गणतंत्र दिवस पर भारत नहीं आएंगे ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन, जानिए कारण

By सतीश कुमार सिंह | Updated: January 6, 2021 11:56 IST2021-01-05T17:55:47+5:302021-01-06T11:56:03+5:30

गणतंत्र दिवस के अवसर पर बोरिस जॉनसन मुख्य अतिथि थे। रायटर्स के मुताबिक, कोरोना के नए स्ट्रेन के चलते उन्होंने अपना भारत दौरा रद्द किया है, इस पर उन्होंने खेद भी जताया है।

covid republic day united kingdom pm boris johnson cancels visit to india | गणतंत्र दिवस पर भारत नहीं आएंगे ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन, जानिए कारण

वायरस की गंभीर स्थिति के मद्देनजर भारत का दौरा रद्द किया। (file photo)

Highlightsबोरिस जॉनसन ने अपने देश में कोरोना वायरस की गंभीर स्थिति के मद्देनजर भारत का दौरा रद्द किया।कोरोना के नए स्ट्रेन के चलते उन्होंने अपना भारत दौरा रद्द किया है।

नई दिल्लीः ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने अपने देश में कोरोना वायरस की गंभीर स्थिति के मद्देनजर भारत का दौरा रद्द किया।

ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन को गणतंत्र दिवस परेड के लिए मुख्य अतिथि के तौर पर आमंत्रित किया गया था। जॉनसन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बात कर अपना दौरा रद्द करने के लिए खेद प्रकट किया। इस साल गणतंत्र दिवस के अवसर पर बोरिस जॉनसन मुख्य अतिथि थे।

रायटर्स के मुताबिक, कोरोना के नए स्ट्रेन के चलते उन्होंने अपना भारत दौरा रद्द किया है, इस पर उन्होंने खेद भी जताया है। ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन साल 2021 में भारत के गणतंत्र दिवस समारोह में मुख्य अतिथि थे।

ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने अपने देश में कोरोना वायरस की गंभीर स्थिति के मद्देनजर जनवरी में प्रस्तावित भारत का दौरा रद्द कर दिया है। ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन को 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस परेड के लिए मुख्य अतिथि के तौर पर आमंत्रित किया गया था।

अधिकारियों ने बताया कि जॉनसन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बात कर महामारी की स्थिति के कारण अपना दौरा रद्द करने के लिए खेद प्रकट किया। गौरतलब है कि ब्रिटेन में कोरोना वायरस के नये स्वरूप (स्ट्रेन) का संक्रमण फैल रहा है। यह पहले से अधिक संक्रामक बताया जा रहा है।

कोरोना वायरस के नए स्ट्रेन के तेजी से फैलते खतरे के बीच ब्रिटेन ने सख्त लॉकडाउन लागू किया है और मंगलवार को प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने कहा कि संक्रमण जितनी तेजी से फैल रहा है वह ‘‘बहुत दुखी करने वाला और चिंताजनक’’ है और फिलहाल देश के अस्पतालों पर महामारी का सबसे ज्यादा दबाव है।

ब्रिटेन का कानून बुधवार सुबह से प्रभावी होगा

महामारी की नयी लहर से निपटने के लिए सभी स्कूलों और व्यवसायों को बंद करने संबंधी स्कॉटलैंड का नया कानून मंगलवार से प्रभावी हुआ जबकि ब्रिटेन का कानून बुधवार सुबह से प्रभावी होगा। इसबीच, जॉनसन ने लोगों से अनुरोध किया है कि वे घर से काम करने के नियमों का कड़ाई से पालन करें।

नए कानून के फरवरी मध्य तक प्रभावी रहने की संभावना है। टीकाकरण और संक्रमण की दर के आधार पर इसकी समीक्षा की जाएगी। सोमवार की रात टीवी पर देश के नाम संबोधन में जॉनसन ने कहा, ‘‘हमारे वैज्ञानिकों ने पुष्टि की है कि नया स्ट्रेन (प्रकार) 50 से 70 प्रतिशत तक ज्यादा संक्रामक है... इसका अर्थ है कि आपके इससे संक्रमित होने और दूसरों को संक्रमित करने की आशंका बहुत-बहुत ज्यादा है।’’

राष्ट्रव्यापी सख्त लॉकडाउन लागू करना होगा

उन्होंने कहा, ‘‘हमें राष्ट्रव्यापी सख्त लॉकडाउन लागू करना होगा ताकि इस स्ट्रेन को नियंत्रित कर सकें। इसका अर्थ है कि सरकार एक बार फिर आपको घर के भीतर रहने का निर्देश दे रही है। आप कानूनी मंजूरी के तहत सिर्फ कुछ ही कारणों से जैसे जरूरी चीजों की खरीददारी के लिए, अगर आप बिल्कुल घर से काम नहीं कर पा रहे हों तो तो दफ्तर जाने के लिए, इलाज या जांच के लिए या फिर घरेलू हिंसा से बचने के लिए घर से बाहर निकल सकते हैं।’’

वेल्स और नॉर्दन आयरलैंड के विकसित क्षेत्र पहले से ही दिसंबर के मध्य से सख्त लॉकडाउन के तहत हैं। ताजा आंकड़ों के अनुसार, सिर्फ इंग्लैंड में कोविड-19 के मरीजों में पिछले एक सप्ताह में करीब एक तिहाई वृद्धि हुई है और उनकी संख्या करीब 27,000 हो गई है। यह संख्या अप्रैल में महामारी जब चरम पर थी उसके मुकाबले 40 प्रतिशत ज्यादा है। 29 दिसंबर को ब्रिटेन में 80,000 हजार से ज्यादा लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आयी है। 

(एजेंसी इनपुट)

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