कोलकाता। बंगाल की दक्षिण-पूर्वी खाड़ी और पड़ोसी क्षेत्रों से उठा चक्रवाती तूफान अम्फान कभी भी खतरनाक रूप ले सकता है। अगले 12 घंटे में चक्रवाती तूफान को लेकर अहम हैं। भारतीय मौसम विभाग के मुताबिक अगले 12 घंटे में तूफान की रफ्तार तेज हो सकती है और यह भयानक रूप ले सकता है। दक्षिण पूर्वी बंगाल की खाड़ी में करीब 1000 किलोमीटर की दूरी पर अगले 12 घंटे में चक्रवाती तूफान में तेजी से वृद्धि हो सकती है। ओडिशा के तटीय इलाके और आसपास के क्षेत्र में तूफान को लेकर अलर्ट पहले से ही जारी है। सरकार ने मछुआरों को चेतावनी दी है कि वह आज सोमवार से समुद्र में या ओडिशा के समुद्री तटों पर ना जाएं। चक्रवाती तूफान के खतरे को देखते हुए ओडिशा सरकार ने 12 तटीय जिलों में अलर्ट जारी किया है। तटीय जिलों की स्लम बस्तियों को खाली कराया जा रहा है। ओडिशा में जगतसिंहपुर के जिला मजिस्ट्रेट संग्राम केशरी महापात्र ने बताया कि चक्रवात 'AMPHAN' को देखते हुए जिला प्रशासन की तैयारी पूरी है। एनडीआरएफ (राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल) की टीम भी पहुंच गई है। 19 मई तक, हम उन सभी लोगों को निकाल देंगे जो स्लम क्षेत्र में हैं।
11 लाख लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने की तैयारी
चक्रवात ‘अम्फान’ के आसन्न खतरे के मद्देनजर रविवार को ओडिशा और पश्चिम बंगाल में राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) की टीम तैनात कर दी गईं। इस बीच, ओडिशा ने कहा कि वह इस चक्रवात से बुरी तरह से प्रभावित होने वाले 11 लाख लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने के लिए तैयार है। एनडीआरएफ के महानिदेशक एस एन प्रधान ने नयी दिल्ली में कहा कि भारतीय मौसम विज्ञान विभाग की रविवार सुबह की एक रिपोर्ट के अनुसार चक्रवात ‘अम्फान’ बंगाल की खाड़ी में एक प्रचंड चक्रवाती तूफान में तब्दील हो रहा है। उन्होंने कहा, ‘‘इसका पथ मुख्य रूप से पश्चिम बंगाल, सागर द्वीप समूह और शायद बांग्लादेश की ओर है...लेकिन हमें इस पर करीबी नजर रखनी होगी। एनडीआरएफ ने समय रहते अपनी टीम तैनात कर दी हैं। वे या ता तैनात कर दी गई हैं या गंतव्य की ओर बढ़ रही हैं।’’
190 किलोमीटर प्रति घंटे तक हो सकती है रफ्तार
चक्रवाती तूफान के चलते 20 मई की सुबह हवाओं की गति 95 किलोमीटर प्रति घंटे तक पहुंच सकती है। इस समय दक्षिण पूर्व क्षेत्र में तथा उससे लगे दक्षिण पश्चिम बंगाल की खाड़ी क्षेत्र में 80-90 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार वाले अंधड़ चल रहे हैं जो अधिकतम 100 किलोमीटर प्रति घंटे तक पहुंच रहे हैं। सोमवार सुबह ये हवाएं मध्य बंगाल की खाड़ी के दक्षिणी हिस्सों के ऊपर 125 से 135 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार पकड़ सकती हैं और 150 किलोमीटर प्रति घंटे का प्रचंड रूप ले सकती हैं। 19 मई को ये ही हवाएं मध्य बंगाल की खाड़ी के उत्तरी हिस्सों और पास में उत्तरी बंगाल की खाड़ी के ऊपर से 160-170 किलोमीटर प्रति घंटे की गति पकड़ते हुए 190 किलोमीटर प्रति घंटे तक पहुंच सकती हैं। 20 मई को उत्तरी बंगाल की खाड़ी के ऊपर से ये तूफान 155-165 किलोमीटर प्रति घंटे की गति पकड़कर 180 किलोमीटर प्रति घंटे तक पहुंच सकता है। अगले 24 घंटे के दौरान दक्षिण पश्चिम और मध्य बंगाल की खाड़ी के ऊपर समुद्र में ऊंची लहरें उठेंगी।
एनडीआरएफ ने ओडिशा, पश्चिम बंगाल में तैनात कीं 17 टीम
चक्रवात ‘अम्फान’ के आसन्न खतरे के चलते राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) ने ओडिशा और पश्चिम बंगाल में अपनी 17 टीम तैनात कर दी हैं। एनडीआरएफ के महानिदेशक एस एन प्रधान ने एक वीडियो संदेश में कहा कि राष्ट्रीय आपदा मोचन बल ‘‘मुख्यालय से स्थिति पर करीब से नजर रख रहा है और हम राज्य सरकारों, भारत मौसम विज्ञान विभाग तथा सबंधित सभी एजेंसियों के संपर्क में हैं।’’ उन्होंने कहा कि मौसम विभाग की रिपोर्ट के अनुसार चक्रवात ‘अम्फान’ बंगाल की खाड़ी में एक तीव्र चक्रवाती तूफान में तब्दील हो रहा है और संभवत: अगले 24 घंटों में यह अत्यंत भीषण चक्रवाती तूफान बन सकता है। प्रधान ने कहा, ‘‘इसका पथ अधिकांशत: पश्चिम बंगाल, सागर द्वीप समूह और संभवत: बांग्लादेश की ओर है...लेकिन हमें इसके पथ पर करीब से नजर रखनी होगी। एनडीआरएफ ने पहले से ही टीम तैनात कर दी हैं। या तो वे तैनात कर दी गई हैं या वे गंतव्यों की ओर रास्ते में हैं।’’ उन्होंने कहा कि बल की सात टीम पश्चिम बंगाल में तैनात की गई हैं। ये टीम राज्य के छह जिलों-दक्षिणी 24 परगना, उत्तरी 24 परगना, पूर्वी मिदनापुर, पश्चिमी मिदनापुर, हावड़ा और हुगली में तैनात हैं। दस टीम ओडिशा के सात जिलों-पुरी, जगतसिंहपुर, केंद्रपाड़ा, जाजपुर, भद्रक, बालासोर और मयूरभंज में तैनात की गई हैं। एनडीआरएफ की एक टीम में लगभग 45 कर्मी होते हैं।