Delhi Coronavirus: सीएम केजरीवाल का बड़ा ऐलान, बोले- करोना से लड़ते किसी की जान गई तो परिवार को देंगे 1 करोड़ की मदद
By गुणातीत ओझा | Updated: April 1, 2020 15:00 IST2020-04-01T15:00:44+5:302020-04-01T15:00:44+5:30
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ऐलान किया है कि कोरोना से लड़ते किसी की जान गई तो देंगे परिवार को 1 करोड़ की मदद। अरविंद केजरीवाल ने कहा है कि कोई डॉक्टर हो नर्स हो या फिर सैनिटाइजेशन से जुड़ा सरकारी या प्राइवेट कर्मचारी हो, अगर जान जाती है तो परिवार को एक करोड़ रुपये की मदद दी जाएगी।

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ऐलान किया है कि कोरोना से लड़ते किसी की जान गई तो देंगे परिवार को 1 करोड़ की मदद।
नई दिल्ली। देश की राजधानी दिल्ली में कोरोना वायरस संक्रमण के मामले में रोजाना बढ़ोतरी हो रही है। आज दिल्ली में कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों की संख्या 120 तक पहुंच गई। ऐसे में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ऐलान किया है कि कोरोना से लड़ते किसी की जान गई तो देंगे परिवार को 1 करोड़ की मदद। अरविंद केजरीवाल ने कहा है कि कोई डॉक्टर हो नर्स हो या फिर सैनिटाइजेशन से जुड़ा सरकारी या प्राइवेट कर्मचारी हो, अगर जान जाती है तो परिवार को एक करोड़ रुपये की मदद दी जाएगी। दिल्ली पुलिस के सूत्रों के मुताबिक मरकज दिल्ली के चीफ मौलाना साद 28 तारीख से लापता हैं। उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने बताया कि मरकज से 2361 लोगों को निकाला गया है। 617 लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है जबकि बाकी लोगों को क्वैरंटीन में रखा गया है।
If anyone loses their life while serving #COVID19 patients, whether sanitation workers, doctors or nurses, their family will be provided Rs 1 crore as respect to their service. Whether they are from private or government sector doesn't matter: Delhi Chief Minister Arvind Kejriwal pic.twitter.com/UJdnHmbC2Z
— ANI (@ANI) April 1, 2020
दिल्ली में कोविड-19 के मामलों की संख्या बढ़कर हुई 120
दिल्ली में पिछले चौबीस घंटे में कोरोना वायरस के 23 नए मामले सामने आने के बाद मंगलवार को संक्रमित व्यक्तियों की संख्या बढ़कर 120 हो गई। स्वास्थ्य विभाग ने यह जानकारी दी। इन 120 मामलों में 24 वे व्यक्ति हैं जिन्होंने निजामुद्दीन पश्चिम में एक धार्मिक सभा में भाग लिया था। दिल्ली के स्वास्थ्य विभाग के अनुसार कम से कम पांच लोगों को अस्पताल से छुट्टी दे दी गयी है, दो व्यक्तियों की मौत हो चुकी है और एक देश से बाहर चुका है। सोमवार रात तक कोविड-19 के 97 मामले सामने आ चुके थे।
निजामुद्दीन में धार्मिक सभा में आए लोग दिल्ली की 16 मस्जिदों में ठहरे थे: पुलिस ने सरकार को बताया
दिल्ली पुलिस विशेष शाखा ने निजामुद्दीन में धार्मिक सभा में भाग लेने के बाद राष्ट्रीय राजधानी की 16 मस्जिदों में ठहरे विदेशी नागरिकों समेत लोगों के संबंध में उठाए गए तत्काल कदमों के बारे में मंगलवार को दिल्ली सरकार को पत्र लिखा। सरकारी विज्ञप्ति के अनुसार इस प्रकार के 157 लोग थे जिनमें 94 इंडोनेशिया, 13 किर्गिस्तान, नौ बांग्लादेश, आठ मलेशिया, सात अल्जीरिया और ट्यूनिशिया, बेल्जियम और इटली का एक-एक नागरिक शामिल है। शेष लोग भारतीय हैं। एक पुलिस अधिकारी ने कहा, ‘‘जिला प्रशासन, पुलिस और स्वास्थ्य विभाग की एक टीम मस्जिदों में जा रही है और विदेशी नागरिकों को वहां से निकालकर पृथक कर रही है। वे मरकज का हिस्सा थे और इमारत में भीड़ कम करने के लिए वे राष्ट्रीय राजधानी की विभिन्न मस्जिदों में चले गए थे।’’
निजामुद्दीन मरकज में सभा में शामिल हुए भोपाल के सभी 32 लोग दिल्ली में पृथक रखे गए
दिल्ली के निजामुद्दीन में धार्मिक सभा में शामिल हुए भोपाल के सभी 32 लोगों को दिल्ली में ही पृथक रखा गया है और उनमें से कोई व्यक्ति भोपाल नहीं आया। भोपाल के कलेक्टर तरुण पिथोडे ने मंगलवार को बताया कि इसके साथ ही विदेशों से भोपाल आए 55 और अन्य जमात सदस्यों का स्वास्थ्य परीक्षण करा लिया गया है। पिथोडे ने बताया कि इनमें से किसी में भी बीमारी के कोई लक्षण नहीं मिले। उन्होंने कहा कि इन विदेशियों के संपर्क में आए लोगों के नमूने भी जांच के लिए भेज दिए गए हैं। पिथोडे ने कहा कि सभी जमात सदस्यों ने 21 दिन का स्वयं पृथक रहने का समय पूरा कर लिया है। किसी भी जमाती में बीमारी का कोई लक्षण नहीं है। उन्होंने कहा कि भोपाल की जनता को घबराने की आवश्यकता नहीं है। उन्होंने कहा कि सभी लोग प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की निगरानी में है। सुरक्षा की दृष्टि से सभी के नमूने जांच के लिये भी भेज दिये गए हैं।
मध्य प्रदेश सरकार ने दिल्ली में तबलीगी जमात धार्मिक सभा में शामिल होने वाले 82 लोगों की पहचान की
मध्य प्रदेश सरकार ने दिल्ली में तबलीगी जमात धार्मिक सभा में शामिल हुए मध्यप्रदेश के 107 लोगों में से 82 लोगों की पहचान कर ली है और उनमें से कुछ को पृथक कर दिया गया है। अधिकारिक जानकारी के अनुसार बाकी लोगों की भी पहचान की जा रही है। उन्होंने बताया कि ये लोग मध्यप्रदेश के भोपाल, सीहोर, विदिशा एवं रायसेन के रहने वाले हैं। इससे पहले मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मंगलवार को यहां मंत्रालय में आयोजित उच्च स्तरीय बैठक में निर्देश दिए हैं कि दिल्ली में तबलीगी जमात में हिस्सा लेने वाले मध्य प्रदेश के 100 से अधिक लोगों को पृथक रखने की व्यवस्था की जाए।