Cyclone Remal Live Updates: तूफान ‘रेमल’ का असर, 394 उड़ानें प्रभावित, बंगाल में दो और बांग्लादेश में 10 की मौत, एनडीआरएफ की टीम अलर्ट, 800000 लोगों को निकाला
By सतीश कुमार सिंह | Published: May 27, 2024 04:38 PM2024-05-27T16:38:33+5:302024-05-27T16:40:38+5:30
Cyclone Remal Live Updates:चक्रवाती तूफान ने बंगाल के सागर द्वीप और बांग्लादेश के खेपुपारा के बीच के तटीय इलाकों में भारी तबाही मचाई।

photo-ani
Cyclone Remal Live Updates: चक्रवाती तूफान ‘रेमल’ ने पश्चिम बंगाल और बांग्लादेश में तबाही मचा दी है। प्रभाव के कारण बांग्लादेश के निचले तटीय इलाकों से लगभग 800,000 लोगों को निकाला गया। चक्रवात रविवार देर रात पश्चिम बंगाल के सागर द्वीप और बांग्लादेश के खेपुपारा क्षेत्र के पास पहुंचा। सोमवार की सुबह तेज हवा के साथ भारी से बहुत भारी बारिश हुई। बांग्लादेश का अधिकांश हिस्सा प्रभावित हुआ। बंगाल में 2 और बांग्लादेश में 10 की मौत हुई है और 394 उड़ानें प्रभावित हैं। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने कहा कि चक्रवात 'रेमल' उत्तर-उत्तर-पूर्व की ओर बढ़ने से पहले कुछ समय तक लगभग उत्तर की ओर बढ़ता रहेगा और धीरे-धीरे एक चक्रवाती तूफान में कमजोर हो जाएगा।
Teams of #NDRF Jawans are removing trees uprooted in Sandeshkhali, Sagar island and the Dantan area of West Bengal due to #CycloneRemal. pic.twitter.com/l2SD9uFrQU
— All India Radio News (@airnewsalerts) May 27, 2024
तूफान ‘रेमल’ ने पश्चिम बंगाल और उसके तटीय इलाकों में आधारभूत संरचना और संपत्ति को काफी नुकसान पहुंचाया है और इसके कारण हुए हादसों में दो लोगों की मौत हो गई। तूफान के कारण बीती रात 135 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चली थीं। अधिकारियों ने सोमवार को यह जानकारी दी।
भीषण चक्रवाती तूफान #रेमल कमजोर पड़कर चक्रवाती #तूफान में बदल गया है और धीरे-धीरे उत्तर व उत्तर-पूर्व की ओर बढ़ रहा है। #CycloneRemalpic.twitter.com/JZtQirc5so
— डीडी न्यूज़ (@DDNewsHindi) May 27, 2024
राज्य आपदा प्रबंधन के एक अधिकारी ने बताया कि मध्य कोलकाता के एंटली के बिबीर बागान इलाके में रविवार शाम को हुई मूसलाधार बारिश के कारण एक दीवार के गिरने से एक व्यक्ति की दबकर मौत हो गई। अधिकारी ने बताया कि सुंदरबन डेल्टा से सटे नामखाना के पास मौसुनी द्वीप में एक पेड़ एक झोपड़ी पर गिर गया, जिसमें दबकर एक बुजुर्ग महिला की भी सोमवार सुबह मौत हो गई।
भीषण चक्रवाती तूफान रेमल बांग्लादेश के खेपुपारा और पश्चिम बंगाल के दक्षिण 24 परगना जिले के सागर के बीच प्रवेश कर चुका है।
— डीडी न्यूज़ (@DDNewsHindi) May 27, 2024
तूफान और तेज बारिश से कोलकाता समेत कई जिलों में जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है।#CycloneRemalpic.twitter.com/0orVnDJKFk
