस अध्यक्ष अजय माकन को पत्र लिखकर बैठक में शामिल होने के लिए कहा थी, लेकिन वे बैठक में शामिल नहीं हुए है। उन्होंने पत्र में लिखा था कि सीलिंग के कारण दिल्ली में भायवह स्थिति बनी हुई है और दिल्ली के लोगों के हित में यह बहुत जरूरी है कि सभी लोग राजनित से ऊपर उठकर इसका हल निकालने की कोशिश करें।