नई दिल्लीः दिल्ली में बुधवार को कोविड-19 के 17282 नए मामले सामने आये, जो अभी तक एक दिन में सामने आने वाले सबसे अधिक मामले हैं।
104 और मरीजों की संक्रमण से मौत हो गई। यह जानकारी स्वास्थ्य विभाग द्वारा साझा किए गए आंकड़े से मिली। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल बृहस्पतिवार को उपराज्यपाल अनिल बैजल के साथ समीक्षा बैठक में शहर की कोविड-19 स्थिति पर चर्चा करेंगे।
कोविड-19 के ये मामले एक दिन पहले की गई 1.02 लाख से अधिक जांच किये जाने से सामने आये। आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार पिछले 10 दिनों में दिल्ली में कोविड-19 के लगभग 95,000 मामले सामने आये हैं।
दिल्ली की तीन जेलों में 67 कैदी, 11 कर्मचारी कोरोना वायरस से संक्रमित
दिल्ली के तीन जेल परिसरों में कोरोना वायरस से संक्रमित हुए 60 से ज्यादा कैदियों और 11 कर्मचारियों का इलाज चल रहा है। अधिकारियों ने बुधवार को इस बारे में बताया। महानिदेशक (जेल) संदीप गोयल ने बताया, ‘‘अब तक कुल 190 कैदी संक्रमित हुए हैं।’’ अधिकारियों द्वारा साझा किए गए आंकड़ों के मुताबिक, बुधवार तक दिल्ली की जेलों के उपचाराधीन मरीजों की संख्या 78 है।
इनमें जेल के 11 कर्मचारी शामिल हैं। गोयल ने कहा, ‘‘संक्रमण के 190 मामलों में से, 121 कैदी ठीक हो चुके हैं जबकि दो की मौत हो गयी। फिलहाल 67 उपचाराधीन मरीज हैं। जेल के 304 कर्मी अब तक संक्रमित हो चुके हैं। इनमें से 293 कर्मी ठीक हो चुके हैं और 11 का उपचार चल रहा है।’’ उन्होंने कहा कि मंडोली जेल के अधीक्षक और तिहाड़ जेल के दो डॉक्टरों समेत 11 कर्मी संक्रमित हुए हैं। रोहिणी जेल में संक्रमण का पहला मामला पिछले साल 13 मई को आया था। मंडोली जेल में 15 जून और चार जुलाई को एक-एक कैदी की मौत हो गयी। दोनों कैदी बुजुर्ग थे।
अधिकारियों ने कहा था कि पिछले साल मार्च में महामारी की शुरुआत के बाद से जेल विभाग सतर्क है और कर्मचारियों से साफ-सफाई बनाए रखने तथा उचित दूरी का पालन करने को बार बार कहा गया। जेल परिसरों के भीतर कैदियों में भी जागरूकता फैलायी गयी थी। महामारी फैलने के बीच पिछले साल जेलों में भीड़-भाड़ कम करने के मकसद से 1184 सजायाफ्ता कैदी और 5500 विचाराधीन कैदी रिहा किए गए थे। दोषी करार दिए गए कैदियों में 1072 कैदियों ने समर्पण कर दिया और 112 कैदियों ने अब तक समर्पण नहीं किया है।
दिल्ली में 94 में से 69 अस्पतालों में वेंटिलेटर वाले कोविड आईसीयू बिस्तर पूरी तरह भरे
राष्ट्रीय राजधानी में कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों में अप्रत्याशित वृद्धि के बीच वेंटिलेटर सहित कोविड-19 आईसीयू बिस्तर की सुविधा वाले 94 में से 69 अस्पतालों में इस प्रकार के सारे बिस्तर भर गए हैं और केवल 79 बिस्तर खाली हैं। एक आधिकारिक ऐप में दिए गए आंकड़ों में बुधवार को यह जानकारी सामने आई।
दिल्ली कोरोना ऐप के अनुसार, दोपहर दो बजे तक, 110 अस्पतालों में से 75 में बिना वेंटिलेटर वाले सभी कोविड-19 आईसीयू बिस्तर भरे थे। वेंटिलेटर वाले 1,177 कोविड-19 आईसीयू बिस्तरों में से केवल 79 खाली थे जबकि बिना वेंटिलेटर के 2,130 कोविड आईसीयू बिस्तरों में से 348 खाली थे।
इसके अलावा कुल 13,680 बिस्तरों में से 9,041 भरे थे। दिल्ली कोरोना ऐप के अनुसार, राजीव गांधी सुपर स्पेशलिटी अस्पताल, सफदरजंग अस्पताल, बीएसए अस्पताल और मैक्स पटपड़गंज समेत 69 अस्पताल ऐसे हैं जहां वेंटिलेटर वाले कोविड आईसीयू बिस्तर खाली नहीं हैं। ऐप के अनुसार, अपोलो अस्पताल और शालीमार बाग का फोर्टिस अस्पताल में बिस्तर पूरी तरह भरे हैं।
(इनपुट एजेंसी)