Delhi Election: बच्चों ने मतदान केंद्र पर दादा-दादी से पूछा, अंगुली पर स्याही कैसे लगायी जाती है, ईवीएम दिखती कैसी है?

By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: February 8, 2020 20:06 IST2020-02-08T20:06:01+5:302020-02-08T20:06:01+5:30

निजी स्कूल की शिक्षिका रीमा बजाज ने कहा, ‘‘आठ साल का मेरा बेटा चुनाव प्रक्रिया को लेकर बड़ा जिज्ञासु है। मैं कुछ महीने पहले उसे मुख्य चुनाव कार्यालय में चुनाव संग्रहाल में ले गयी थी लेकिन वह आज सारी चीजें अपनी आंखों के सामने देखकर रोमांचित था।’’

Delhi Election: The children asked the grandparents at the polling station, how the ink is applied on the finger, what does the EVM look like? | Delhi Election: बच्चों ने मतदान केंद्र पर दादा-दादी से पूछा, अंगुली पर स्याही कैसे लगायी जाती है, ईवीएम दिखती कैसी है?

मैं चुनाव प्रणाली की बारीकियां समझने में मदद के लिए इलेक्ट्रोनिक वोटिंग मशीन का कामकाज देखना चाहता था।

Highlightsआज उनके लिए अपने आसपास की चीजें देखना एक नया अनुभव है।लोकतंत्र के उत्सव के गुब्बारों और बैनरों से सजे मतदान केंद्र बच्चों के लिए आकर्षण का केंद्र थे।

मतदान से पहले अंगुली पर स्याही कैसे लगायी जाती है? ईवीएम दिखती कैसी है? मतदान केंद्र के अंदर क्या माहौल होता है? जैसे सवाल शनिवार को यहां दिल्ली विधानसभा चुनाव में मतदान केंद्रों पर अपने माता-पिता और दादा-दादी के साथ गये किशोरों और बच्चों ने उनसे किए।

कुछ मतदान केंद्रों पर बच्चे फोटो बूथ पर गये और अपने माता-पिता के साथ सेल्फी खिंचवाई जबकि अन्य मतदान प्रक्रिया देखना चाहते हैं। निजी स्कूल की शिक्षिका रीमा बजाज ने कहा, ‘‘आठ साल का मेरा बेटा चुनाव प्रक्रिया को लेकर बड़ा जिज्ञासु है। मैं कुछ महीने पहले उसे मुख्य चुनाव कार्यालय में चुनाव संग्रहाल में ले गयी थी लेकिन वह आज सारी चीजें अपनी आंखों के सामने देखकर रोमांचित था।’’

चार साल के जुड़वे भाई बहन रिधान और विधान अपने दादा दादी के साथ पश्चिम दिल्ली के कीर्ति नगर में एक आदर्श चुनाव मतदान केंद्र पर पहुंचे थे। व्यापारी रमेश गुलाटी ने कहा, ‘‘ वैसे तो वे मतदान का महत्व समझने के लिए अभी बहुत छोटे हैं लेकिन कम से कम जबतक वे मतदान के लायक बनेंगे तबतक वे जान जायेंगे कि उन्हें मतदान से नहीं चूकना चाहिए।

आज उनके लिए अपने आसपास की चीजें देखना एक नया अनुभव है।’’ लोकतंत्र के उत्सव के गुब्बारों और बैनरों से सजे मतदान केंद्र बच्चों के लिए आकर्षण का केंद्र थे। नयी दिल्ली में सेंट कॉलंबस स्कूल मतदान केंद्र पर शिशुओं के लिए क्रैच सुविधा थी जहां माता-पिता मतदान केंद्र में वोट डालने जाने के दौरान उन्हें छोड़ सकते थे।

हरिनगर मतदान केंद्र पर 13 वर्षीय शिवम त्यागी ने कहा, ‘‘ मैं चुनाव प्रणाली की बारीकियां समझने में मदद के लिए इलेक्ट्रोनिक वोटिंग मशीन का कामकाज देखना चाहता था और जानना चाहता था कि लोकतांत्रिक प्रक्रिया कैसे कामकाज करती है। ’’

Web Title: Delhi Election: The children asked the grandparents at the polling station, how the ink is applied on the finger, what does the EVM look like?

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