नागपुरः चिकित्सकों का मानना है कि कोविड का सर्वाधिक खतरा बुजुर्गों, ब्लडप्रेशर, मधुमेह, किडनी व हृदय रोग से पीड़ितों को है.
लिहाजा सरकार ने तीसरे चरण में उनका सामवेश टीकाकरण के लिए किया है. जानकारी के अभाव में कई लाभार्थी टीका लगाने के लिए आगे नहीं आ रहे हैं. हर किसी को बिना किसी संदेह के टीका लगवाना चाहिए. उल्लेखनीय है कि टीकाकरण के तीसरे चरण के तहत 60 साल से ऊपर के नागरिकों व गंभीर रोग से पीड़ितों को वैक्सीन लगाई जा रही है.
अब तक 35 हजार बुजुर्ग व गंभीर रोग से पीड़ित 10 हजार लोगों ने टीका लगावाया है. इसके लिए शहर के शासकीय व निजी अस्पतालों में 55 केंद्र व ग्रामीण में 15 केंद्र बनाए गए हैं. वैक्सीन लगावाने को लेकर लोगों में कई तरह की शंकाएं हैं. इसे देखते हुए लोकमत समाचार ने शहर के डॉक्टरों से चर्चा की.
उन्होंने कहा कि वैक्सीन सुरक्षित है. इससे किसी को कोई खतरा नहीं है. डॉ. संजय कोलते ने कहा कि किडनी की समस्या से ग्रस्त रोगियों में रोग प्रतिरोधक क्षमता कम होती है. ऐसे में उन्हें संक्रमण होने का खतरा अधिक होता है. इसे टालने के लिए हर किसी को टीका लगवाना चाहिए.
बुखार आने पर चिंता न करें डॉ. पिनाक दंदे ने कहा कि वैक्सीन लगाने के बाद बुखार आना, टीका वाले स्थान पर खुजली होना, हाथ में दर्द, थकावट आदि समस्या हो सकती है. यह एक सामान्य प्रतिक्रिया है. लिहाजा चिंता नहीं करना चाहिए. अब तक कोई गंभीर दुष्परिणाम होने की बात सामने नहीं आई है. लाभार्थियों को वैक्सीन लगाना चाहिए.
वैक्सीन का दुष्परिणाम नहींः डॉ. आनंद संचेती ने कहा कि हृदय रोग या मधुमेह से पीडि़तों को कोविड वैक्सीन लेने में कोई दिक्कत नहीं है. वैक्सीन का कोई दुष्परिणाम नहीं होता. उल्टे वैक्सीन नहीं लगवाने पर रिस्क बढ़ाना है. लिहाजा हर किसी को टीका लगवाना चाहिए.