दिल्ली चुनाव: वोट देने के लिए बुजुर्गों और दिव्यांग को नहीं पड़ेगी बूथ जाने की जरूरत, EC की खास सुविधा के जरिए घर बैठे कर पाएंगे मतदान
By स्वाति सिंह | Updated: February 8, 2020 08:37 IST2020-02-08T08:37:55+5:302020-02-08T08:37:55+5:30
दिल्ली चुनाव आयोग ने 80 साल के बुजुर्गों और दिव्यांगों के नाम वोटर लिस्ट में गंभीरता के साथ हाईलाइट और वेरिफाई किया गया था। इसके बाद इन वोटर्स के लिए एक ऐप भी लॉन्च किया गया। इसे 'बूथ ऐप' का नाम दिया गया है।

वोटर्स के लिए एक ऐप भी लॉन्च किया गया। इसे 'बूथ ऐप' का नाम दिया गया है।
दिल्ली विधानसभा की सभी 70 सीटों के लिए वोटिंग शुरू हो गई है। चुनाव के मद्देनजर चुनाव आयोग ने मतदाताओं के लिए कई सारे इंतजाम किए हैं। इन सभी इंतजामों में सबसे खास ये है कि दिल्ली में रहने वाले 80 साल और इससे ऊपर के बुजुर्गों और दिव्यांग मतदाताओं को वोटिंग के लिए मतदान केंद्रों पर नहीं जाना होगा। ऐसे वोटर्स की सुविधा लिए चुनाव आयोग ने इस बार पोस्टल बैलेट पेपर से मतदान कराने का फैसला किया है। साथ ही इस बार मतदाताओं को घर बैठे ही पता चल जाएगा कि उनके नजदीकी मतदान केंद्र पर कितनी लंबी लाइन है और अब तक कितने लोगों ने मतदान किया।
दिल्ली चुनाव आयोग ने 80 साल के बुजुर्गों और दिव्यांगों के नाम वोटर लिस्ट में गंभीरता के साथ हाईलाइट और वेरिफाई किया गया था। इसके बाद इन वोटर्स के लिए एक ऐप भी लॉन्च किया गया। इसे 'बूथ ऐप' का नाम दिया गया है। इस ऐप से कोई भी मतदाता घर बैठे यह पता कर सकता है कि नजदीकी मतदान केंद्र पर कितनी लंबी लाइन है और कितने लोगों ने अबतक मतदान किया है।
दरअसल, किसी भी वोटिंग बूथ पर अगर कोई मतदान करने जाता है, तो हेल्प डेस्क के पास ही उसका फोटो पहचान पत्र स्कैन कर लिया जाएगा। जिसके चलते इस ऐप जरिए यह पता चलेगा कि कोई व्यक्ति वोट डालने गया है। फिर मतदान करने के बाद उसके फोटो पहचानपत्र को स्कैन किया जाएगा, जिससे ऐप पर पता चलेगा कि उस व्यक्ति ने मतदान कर दिया है। इसके साथ ही वोटिंग बूथ पर कितने रजिस्टर्ड वोटर्स हैं और कितनों ने मतदान किया है। इस बात का पता लाइव पता चलेगा ऐप पर।
शांतिपूर्ण वोटिंग के लिए 19 हजार होम गार्ड्स की तैनाती
राष्ट्रीय राजधानी में शनिवार को होने वाले विधानसभा चुनाव के मद्देनजर दिल्ली पुलिस ने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए हैं। अधिकारियों ने बताया कि दिल्ली में करीब 40,000 सुरक्षाकर्मियों, होमगार्ड के 19,000 जवानों और केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीएपीएफ) की 190 कंपनियां तैनात की गई हैं। उत्तराखंड, हरियाणा और उत्तर प्रदेश से बुलाए गए होमगार्ड के जवान मतदान केंद्रों पर सुरक्षा में स्थानीय पुलिस की मदद करेंगे। पुलिस ने बताया कि आचार संहिता लागू होने के कारण विशेष अभियान के तहत 99,210 लीटर अवैध शराब, 774।1 किलो मादक पदार्थ जब्त किया गया है। इसके अलावा 504 गैरकानूनी हथियार जब्त किए गए हैं और 7,397 लाइसेंसी हथियार एहतियाती तौर पर जमा करवा लिए गए हैं।