Delhi Assembly Elections: ADR के मुताबिक, AAP के 25 प्रतिशत प्रत्याशी और भाजपा के 20 प्रतिशत प्रत्याशी दागी
By भाषा | Published: February 2, 2020 01:12 PM2020-02-02T13:12:13+5:302020-02-02T13:12:48+5:30
एडीआर ने कहा कि कांग्रेस के भी 15 प्रतिशत प्रत्याशियों ने अपने खिलाफ गंभीर आपराधिक मामले दर्ज होने की घोषणा की है। आठ फरवरी को होने जा रहे दिल्ली विधानसभा चुनाव में इस बार 672 प्रत्याशी चुनावी मैदान में हैं।
एसोसिएशन ऑफ़ डेमोक्रेटिक रिफार्म (एडीआर) नाम की संस्था के अनुसार दिल्ली विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी के 25 प्रतिशत प्रत्याशी और भाजपा के 20 प्रतिशत प्रत्याशियों ने अपने चुनावी हलफनामों में यह घोषणा की है कि उनके खिलाफ गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं।
एडीआर ने कहा कि कांग्रेस के भी 15 प्रतिशत प्रत्याशियों ने अपने खिलाफ गंभीर आपराधिक मामले दर्ज होने की घोषणा की है। आठ फरवरी को होने जा रहे दिल्ली विधानसभा चुनाव में इस बार 672 प्रत्याशी चुनावी मैदान में हैं।
चुनाव सुधार के लिए काम करने वाली संस्था एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) के अनुसार 2018-19 में भाजपा को चंदे में 2,410 करोड़ रुपये मिले जिसमें 1,450 करोड़ रुपये चुनावी बॉंड के जरिए आए। कांग्रेस को चंदे में 918.03 करोड़ रुपये मिले जिनमें 383.26 इस बॉंड के जरिए आए। इस बॉंड को भारतीय स्टेट बैंक की चुनिंदा शाखाओं से खरीदा जा सकता है और किसी भी राजनीतिक दल को चंदे में दिया जा सकता है।
बुधवार को जारी एडीआर के एक विश्लेषण के अनुसार, वित्त वर्ष 2018-19 के दौरान, छह राष्ट्रीय दलों में से केवल भाजपा, कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस ने ही चुनावी बॉंड के माध्यम से कुल 1,931.43 करोड़ रुपये की आय होने की घोषणा की है। इसमें कहा गया है कि चुनावी बॉन्ड के माध्यम से भाजपा को 1,450.89 करोड़ रुपये मिले जबकि कांग्रेस को 383.26 करोड़ रुपये और तृणमूल को 97.28 करोड़ रुपये मिले।
तृणमूल ने वित्त वर्ष 2018-19 के दौरान कुल 192.65 करोड़ रुपये मिलने की घोषणा की जबकि माकपा ने 100.96 करोड़ रुपये और बसपा ने 69.79 करोड़ रुपये की आय की घोषणा की। भाजपा की आय 2017-18 में 1,027.34 करोड़ रुपये थी जो बढ़कर 2,410.08 करोड़ रुपये हो गई वहीं कांग्रेस की आय 199.15 करोड़ से बढ़कर 918.03 करोड़ रुपये हो गई। रिपोर्ट में कहा गया है कि भाजपा और कांग्रेस ने चुनाव या प्रचार पर क्रमशः 792.39 करोड़ रुपये और 308.96 करोड़ रुपये खर्च किए।