दिल्ली सरकार ने कम से कम 47 कैदियों को रिहा करने का लिया फैसला, कोरोना की वजह से दो माह पहले रिहा हुए हैं 2800 कैदी
By भाषा | Updated: August 11, 2020 20:19 IST2020-08-11T20:19:43+5:302020-08-11T20:19:43+5:30
दो महीने पहले, दिल्ली सरकार ने कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए उठाये गए कदमों में से एक तिहाड़ जेल परिसर में भीड़ को कम करने के लिए लगभग 2,800 कैदियों को रिहा कर दिया था।

सांकेतिक तस्वीर (File Photo)
नयी दिल्ली: गृहमंत्री सत्येन्द्र जैन ने मंगलवार को कहा कि दिल्ली सरकार के सजा समीक्षा बोर्ड ने कम से कम 47 कैदियों को रिहा करने का फैसला किया है। जैन ने संवाददाताओं बातचीत में कहा कि बोर्ड ने किसी भी पाकिस्तानी नागरिक, आतंकवादी या कुख्यात अपराधी को नहीं रिहा किया गया है।
सरकार के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि इस मामले पर बोर्ड की बैठक पिछले सप्ताह हुई। कैदियों को रिहा करने के कारणों के बारे में जानकारी दिए बगैर, ‘‘सजा समीक्षा बोर्ड ने करीब 47 कैदियों को रिहा करने का फैसला लिया है।’’
मई में हुई बोर्ड की बैठक में जेसिका लाल हत्याकांड के दोषी मनु शर्मा को समय से पहले छोड़ने का फैसला लिया था। बाद में उपराज्यपाल अनिल बैजल ने बोर्ड के फैसले को मंजूरी दे दी।
बता दें कि इससे दो महीने पहले, दिल्ली सरकार ने कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए उठाये गए कदमों में से एक तिहाड़ जेल परिसर में भीड़ को कम करने के लिए लगभग 2,800 कैदियों को रिहा कर दिया था। रिहा किए गए कैदियों में 1,000 अंडर-ट्रायल भी शामिल थे, जिन्हें जमानत पर छोड़ दिया गया था, जबकि अन्य को पैरोल पर रिहा किया गया था।