हाईकोर्ट ने मेट्रो कर्मचारियों की हड़ताल पर लगाई रोक, दिल्ली सरकार को मिली राहत
By रामदीप मिश्रा | Updated: June 29, 2018 20:35 IST2018-06-29T20:35:44+5:302018-06-29T20:35:44+5:30
दिल्ली मेट्रो के करीब 12,000 नॉन-एग्जिक्यूटिव कर्मचारियों ने 29 जून से अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल और 30 जून से अनिश्चितकालीन सेवा हड़ताल पर जाने की बात कही थी।

हाईकोर्ट ने मेट्रो कर्मचारियों की हड़ताल पर लगाई रोक, दिल्ली सरकार को मिली राहत
नई दिल्ली, 29 जूनः दिल्ली मेट्रो के कर्मचारी वेतन सहित कई मांगों को लेकर शनिवार से हड़ताल पर जाने वाले थे, जिसको लेकर दिल्ली सरकार के भी पसीने छूट रहे थे। वहीं, कर्मचारियों की इस हड़ताल पर दिल्ली हाईकोर्ट ने रोक लगा दी है। इस मामले को लेकर दिल्ली सरकार का कहना है कि कर्मचारियों की सभी वास्तविक मांगों को स्वीकार किया जाना चाहिए।
केजरीवाल ने भी की थी हड़ताल न करने की अपील
इधर, खबरों के अनुसार हाईकोर्ट द्वारा रोक लगाए जाने के बाद डीएमआरसी के स्टाफ काउंसिल के पदाधिकारियों का कहना है कि वह कोर्ट के आदेश का पालन करेंगे और हड़ताल को वापस ले लिया गया है। वहीं, मामले को लेकर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट कर मेट्रो कर्मचारियों से अनुरोध किया था कि वे हड़ताल न करें, उनके ऐसा करने से लाखों लोगों को असुविधा होगी।
12,000 कर्मचारी जाने वाले थे हड़ताल पर
आपको बता दें, दिल्ली मेट्रो के करीब 12,000 नॉन-एग्जिक्यूटिव कर्मचारियों ने 29 जून से अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल और 30 जून से अनिश्चितकालीन सेवा हड़ताल पर जाने की बात कही थी। मेट्रो के नॉन-एग्जिक्यूटिव कर्मचारियों ने वेतन वृद्धि समेत 10 मांगे रखी हैं और उनके पूरा न होने तक अनिश्चितकालीन सेवा हड़ताल जारी रखने की धमकी दी थी।
करीब 25 लाख लोग रोज करते हैं मेट्रो से सफर
अगर मेट्रो कर्मचारी हड़ताल पर जाते तो राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के रोज यात्रा करने वाले करीब 25 लाख लोग बुरी तरह प्रभावित होते। इनमें द्वारका से नोएडा सिटी सेंटर के बीच चलने वाली ब्लू लाइन मेट्रो और हुड्डा सिटी सेंटर से जहांगीरपुरी के बीच चलने वाली मेट्रो में यात्रा करने वाले लोगों की संख्या सबसे ज्यादा है।
हर दिन 3 करोड़ का नुकसान
इस खबर का दूसरा पहलू यह भी है कि अगर मेट्रो सेवा ठप होती तो डीएमआरसी को हर दिन अनुमानित 3 करोड़ का नुकसान होता। वहीं मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक एक आरटीआई से मिली जानकारी में पता चला है कि बीते वित्त वर्ष डीएमआरसी की सिर्फ विज्ञापन से 492 करोड़ रुपये की आय हुई थी। दिल्ली मेट्रो की साल 2016-2017 की कुल आमदनी 5,387 करोड़ रुपये थी, जबकि इस दौरान उसका ऑपरेशनल रेवेन्यू 618 करोड़ रुपये और एडवर्टीसमेंट के जरिए 492 करोड़ रुपये का फायदा हुआ था।
19 जून से ही जारी विरोध
दिल्ली मेट्रो के कर्मचारी अपनी मांगों को लेकर बीती 19 जून से हाथ पर काली पट्टी बांधकर सांकेतिक विरोध कर रहे हैं, लेकिन मैनेजमेंट के उदासीन रवैये के चलते कर्मचारियों ने शुक्रवार 29 जून को भूख हड़ताल और 30 जून से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने की बात कही थी।