नयी दिल्ली, 14 अगस्त मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) ने देश के बंटवारे के समय के लोगों के संघर्षों एवं बलिदान की याद में ‘विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस’ मनाने की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की घोषणा को लेकर शनिवार को सरकार पर निशाना साधा।
माकपा महासचिव सीताराम येचुरी ने कहा कि बंटवारा बहुत ही भयावह अनुभव था और एक स्थान से दूसरे स्थान पर सबसे ज्यादा पलायन हुआ, इसके बावजूद भारत ने अपने धर्मनिरपेक्ष ताने-बाने को बनाए रखा। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान एक इस्लामिक देश बना, लेकिन भारत ने उसकी प्रतिबंबित छवि के तौर पर हिंदू राष्ट्र बनना स्वीकार नहीं किया और वह एक धर्मनिरपेक्ष लोकतांत्रिक गणराज्य बना।
उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार का यह फैसला पाकिस्तान की प्रतिबिंबित छवि को हकीकत में बदलता नजर आ रहा है, जो संविधान के विपरीत है।
प्रधानमंत्री मोदी ने शनिवार को घोषणा की कि 14 अगस्त को लोगों के संघर्षों एवं बलिदान की याद में विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस के रूप में मनाया जाएगा और कहा कि बंटवारे के दर्द को कभी भी भुलाया नहीं जा सकता।
मोदी ने कहा कि विभाजन के कारण हुई हिसा और नासमझी में की गई नफरत से लाखों लोग विस्थापित हो गए और अनेक लोगों ने जान गंवा दी।
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