जम्मू-कश्मीर: सेना और आंतकियों के बीच कल रात से मुठभेड़ अभी जारी, लगातार हो रही है फायरिंग
By भारती द्विवेदी | Published: April 11, 2018 03:03 PM2018-04-11T15:03:23+5:302018-04-11T15:03:23+5:30
आतंकवादियों से मुठभेड़ के चलते कुलगाम और अनंतनाग जिलों में मोबाइल इंटरनेट सेवाएं निलंबित कर दी गई हैं। वहीं, एहतियातन रूप से श्रीनगर-बनिहाल मार्ग पर ट्रेन सेवाएं रोक दी गई हैं।
नई दिल्ली, 11 अप्रैल: दक्षिण कश्मीर के कुलगाम जिले के खुडवानी इलाके में सेना के जवानों और आतंकवादियों के बीच मुठभेड अभी जारी है। सेना और आंतकियों के बीच ये एनकाउंटर 10 अप्रैल देर रात से ही जारी है। सेना के जवानों ने दो-तीन आंतकियों को घेरा रखा है। दोनों ही साइड से लगातार फायरिंग जारी है। आतंकियों को मार गिराने के लिए मौके पर केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) की 6 अन्य कंपनियों को भेजा गया है। भारतीय जवान आतंकवादियों को मुंहतोड़ जवाब दे रहे हैं।
#Visuals from #JammuAndKashmir: Encounter underway between terrorists & security forces in Khudwani area of Kulgam District in South Kashmir (Visuals deferred by unspecified time) pic.twitter.com/JaMNGVam6D
— ANI (@ANI) April 11, 2018
इधर, आतंकवादियों से मुठभेड़ के चलते कुलगाम और अनंतनाग जिलों में मोबाइल इंटरनेट सेवाएं निलंबित कर दी गई हैं। वहीं, एहतियातन रूप से श्रीनगर-बनिहाल मार्ग पर ट्रेन सेवाएं रोक दी गई हैं। हालांकि, श्रीनगर-बारामूला मार्ग पर सामान्य रूप से ट्रेंने चलाई जा रही हैं। इससे पहले सेना को सूचना मिली थी कि खुडवानी इलाके के वानी मोहल्ला में आतंकी छिपे हैं। सेना ने सूचना के बाद राष्ट्रीय राइफल्स और एसओजी की टीम ने घेराबंदी शुरू कर दी थी। घेरा सख्त होता देख आतंकियों ने सुरक्षाबलों पर फायरिंग शुरू कर दी। इस पर सुरक्षाबलों ने भी जवाबी कार्रवाई करते हुए फायरिंग शुरू की। माना जा रहा है कि दो से तीन आतंकी घिरे हुए हैं।
बता दें कि दक्षिणी कश्मीर के पुलवामा जिले के कंगन इलाके में बीते हफ्ते शुक्रवार को सुरक्षाबलों ने एक आतंकी को मार गिराया था। जिसकी पहचान मुसाविर हसन वानी के रूप में हुई। वह बीटेक का छात्र था। उसका आतंकी हिजबुल से संपर्क बताया जा रहा है। वहीं, अप्रैल महीने की शुरुआत नें अनंतनाग और शोपियां जिलों में आतंकवादी संगठनों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की गई थी, जिसमें तीन आतंकवाद निरोधक अभियानों में 12 आतंकवादियों को मार गिराया गया था। हालांकि इस अभियान में सेना के तीन जवान शहीद हो गए थे और चार आम लोगों को भी जान गंवानी पड़ी थी।