VK Saxena On Delhi Goverment: 'दूसरे राज्यों पर फोड़ रहे हैं अपनी नाकामियों का ठीकरा' एलजी ने दिल्ली सरकार को लगाई फटकार
By धीरज मिश्रा | Updated: May 31, 2024 18:33 IST2024-05-31T18:31:03+5:302024-05-31T18:33:28+5:30
VK Saxena On Delhi Goverment: दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने दिल्ली में जल संकट पर दिल्ली सरकार पर निशाना साधा है।

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VK Saxena On Delhi Goverment: दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने दिल्ली में जल संकट पर दिल्ली सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि बीते कुछ में दिल्ली में पानी का संकट देखने को मिल रहा है और हम दिल्ली में जल संकट के प्रति दिल्ली सरकार का गैरजिम्मेदाराना रवैया भी देख रहे हैं।
#WATCH | Delhi: Due to the water crisis, people are facing problems in many areas of Delhi. Water is being supplied to the people through tankers.
— ANI (@ANI) May 31, 2024
(Visuals from Chanakyapuri's Sanjay Camp area) pic.twitter.com/5HgqL7tj5O
उन्होंने कहा कि आज की स्थिति यह है कि दिल्ली में लोग पानी के लिए अपनी जान जोखिम में डालकर टैंकरों के पीछे भागते नजर आ रहे हैं। लेकिन सरकार अपनी नाकामियों का ठीकरा दूसरे राज्यों पर फोड़ रही है। दिल्ली में 24 घंटे पानी की आपूर्ति का मुख्यमंत्री का वादा अब तक छलावा साबित हुआ है।
#WATCH | Maharashtra: Residents of Mariampur village in Amravati are facing acute water crisis and are forced to consume water by digging pits on the banks of a polluted pond. pic.twitter.com/NBsVMNDQDN
— ANI (@ANI) May 31, 2024
दोनों राज्य अपने कोटे का पानी दे रहे हैं
वीके सक्सेना ने कहा कि हरियाणा और उत्तर प्रदेश लगातार दिल्ली को अपने तय कोटे के तहत पानी दे रहे हैं। इसके बावजूद आज दिल्ली में पानी की भारी किल्लत का सबसे बड़ा कारण यह है कि उत्पादित पानी का 54 फीसदी हिस्सा इस्तेमाल नहीं हो पाता। पुरानी और जर्जर पाइपलाइनों के कारण आपूर्ति के दौरान 40 फीसदी पानी बर्बाद हो जाता है।
#WATCH | Delhi LG, VK Saxena says, "From the last few days, we can see the irresponsible attitude of the Delhi government towards the water crisis in Delhi. Today in Delhi, people are seen risking their lives and running behind tankers to get water. But the government is blaming… pic.twitter.com/YVo5QpdakD
— ANI (@ANI) May 31, 2024
पिछले 10 सालों में दिल्ली सरकार द्वारा हजारों करोड़ रुपये खर्च किए गए हैं, लेकिन पुरानी पाइपलाइनों की मरम्मत या बदलाव नहीं किया जा सका और न ही पर्याप्त पाइप बिछाए गए। यह पानी टैंकर माफिया द्वारा चुराकर गरीबों को बेचा जाता है।
यह कितना दुर्भाग्यपूर्ण है कि एक तरफ दिल्ली के अमीर इलाकों में औसतन 1.5 लाख लीटर पानी की बर्बादी हो रही है। प्रति व्यक्ति प्रतिदिन 550 लीटर पानी की आपूर्ति की जा रही है, जबकि दूसरी ओर गांवों और मलिन बस्तियों में प्रति व्यक्ति औसतन केवल पंद्रह लीटर पानी की आपूर्ति की जा रही है।
मालूम हो कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली जल संकट पर सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया। केजरीवाल ने बीजेपी से भी अपील की। केजरीवाल ने कहा कि एक महीने के लिए हमें यूपी-हरियाणा से पानी दिया जाए।