Delhi Assembly Elections: सांसदों को दिल्ली विधानसभा चुनाव में उतार सकती है भाजपा
By लोकमत समाचार ब्यूरो | Published: January 17, 2020 04:55 AM2020-01-17T04:55:45+5:302020-01-17T04:55:45+5:30
पूर्व मुख्यमंत्री साहिब सिंह वर्मा और पश्चिमी दिल्ली से सांसद प्रवेश वर्मा और दक्षिणी दिल्ली के सांसद रमेश विधूड़ी की ओर से भी सकारात्मक संकेत दिए गए हैं. हालांकि क्रि केट की पिच से राजनीति में एंट्री करने वाले पूर्वी दिल्ली से सांसद गौतम गंभीर, नई दिल्ली से सांसद मीनाक्षी लेखी और उत्तर-पश्चिम दिल्ली से सांसद सूफी गायक हंसराज हंस का जवाब अभी मिलना बाकी है.
दिल्ली की सत्ता में 22 वर्षों का वनवास दूर करने के लिए एड़ी-चोटी का जोर लगा रही भाजपा एक नया दांव चलने की तैयारी कर रही है. माना जा रहा है कि यहां के सभी सातों सांसदों को विधानसभा चुनाव के मैदान में उतारा जा सकता है. इसके लिए पार्टी ने इन सांसदों का मन टटोलना भी शुरू कर दिया है.
सूत्रों के अनुसार सभी सात सांसदों में से कुछ खुशी-खुशी इसके लिए तैयार हैं. लेकिन कम से कम तीन सांसद इसके लिए तैयार नहीं हैं. केंद्रीय मंत्री रहे और राजस्थान से राज्यसभा सदस्य विजय गोयल, स्वास्थ्य मंत्री व चांदनी चौक से सांसद डॉ. हर्षवर्धन, उत्तरपूर्वी दिल्ली से सांसद मनोज तिवारी इसके लिए तैयार हैं.
पूर्व मुख्यमंत्री साहिब सिंह वर्मा और पश्चिमी दिल्ली से सांसद प्रवेश वर्मा और दक्षिणी दिल्ली के सांसद रमेश विधूड़ी की ओर से भी सकारात्मक संकेत दिए गए हैं. हालांकि क्रि केट की पिच से राजनीति में एंट्री करने वाले पूर्वी दिल्ली से सांसद गौतम गंभीर, नई दिल्ली से सांसद मीनाक्षी लेखी और उत्तर-पश्चिम दिल्ली से सांसद सूफी गायक हंसराज हंस का जवाब अभी मिलना बाकी है. इससे पहले बुधवार को पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष और सांसद मनोज तिवारी ने यह कहते हुए संकेत किया था कि जरूरत पड़ी तो सांसदों को भी चुनाव लड़ाएंगे.
दरअसल पहले महाराष्ट्र और फिर झारखंड में अपनी सत्ता गंवा चुकी भाजपा किसी भी कीमत पर दिल्ली का किला फतह करना चाहती है. पार्टी की दिल्ली इकाई के एक वरिष्ठ नेता ने बताया कि पार्टी का शीर्ष नेतृत्व विधानसभा चुनाव में भी लोकसभा चुनाव जैसा प्रदर्शन दोहराते हुए देखना चाहता है.
लिहाजा सत्ताधारी आम आदमी पार्टी (आप) को कड़ी टक्कर देने के लिए हैवीवेट नेताओं को उतारने की योजना बड़ी कामयाबी दिला सकती है. सांसदों के चुनाव लड़ने का फायदा न केवल उनकी अपनी विधानसभा सीट पर मिलेगा बल्कि अपने संसदीय क्षेत्र की अन्य विधानसभाओं में मुकाबला कर रहे पार्टी के दूसरे उम्मीदवारों को भी मिलेगा.
भाजपा अंतिम समय पर खोलेगी पत्ते:
लोकसभा चुनाव में भी भाजपा ने अंतिम समय तक अपने पत्ते नहीं खोले थे. अंतिम समय में दलित नेता उदित राज का टिकट काटा गया तब तक उनके चुनाव में उतरने के सभी मौके खत्म हो चुके थे. माना जा रहा है कि भाजपा इस बार भी कई सीटों पर ऐसा ही फॉर्मूला अपना सकती है. दिल्ली में 8 फरवरी को होने वाले मतदान के लिए नामांकन की प्रक्रि या 14 जनवरी से शुरू हो चुकी है. नामांकन कराने की अंतिम तिथि 21 जनवरी है.