कोलकाताः पश्चिम बंगाल के कई हिस्सों में तबाही मचाने वाले अत्यंत भीषण चक्रवाती तूफान 'अम्फान' के कारण कम से कम 12 लोगों की मौत हो गई, हजारों मकान नष्ट हो गए और निचले इलाकों में पानी भर गया। इस बीच केंद्रीय गृहमंत्री अमित ने कहा है कि वह तूफान 'अम्फान' पर नजर बनाए हुए हैं और अधिकारियों से संपर्क में हैं।
अमित शाह ने ट्वीट कर कहा, 'हम चक्रवात 'अम्फान' पर कड़ी नजर बनाए हुए हैं और संबंधित अधिकारियों के साथ लगातार संपर्क में हैं। मैंने चक्रवात के कारण उत्पन्न स्थिति पर ओडिशा को मुख्यमंत्री नवीन पटनायक और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से भी बात की है और केंद्र से हर संभव मदद का आश्वासन दिया है।'
उन्होंन आगे ट्वीट करते हुए कहा, 'प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार हर नागरिक की सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध है। एनडीआरएफ की टीमें पहले से ही लोगों की मदद के लिए मौके पर हैं। मैं पश्चिम बंगाल और ओडिशा के लोगों से आग्रह करता हूं कि वे घरों में रहें और निर्देशों का पालन करें। हम सभी की सुरक्षा और कल्याण के लिए प्रार्थना कर रहे हैं।'
NDRF की टीमें हैं तैनात
मौसम विभाग के अनुसार पश्चिम बंगाल तट पर पहुंचने के समय चक्रवात के केंद्र के पास हवा की गति 160-170 किमी प्रति घंटे थी। राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) के महानिदेशक एस एन प्रधान ने नई दिल्ली में कहा कि ओडिशा में 20 टीमों को तैनात कर दिया गया है जबकि पश्चिम बंगाल में 19 यूनिट को तैनात किया गया है। ओडिशा में एनडीआरएफ की टीमों ने सड़कों को साफ करने का अभियान शुरू कर दिया है। वहीं पश्चिम बंगाल में तैनात टीमें लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा रही हैं। पश्चिम बंगाल में करीब पांच लाख लोगों को और ओडिशा में करीब 1.58 लाख लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है।
अम्फानः जान-माल को हुए नुकसान का अनुमान लगाना अभी संभव नहीं
पश्चिम बंगाल के राज्य के वरिष्ठ अधिकारियों ने कहा कि इस चक्रवाती तूफान के कारण जान-माल को हुए नुकसान का अनुमान लगाना अभी संभव नहीं है, क्योंकि जिन क्षेत्रों में सर्वाधिक तबाही मची है, उनमें अब भी जाना संभव नहीं है। पश्चिम बंगाल के उत्तर और दक्षिण 24 परगना जिलो में चक्रवात के कारण भारी बारिश और तूफान आने से खपरैल वाले मकानों के ऊपरी हिस्से तेज हवाओं में उड़ गए, पेड़ एवं बिजली के खम्भे उखड़ गए और निचले शहरों एवं गांवों में पानी भर गया।
अम्फानः तेज हवाओं ने कारों को भी पलट दिया
कोलकाता में 125 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार वाली हवाओं ने कारों को पलट दिया और पेड़ एवं खम्भे उखड़कर गिर जाने से कई अहम रास्ते बाधित हो गए। कोलकाता में उत्तरी और दक्षिणी 24 परगना तथा पूर्वी मिदनापुर से आने वाली खबरों में कहा गया है कि खपरैल के मकानों के ऊपरी हिस्से तेज हवाओं में उड़ गए। बिजली के खम्भे टूट गए या उखड़ गए। भारी बारिश के कारण कोलकाता के निचले इलाकों में सड़कों और घरों में पानी जमा हो गया।
अम्फानः बिजली आपूर्ति ठप, मोबाइल और इंटरनेट सेवाएं भी बाधित
कोलकाता, उत्तर 24 परगना एवं दक्षिण 24 परगना में लंबे समय तक बिजली आपूर्ति ठप रही। मोबाइल और इंटरनेट सेवाएं भी बाधित हुईं। सुंदरवन डेल्टा के तटबंध इस चक्रवात के कारण टूट गए। टीवी में दिखाई गई फुटेज में दीघा और सुंदरवन में ज्वारभाटा की ऊंची लहरें उठती दिख रही हैं। पेड़ गिरने से बाधित सड़कों को साफ करने के लिए भारी मशीनरी तैनात की गई है। राज्य सरकार ने पांच लाख से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया है।