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सरयू के घाटों पर श्रद्धालुओं की भीड़, कल कार्तिक पूर्णिमा पर स्नान, लाखों पहुंचेंगे अयोध्या

By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: November 11, 2019 14:01 IST

सूचना उपनिदेशक (अयोध्या मंडल) मुरलीधर सिंह ने बताया कि सरयू नदी में पवित्र स्नान सोमवार को शाम चार बजे से शुरू होगा और मंगलवार की शाम तक चलेगा क्योंकि हिंदू कैलेंडर के हिसाब से पूर्णिमा सोमवार की शाम से लगेगी।

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ठळक मुद्देकार्तिक पूर्णिमा स्नान के लिए प्रदेश और देश के विभिन्न हिस्सों से श्रद्धालु यहां पहुंच रहे हैं।राम मंदिर मसले पर उच्चतम न्यायालय के फैसले के बाद कार्तिक पूर्णिमा स्नान पर श्रद्धालुओं का यह सबसे बड़ा जमावड़ा होगा।

भय और आशंकाओं का माहौल खत्म होता नजर आ रहा है, मंदिरों में सामान्य पूजा-अर्चना हो रही है और शहर के हालात सामान्य दिख रहे हैं।

सोमवार को कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर धार्मिक नगरी अयोध्या में लाखों की संख्या में श्रद्धालुओं के सरयू नदी में पवित्र स्नान करने की संभावना है। वैसे, सरयू के घाटों पर सुबह से ही श्रद्धालुओं की भीड़ है। सूचना उपनिदेशक (अयोध्या मंडल) मुरलीधर सिंह ने बताया कि सरयू नदी में पवित्र स्नान सोमवार को शाम चार बजे से शुरू होगा और मंगलवार की शाम तक चलेगा क्योंकि हिंदू कैलेंडर के हिसाब से पूर्णिमा सोमवार की शाम से लगेगी।

कार्तिक पूर्णिमा स्नान के लिए प्रदेश और देश के विभिन्न हिस्सों से श्रद्धालु यहां पहुंच रहे हैं। राम मंदिर मसले पर उच्चतम न्यायालय के फैसले के बाद कार्तिक पूर्णिमा स्नान पर श्रद्धालुओं का यह सबसे बड़ा जमावड़ा होगा। नया घाट और राम की पैड़ी सहित अन्य घाटों पर लाखों श्रद्धालुओं के सरयू नदी में स्नान करने की संभावना है।

कार्तिक पूर्णिमा स्नान को देखते हुए अयोध्या के जिला प्रशासन ने रविवार की शाम यातायात संबंधी योजना जारी की। जिला अधिकारी अनुज कुमार झा ने बताया कि कार्तिक पूर्णिमा के मौके पर अयोध्या में पांच लाख से अधिक श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद है । सामान्य दिनों में यह संख्या लगभग 8000 होती है जबकि किसी त्योहार के मौके पर 50 हजार से अधिक श्रद्धालु आ जाते हैं। झा ने बताया कि हमने सुरक्षा को लेकर एहतियाती कदम उठाए हैं ।

यह सुनिश्चित करने का प्रयास भी किया जाएगा कि श्रद्धालुओं को किसी तरह की कोई समस्या ना होने पाए और वे आराम से पूजा-अर्चना एवं दर्शन कर सकें। उन्होंने बताया कि लगभग 18 जगहों पर पानी के टैंकर रखे गए हैं, 20 मेडिकल कैंप लगाए गए हैं, एंबुलेंस तैयार है और 30 मोबाइल शौचालय भी बनाए गए हैं।

जिलाधिकारी ने बताया कि राम जन्मभूमि क्षेत्र के पास हालात पूरी तरह सामान्य है। राम मंदिर को लेकर उच्चतम न्यायालय का फैसला आने के तुरंत बाद शहर में जो अनिश्चितता और आशंका छाई हुई थी, वह धीरे धीरे सामान्य स्थिति की ओर बढ़ती नजर आई । सरयू नदी के किनारे नया घाट पर जहां नौ नवंबर को एक भी श्रद्धालु स्नान करता नहीं दिखा, वहीं रविवार 10 नवंबर को कुछ श्रद्धालु पूजा-अर्चना करते नजर आए और सोमवार की सुबह श्रद्धालुओं का जत्था सरयू में डुबकी लगाता दिखा ।

सोमवार को बाहर से भी श्रद्धालुओं के आने का सिलसिला रहा । हनुमान गढ़ी मंदिर में आम दिनों की तरह पूजा अर्चना की गई । कनक भवन में भी श्रद्धालुओं ने पूजन किया । हनुमानगढ़ी के पास छोटी-छोटी दुकानें खुली रहीं और लोग पूजन सामग्री, प्रसाद और अन्य सामान खरीदते मिले । सुरक्षा व्यवस्था हर जगह चाक-चौबंद थी । हनुमानगढ़ी की ओर बढ़ने वाले रास्तों पर जगह-जगह बैरियर लगाए गए थे । वाहनों का प्रवेश बंद था । अयोध्या के चौक बाजार में दुकानें आम दिनों की तरह ही खुलीं और सड़क पर चहल-पहल नजर आई ।

स्थानीय लोगों से बात करने पर यही प्रतिक्रिया मिली कि सब कुछ सामान्य है, अयोध्या में हिंदू और मुसलमान के बीच कहीं किसी तरह की कोई समस्या नहीं है। बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं को वापस उनके गंतव्य तक पहुंचाने के लिए उत्तर प्रदेश रोडवेज की ओर से नया घाट पर शनिवार को बसों का भारी-भरकम इंतजाम किया गया था । लेकिन आज नया घाट पर एक भी बस नजर नहीं आई । वहां मौजूद यातायात पुलिस के एक अधिकारी से जब पूछा तो उन्होंने बताया कि अब हालात सामान्य हो चले हैं इसलिए बसों का संचालन अयोध्या बस अड्डे से ही हो रहा है।

अयोध्या बस अड्डे पर आम दिनों की अपेक्षा आज बसों की संख्या अधिक थी । भीड़ थी और श्रद्धालु अपने अपने गंतव्य को जाने के लिए बसों की प्रतीक्षा करते भी नजर आए । कुछ समय के लिए यातायात जाम की स्थिति भी बनी लेकिन दिल्ली, गोरखपुर, लखनऊ, गोंडा, बस्ती, प्रयागराज सहित विभिन्न ज़गहों के लिए बसों का आना-जाना लगातार जारी था।

शहर के होटलों, धर्मशाला और आश्रमों में बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं की भीड़ थी। देश विदेश का मीडिया अभी भी यहां जमा हुआ है । अयोध्या में कल बारावफात का जुलूस नहीं निकला लेकिन आज सुबह सामान्य स्थिति देखकर और स्थानीय लोगों से बातचीत कर ऐसा नहीं लगा कि इस संबंध में कहीं किसी तरह का कोई तनाव है। 

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