Coronavirus: टेस्टिंग में देरी से बढ़ा रहा है कोरोना संकट! दिल्ली में एक महीने में सात गुना बढ़ी लंबित सैंपलों की संख्या
By रामदीप मिश्रा | Published: April 30, 2020 08:29 AM2020-04-30T08:29:20+5:302020-04-30T08:29:20+5:30
Coronavirus: राष्ट्रीय राजधानी में कोरोना वायरस के मामलों की संख्या बुधवार को बढ़कर 3,439 हो गई, जबकि दो मौतें हुई हैं। दिल्ली सरकार द्वारा साझा किए गए आंकड़ों के अनुसार, बुधवार को 125 नए मामले सामने आए।
नई दिल्लीः राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में कोरोना वायरस की जांच के लंबित नमूने की संख्या पिछले एक महीने में सात गुना बढ़ गई है। 1 अप्रैल को लंबित नमूनों की 470 थी, जोकि बढ़कर 29 अप्रैल तक 3295 हो गई है। अधिकारियों का कहना है कि इसकी वजह से पॉजिटिव मामलों और उनके संपर्कों को ट्रेस करने के साथ साथ ठीक हुए मरीज का पता लगाने में गंभीर समस्या पैदा कर रही है। इसके अलावा ठीक हुए मरीज को घर भेजा जाए या नहीं इसको लेकर भी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा रहा है।
टीओआई की रिपोर्ट के अनुसार, दिल्ली में कोरोना वायरस की जांच के लिए 20 लैब हैं, जिसमें से 8 सरकारी हैं और 12 निजी लैब हैं। देश के किसी भी शहर से ज्यादा लैब दिल्ली में हैं। राज्य के कुछ नमूनों को नोएडा के नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ बायोलॉजिकल (NIB) में भी भेजा जाता है, जहां एक ऑटोमेटिक मशीन है जो एक दिन में 1000 परीक्षण करती है। लेकिन, दिल्ली के स्वास्थ्य सचिव द्वारा बुधवार को जारी एक आदेश के अनुसार, एनआईबी पिछले 15 दिनों से शहर के अधिकांश सैंपलों की रिपोर्ट जल्द नहीं दे रही है।
स्वास्थ्य सचिव ने आदेश दिया कि सभी उपायुक्त यह सुनिश्चित करेंगे कि कोई भी नमूना मई तक NIB को न भेजे जाएं। नमूना को अन्य सरकारी और निजी प्रयोगशालाओं में वितरित किया जाएगा, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि संबंधित लैब से सैंपल देने के अगले दिन रिजल्ट मिल सके।
आपको बता दें, राष्ट्रीय राजधानी में कोरोना वायरस के मामलों की संख्या बुधवार को बढ़कर 3,439 हो गई, जबकि दो मौतें हुई हैं। दिल्ली सरकार द्वारा साझा किए गए आंकड़ों के अनुसार, बुधवार को 125 नए मामले सामने आए। घातक वायरस के कारण होने वाली मौतों की संख्या अब 56 हो गई है। मंगलवार तक, संक्रमण के मामलों की संख्या 3,314 थी। इस महामारी के कारण जान गंवाने वाले 29 लोगों की आयु 60 साल या उससे अधिक थी जबकि 15 लोगों की उम्र 50 से 59 साल के बीच और 10 मृतकों की आयु 50 साल से कम थी।