दिल्ली विधानसभा चुनाव पर अबतक कितने सही रहे हैं एग्जिट पोल, देखें पिछला रिकॉर्ड
By स्वाति सिंह | Published: February 9, 2020 08:51 AM2020-02-09T08:51:23+5:302020-02-09T08:51:23+5:30
Delhi Assembly Election Exit Polls: ऐसे में अगर बात करें एग्जिट पोल के पिछले रिकॉर्ड की तो देखा जा सकता है कि दिल्ली में 2013 और 2015 दोनों चुनाव में आम आदमी के प्रदर्शन ज्यादा नहीं दिखाया गया था।
दिल्ली में शनिवार को विधानसभा चुनाव के लिए 61.46 फीसदी मतदान हुआ। यह 2015 में हुए चुनाव के 67.47 फीसदी मत प्रतिशत से कम है। एग्जिट पोल की मानें तो विकास के मुद्दे पर चुनाव लड़ने वाली आप को आसान जीत मिलती दिख रही है। मतदान संपन्न होने के बाद आए तकरीबन सभी चुनाव बाद सर्वेक्षणों (एग्जिट पोल) में मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल के नेतृत्व वाली आम आदमी पार्टी (आप) की बड़ी जीत का पूर्वानुमान व्यक्त किया गया है। कुछ सर्वेक्षणों में संकेत दिया गया है कि पार्टी 2015 का रिकॉर्ड दोहरा सकती है जब इसने 70 विधानसभा सीटों में से 67 पर जीत का परचम फहराया था।
पार्टी | इंडिया टु़डे-एक्सिस | सी वोटर-एबीपी | टीवी-9 भारतवर्ष-Cicero | टाइम्स नाउ+IPSOS | रिपब्लिक टीवी-जन की बात |
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आप | 59-68 | 49-63 | 54 | 44 | 48-61 |
बीजेपी+ | 2-11 | 05-19 | 15 | 26 | 09-21 |
कांग्रेस | 0 | 0-4 | 01 | 00 | 00-01 |
इंडिया टुडे-एक्सिस के एग्जिट पोल के अनुसार आप को 59-68 और भाजपा को 2-11 सीट मिल सकती हैं। वहीं, एबीपी-सी वोटर के अनुसार आप को 49-63 और भाजपा को 5-19 सीट मिल सकती हैं। टाइम्स नाउ-इस्पोस के अनुसार केजरीवाल की कुर्सी बरकरार रह सकती है और आप को 47 तथा भाजपा को 23 सीट मिल सकती हैं।
रिपब्लिक-जन की बात के एग्जिट पोल के अनुसार आप को 48-61 और भाजपा को 9-21 सीट मिलने के आसार हैं। टीवी 9 भारतवर्ष-सिसेरो के अनुसार आप को 52-64 और भाजपा को 6-16 सीट मिल सकती हैं। वहीं, नेता-न्यूज एक्स के अनुसार आप के खाते में 53-57 और भाजपा के खाते में 11-17 सीट आ सकती हैं।
एबीपी के सर्वेक्षण में कहा गया कि आप का वोट प्रतिशत 50.4 और भाजपा का वोट प्रतिशत 36 हो सकता है। वहीं, इंडिया टुडे-एक्सिस पोल के अनुसार दोनों पार्टियों के लिए यह आंकड़ा क्रमश: 56 और 35 प्रतिशत का हो सकता है। वर्ष 2015 के दिल्ली विधानसभा चुनाव में आप ने 67 सीटों के साथ प्रचंड जीत हासिल की थी और भाजपा के खाते में केवल तीन सीट आई थीं। तब दोनों पार्टियों का वोट प्रतिशत क्रमश: 54.3 और 32.3 प्रतिशत था
वहीं, दिल्ली भाजपा के अध्यक्ष मनोज तिवारी ने एग्जिट पोल को नकारते हुए दावा किया कि भाजपा दिल्ली विधानसभा चुनाव में 48 सीट जीतेगी। तिवारी ने ट्वीट किया कि एग्जिट पोल ‘‘फेल’’ होंगे। भाजपा 48 सीट जीतेगी और दिल्ली में सरकार बनाएगी...कृपया ईवीएम पर आरोप मढ़ने का बहाना न ढूंढ़ें। वहीं, आप नेता एवं दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि उनकी पार्टी बड़े अंतर से चुनाव जीतने जा रही है।
ऐसे में अगर बात करें एग्जिट पोल के पिछले रिकॉर्ड की तो देखा जा सकता है कि दिल्ली में 2013 और 2015 दोनों चुनाव में आम आदमी के प्रदर्शन ज्यादा नहीं दिखाया गया था। 2013 में आए कुछ एग्जिट पोल ने किसी भी पार्टी को बहुमत नहीं दिखाया था। जबकि, कुछ एग्जिट पोल में बीजेपी को बहुमत दिखाया था। लेकिन रिजल्ट के बाद तब किसी भी पार्टी को पूर्ण बहुमत नहीं मिला। कोई भी पार्टी 35 के नंबर तक नहीं पहुंची। हालांकि इस चुनाव में बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी बनके उभरी वहीं आम आदमी पार्टी को 28 सीटें मिली थीं।
दिल्ली विधानसभा चुनाव 2013 एग्जिट पोल
2013 में इंडिया टुडे-ओआरजी, टाइम्स नाउ-सी वोटर, एबीपी नील्सन और चाणक्य पोल आप के प्रदर्शन के बारे में एग्जिट पोल लगभग सही साबित हुए थे। इसका अनुमान था कि आप दिल्ली में 31 के आसपास सीटें जीत सकती है। 2013 में एग्जिट पोल में कांग्रेस को 15 से 24 सीटें भी मिलती दिखाई थीं, लेकिन उसे रिजल्ट के बाद 8 सीटें मिली थीं।
वहीं, 2015 चुनाव के एग्जिट पोल की बात करें तो ज्यादातर ने इसमें आप को बहुमत मिलते दिखाया था। लेकिन, किसी भी एग्जिट पोल का यह दावा नहीं था कि आम आदमी पार्टी को 67 सीटें या इसके आस-पास मिलेंगी। सभी एग्जिट पोल ने आम आदमी पार्टी को 35 से 45 सीटें दी थीं। लेकिन उसे 67 सीटें मिलीं। इसके अलावा ज्यादातर एग्जिट पोल में बीजेपी की सीटें दहाई के आंकड़े को पार करती हुई दिख रही थीं। इंडिया टीवी-सी वोटर ने बीजेपी को 33 सीटें तक मिलती दिखाई थीं। लेकिन जब रिजल्ट आए तो बीजेपी के पास केवल 3 सीटें आईं। जबकि, कांग्रेस का खाता नहीं खुला।