इस चक्रवाती तूफान ने बंगाल के सागर द्वीप और बांग्लादेश के खेपुपारा के बीच के तटीय इलाकों में भारी तबाही मचाई। 'रेमल' से पश्चिम बंगाल के तटीय इलाकों में हुई क्षति को साफ तौर पर देखा जा सकता है। कोलकाता और राज्य के अन्य तटीय जिलों में झोपड़ियों की छत हवा में उड़ गयीं, पेड़ उखड़ गये और बिजली के खंभे गिर गये, जिस कारण कोलकाता सहित राज्य के कई हिस्सों में बिजली की आपूर्ति प्रभावित हुई। सप्ताह के पहले कार्य दिवस की सुबह कोलकाता के कई इलाकों में जलजमाव की स्थिति देखी गयी।
वहीं, सियालदह टर्मिनल स्टेशन से उपनगरीय ट्रेन सेवाएं कम से कम तीन घंटे के लिए आंशिक रूप से निलंबित रहीं, जिस कारण यात्रियों को खासी मुश्किलों का सामना करना पड़ा। चक्रवाती तूफान 'रेमल' के मद्देनजर कोलकाता हवाई अड्डे पर उड़ान सेवाएं 21 घंटे तक निलंबित रहने के बाद सोमवार सुबह बहाल हुईं।
Update #CycloneRemal
— NDRF 🇮🇳 (@NDRFHQ) May 27, 2024
NDRF is closely monitoring the post landfall situation in West Bengal. 14 Rescue Teams deployed across the State now actively engaged in restoration work with local agencies. @PMOIndia@HMOIndia@BhallaAjay26@PIBKolkata@PIBHomeAffairs@PIB_India@ANIpic.twitter.com/ZiPF66H2jr
हवाई अड्डे से जुड़े सूत्रों ने बताया कि स्थिति सामान्य होने में कुछ और समय लगेगा। इस चक्रवाती तूफान ने बंगाल के सागर द्वीप और बांग्लादेश के खेपुपारा के बीच के तटीय इलाकों में भारी तबाही मचाई। 'रेमल' के दस्तक देने की प्रक्रिया की शुरुआत रविवार रात साढ़े आठ बजे से शुरू हुई थी।
मौसम विभाग के मुताबिक, रेमल सुबह साढ़े पांच बजे कैनिंग से लगभग 70 किलोमीटर उत्तर पूर्व और मोंगला से 30 किलोमीटर पश्चिम-दक्षिण पश्चिम में कमजोर होकर चक्रवाती तूफान में तब्दील हो गया। विभाग ने बताया कि चक्रवाती तूफान के और कमजोर होने के आसार हैं। सामान्य स्थिति बहाल करने के प्रयास जारी हैं।
आपातकालीन सेवाएं प्रभावित क्षेत्रों में मलबा हटाने और बिजली बहाल करने के काम में जुटी हैं। अधिकारियों ने बताया कि हालांकि, लगातार भारी बारिश के कारण अधिकतर प्रभावित क्षेत्रों में इन अभियानों में बाधा आ रही है। अधिकारियों के मुताबिक, तूफान से हुए नुकसान का आकलन किया जा रहा है।
राज्य सरकार ने प्रभावित लोगों को भोजन, पेयजल और चिकित्सा सहायता प्रदान करते हुए राहत अभियान शुरू कर दिया है। अधिकारियों ने लोगों से घरों के अंदर रहने और आवश्यक सावधानी बरतने का आग्रह किया है, क्योंकि कई हिस्सों में तेज बारिश जारी है।
एक मौसम वैज्ञानिक ने बताया कि कोलकाता में रविवार को सुबह साढ़े आठ बजे से सोमवार को सुबह साढ़े पांच बजे के बीच 146 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गयी। मौसम विभाग के मुताबिक, कोलकाता में अधिकतम हवा की गति 74 किलोमीटर प्रति घंटे दर्ज की गई, जबकि शहर के उत्तरी बाहरी इलाके दमदम में हवा की अधिकतम गति 91 किमी प्रति घंटे दर्ज की गई।
शहर के सदर्न एवेन्यू, लेक प्लेस, चेतला, डीएल खान रोड, डफरिन रोड, बालीगंज रोड, न्यू अलीपुर, बेहाला, यादवपुर, गोलपार्क, हतीबागान, जगत मुखर्जी पार्क और कॉलेज स्ट्रीट के साथ-साथ साल्ट लेक क्षेत्र से सटे इलाकों में पेड़ उखड़ने की खबरें प्राप्त हुईं। 'रेमल' के प्रभाव से कोलकाता में करीब 68 और पास के सॉल्ट लेक व राजारहाट क्षेत्र में 75 पेड़ गिरे।