दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल के अनुसार "भारत के मोस्ट वांटेड आंतकवादी" और इंडियन मुजाहिद्दीन के कथित संस्थापक सदस्य अब्दुल सुभान कुरैशी को गिरफ्तार किया गया है। स्पेशल सेल के डीसीपी प्रमोद कुशवाहा ने सोमवार (22 जनवरी) को पत्रकारों को बताया कि कुरैशी को दो दिन पहले हल्की मुठभेड़ के बाद गाजीपुर इलाके से गिरफ्तार गया। डीसीपी प्रमोद कुशवाहा ने बताया कि राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी (एनआईए) ने कुरैशी पर चार लाख रुपये का इनाम रखा था। अदालत ने कुरैशी को 14 दिन की पुलिस रिमांड पर भेज दिया है।
पुलिस के अनुसार गुजरात में साल 2008 में हुए बम धमाकों का मुख्य आरोपी है। 26 अक्टूबर 2008 को अहमदाबाद में 70 मिनट के अंदर 21 बम धमाके हुए थे। उन धमाकों में 56 लोग मारे गये थे और 200 लोग घायल हुए थे। पुलिस के अनुसार अब्दुल सुभान कुरैशी नेपाल में जाली दस्तावेज बना कर रह रहा था। डीसीपी प्रमोद कुशवाहा ने कहा कि कुरैशी भारत का मोस्ट वांडेट आतंकवादी था। पुलिस के अनुसार कुरैशी गाजीपुर में अपने एक पुराने साथी से मिलने आया था।
मध्य प्रदेश के रामपुर के रहने वाले कुरैशी स्टूडेंट इस्लामिक मूवमेंट ऑफ इंडिया (सिमी) का सदस्य था। पुलिस स्पेशल सेल दिल्ली, बेंगलुरु और अहमदाबाद में हुए बम धमाकों में शामिल रहा था। अब्दुल सुभान उस्मान कुरैशी, कासिम जाकिर, क़ाब और तौक़ीर नामों से भी काम करता था। पुलिस के अनुसार कुरैसी इंडियन मुजाहिद्दीन और सिमी को दोबारा सक्रिय करना चाहता था। साल 2007-08 में कुरैशी ने पूरे देश में चार प्रशिक्षण कैम्प आयोजित किये थे जिसमें आतंकी ट्रेनिंग दी गयी थी। पुलिस के अनुसार कुरैसी अंग्रेजी स्कूल में पढ़ा हुआ है। कुरैशी बम बनाने का माहिर बताया जाता है। वह पेशे से सॉफ्टवेयर इंजीनियर है। पुलिस के अनुसार कुरैशी ने कई प्रमुख आईटी कंपनियों में काम कर चुका था। पुलिस को कुछ दिन पहले ही इनपुट मिल गया था कि कुरैशी गाजीपुर में अपने पुराने साथी से मिलने आने वाला है।
गणतंत्र दिवस से पहले खुफिया एजेंसियों ने दिल्ली में तीन संदिग्ध आतंकी छिपे होने की एक कॉल इंटरसेप्ट की थी, जिसके बाद राजधानी में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया था। बताया गया था कि दिल्ली के जामा मस्जिद इलाके में तीन संदिग्ध आतंकी छिपे हो सकते हैं, जो 26 जनवरी को आतंकी हमले को अंजाम दे सकते हैं। 14 जनवरी को खुफिया एजेंसियों से मिली सूचना के बाद राजधानी में सुरक्षा व्यवस्था और कड़ी कर दी गई थी। वहीं, हाल ही में गृह मंत्रालय ने भी एक अलर्ट जारी किया था, जिसमें दिल्ली समेत कई राज्यों की पुलिस को अलर्ट पर रहने के लिए कहा गया था। गृह मंत्रालय अलर्ट के जरिए कहा था कि इस साल आतंकी संगठन ड्रोन के माध्यम से किसी बड़े आतंकी हमले को अंजाम देने की साजिश रच रहे हैं।