मानहानि मामले में माफी मांगकर अदालत की कार्रवाई से बच गए थे ये नेता, राहुल गांधी भी पहले मांग चुके हैं माफी, जानें
By अनिल शर्मा | Published: March 25, 2023 11:27 AM2023-03-25T11:27:51+5:302023-03-25T11:46:00+5:30
अतीत में ऐसे कई मामलों में राजनेताओं ने माफी मांगकर केस को रफा-दफा कर दिया। दिल्ली के मुख्यमंत्री व आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल तीन बार माफी मांग चुके हैं। वहीं आप के ही नेता संजय सिंह भी भाजपा नेता से माफी मांग चुके हैं।
नई दिल्लीः 'मोदी सरनेम' मानहानि मामले में सूरत की अदालत द्वारा 2 साल की सजा सुनाए जाने के बाद कांग्रेस नेता राहुल गांधी की शुक्रवार संसद सदस्यता रद्द कर दी गई। साल 2019 में कर्नाटक की एक रैली में राहुल गांधी ने कहा था कि 'सभी चोरों का सरनेम मोदी ही क्यों होता है'? चार साल बाद गुरुवार अदालत ने मामले में राहुल गांधी को दोषी पाया और 2 साल की सजा सुनाई।
खबरों की मानें तो राहुल गांधी मामले में सूरत की अदालत में तीन बार पेश हुए लेकिन उन्होंने एक बार भी अपनी कथित टिप्पणी को लेकर माफी नहीं मांगी। अगर माफी मांग लिए होते तो उनको न तो सजा होती और ना ही उनकी संसद सदस्यता जाती। क्योंकि राहुल गांधी अतीत में ऐसे केस में मांफी मांगते हुए मामलों से छुटकारा पा चुके हैं।
साल 2019 के चुनाव के दौरान राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री मोदी के लिए 'चौकीदार चोर है' का नारा लगाया था, जिसके लिए उन्हें सुप्रीम कोर्ट में तीन हलफनामें देकर बिना शर्त माफी मांगनी पड़ी थी। पहले दो हलफनामों में राहुल गांधी ने खेद जताया था। जिसपर कोर्ट ने उन्हें फटकार लगाई। इसके बाद कांग्रेस नेता की पैरवी कर रहे वकील अभिषेक मनु सिंघवी के कहने पर राहुल ने बिना शर्त माफी मांगी थी।
पूरा मामला क्या था?
दरअसल साल 2019 में अप्रैल में सुप्रीम कोर्ट राफेल डील के लीक दस्तावेजों को सबूत मानकर मामले की दोबारा सुनवाई के लिए राजी हो गया था। इस पर राहुल ने कहा था कि कोर्ट ने मान लिया कि 'चौकीदार ही चोर है।' राहुल के इस बयान को लेकर भाजपा नेता मीनाक्षी लेखी ने उनके खिलाफ अवमानना का केस दायर कर दिया था। इस पर कोर्ट ने राहुल को बिना नोटिस जारी किए ही जवाब मांगा था। राहुल ने 22 अप्रैल को माना था कि कोर्ट ने ऐसा कुछ नहीं कहा और गर्म चुनावी माहौल में जोश में उनके मुंह से यह बात निकल गई। उन्होंने अपनी टिप्पणी पर खेद जताया था।
वर्तमान में राहुल गांधी राहुल गांधी के खिलाफ एक नहीं पूरे 6 मानहानि के मामले चल रहे हैं। कुछ मामले 9 साल पुराने हैं तो कुछ 6 से चार साल पुराने हैं। कइयों की सुनवाई अंतिम चरण में है।
गौरतलब है कि अतीत में ऐसे कई मामलों में राजनेताओं ने माफी मांगकर केस को रफा-दफा कर दिया। दिल्ली के मुख्यमंत्री व आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल तीन बार माफी मांग चुके हैं। वहीं आप के ही नेता संजय सिंह भी भाजपा नेता से माफी मांग चुके हैं।
अरविंद केजरीवाल ने कब-कब मांगी माफी
मजीठियाः पंजाब विधानसभा में चुनाव प्रचार के दौरान केजरीवाल ने अकाली नेता मजीठिया पर काफी गंभीर आरोप लगाए थे। केजरीवाल ने कहा था कि मजीठिया ड्रग्स बेचते हैं तो कई इंटरनैशनल ड्रग्स डीलर्स के बयानों में उनका नाम आ चुका है। केजरीवाल ने कहा था कि 30 मार्च को सरकार बनेगी और 15 अप्रैल तक मजीठिया जेल में होंगे। बाद में केजरीवाल ने मजीठिया ले लिखित रूप में माफी मांगी थी।
नितिन गडकरी: केजरीवाल ने केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी पर दिल्ली के ई-रिक्शा और जमीन घोटाला का आरोप लगाए थे। केजरीवाल ने गडकरी को भ्रष्ट नेता बताया था। उस वक्त केजरीवला ने भी माफी मांगने से इनकार कर दिया लेकिन मामला के अदालत में पहुंचने के बाद केजरीवाल ने गडकरी से भी लिखित में माफी मांगी। केजरीवाल ने लिखा कि मेरी आपसे कोई रंजिश नहीं। पूर्व में दिए बयान के लिए अफसोस जाहिर करता हूं।
कपिल व अमित सिब्बल: केजरीवाल ने साल 2013 में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता व वकील कपिल सिब्बल व उनके बेटे अमित सिब्बल पर 'निजी लाभ के लिए शक्तियों के दुरुपयोग' का आरोप लगाया था। उन्होंने कहा था कि वह ऐसे समय में एक दूरसंचार कंपनी की तरफ से सर्वोच्च न्यायालय में पेश हुए, जब उनके पिता कपिल सिब्बल केंद्रीय संचार मंत्री थे। बाद में केजरीवाल ने इन दोनों को पत्र लिखकर माफी मांगी थी।
अरुण जेटली: उपर्युक्त नेताओंं पर आरोप लगाकर माफी मांग चुके केजरीवाल ने वित्त मंत्री अरुण जेटली से भी उनके खिलाफ एक आरोप पर माफी मांगी थी। केजरीवाल ने आरोप लगाया था कि जेटली के डीडीसीए कार्यकाल में भ्रष्टाचार हुआ था। इसके बाद जेटली ने केजरीवाल के खिलाफ 10 करोड़ रुपये का मानहानि केस दायर कर दिया। मामला काफी चर्चा में रहा। बाद में केजरीवाल ने जेटली को भी माफीनामा भेजकर इससे छुटकारा पा लिया।
संजय सिंह ने एबीवीपी नेता अंकित भारद्वाज से मांगी थी माफी
साल 2017 में राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने मानहानि के मामले में एबीवीपी के नेता अंकित भारद्वाज से माफी मांगी थी। दरअसल उस वक्त के आप विधायक कपिल मिश्रा (अब भाजपा में हैं) पर धरने के दौरान हमला हुआ था। सांसद संजय सिंह ने मीडिया को बुलाकर बयान दिया था कि यह हमला बीजेपी के छात्र संगठन अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के नेता अंकित भारद्वाज ने किया है। मामले की जांच हुई तो पता चला कि हमला करने वाला व्यक्ति आम आदमी पार्टी का ही कार्यकर्ता था। पटियाला हाउस कोर्ट में संजय सिंह पर एक साल तक मानहानि का मुकदमा चला। संजय सिंह के बिना शर्त माफी मांगने के बाद कोर्ट ने मामले को खत्म कर दिया।