लाइव न्यूज़ :

Covid 19 Vaccine: मार्च तक आ जाएंगे कोरोना वायरस के कई टीके, भारत में तीन टीकों का परीक्षण अंतिम चरण में

By हरीश गुप्ता | Updated: October 27, 2020 06:43 IST

Covid 19 Vaccine: दुनिया भर के कई देशों में कोविड-19 के टीके पर तेजी से काम जारी है। दुनिया के करीब 10 टीकों के ट्रायल्स से उत्साहजनक नतीजे मिले हैं। भारत भी इस रेस में पीछे नहीं है।

Open in App
ठळक मुद्देदुनियाभर में कोरोना महामारी के खिलाफ 10 टीकों के ट्रायल्स के उत्साहजनक नतीजेचीन के भी पांच टीकों का 20 देशों में परीक्षण जारी, एक टीके का परिणाम उत्साहवर्द्धक

देश में मार्च तक कोविड- 19 के कम से कम तीन टीके उपलब्ध होंगे. दुनियाभर में इस महामारी के खिलाफ 10 टीकों के ट्रायल्स से उत्साहजनक समाचार मिल रहे हैं. विभिन्न देशों और विश्वस्तरीय एजेंसियों से जीवंत संपर्क में मौजूद प्रधानमंत्री के टीके संबंधी टास्क फोर्स को उम्मीद है कि मार्च तक कम से कम तीन-चार टीके उपलब्ध हो जाएंगे.

टास्क फोर्स के प्रमुख डॉ. वी.के.पॉल ने हाल ही में टीकों की उपलब्धता का जायजा लिया. भारत में तीन टीके तीसरे दौर के ट्रायल्स से गुजर रहे हैं, जबकि विदेशों में 10 टीकों का ट्रायल तीसरे दौर में है. इसके अलावा चीन के पांच टीकों का 20 देशों में परीक्षण चल रहा है और एक टीके के परिणाम उत्साहवर्द्धक हैं.

पिछले सप्ताह ही चीनी टीका लेने वाले संयुक्त अरब अमीरात के मंत्री की हालत में सुधार देखा जा रहा है. भारत बायोटेक-आईसीएमआर का संयुक्त उपक्रम कोवैक्सीन, जायडस कैडिला (दूसरा चरण) और सीरम-एस्ट्रेजेनका का कोविशील्ड तीसरे चरण में हैं.

हैदराबाद की कंपनी बायोलॉजिकल ई भी अपने टीके का परीक्षण कर रही है. रूस का स्पूतनिक वी टीका दूसरे से तीसरे चरण के ट्रायल में प्रवेश करने वाला है. इस वक्त दुनियाभर में 154 टीके प्री-क्लीनिकल ट्रायल के चरण में हैं तो 44 क्लीनिकल ट्रायल्स में. इनमें से 10 का ट्रायल तीसरे चरण में पहुंच चुका है.

माउंट सिनाई अमेरिका के इकेन स्कूल ऑफ मेडिसिन के वैक्सीनोलॉजी के प्रो. फ्लोरियन क्रेमर , क्रिश्चियन मेडिकल कॉलेज वेल्लोर के डॉ. गगनदीप कंग और अन्य विशेषज्ञों ने हाल ही में एक वेबिनार के दौरान कहा कि टीका जल्द ही उपलब्ध होगा. लाइसेंस मिलने के बाद टीका बाजार में उपलब्ध होगा, लेकिन इससे पहले भी उसे कई बाधाओं को पार करना होगा.

पूरे देश के टीकाकरण में एक वर्ष उच्चस्तरीय राष्ट्रीय विशेषज्ञ समूह यह तय करने में जुटा है कि कोविड-19 का टीका पहले किसे और कैसे दिया जाना है. एम्स के डायरेक्टर डॉ. रणदीप गुलेरिया के मुताबिक पूरे देश को टीका लगाने के लिए कम से कम एक साल का वक्त लगेगा.

उन्होंने कहा कि भारत को टीके के वितरण की योजना को वक्त के साथ बदलते रहना होगा. यह ध्यान रखना होगा कि देश के लिए क्या बेहतर है. अन्य विशेषज्ञों की राय में यह भी देखना होगा कि टीके का असर कितने वक्त तक रहेगा.

टॅग्स :कोरोना वायरसकोविड-19 इंडियाकोवाक्सिनकोरोना वायरस इंडिया
Open in App

संबंधित खबरें

स्वास्थ्यCOVID-19 infection: रक्त वाहिकाओं 5 साल तक बूढ़ी हो सकती हैं?, रिसर्च में खुलासा, 16 देशों के 2400 लोगों पर अध्ययन

भारत'बादल बम' के बाद अब 'वाटर बम': लेह में बादल फटने से लेकर कोविड वायरस तक चीन पर शंका, अब ब्रह्मपुत्र पर बांध क्या नया हथियार?

स्वास्थ्यसीएम सिद्धरमैया बोले-हृदयाघात से मौतें कोविड टीकाकरण, कर्नाटक विशेषज्ञ पैनल ने कहा-कोई संबंध नहीं, बकवास बात

स्वास्थ्यमहाराष्ट्र में कोरोना वायरस के 12 मामले, 24 घंटों में वायरस से संक्रमित 1 व्यक्ति की मौत

स्वास्थ्यअफवाह मत फैलाओ, हार्ट अटैक और कोविड टीके में कोई संबंध नहीं?, एम्स-दिल्ली अध्ययन में दावा, जानें डॉक्टरों की राय

भारत अधिक खबरें

भारतसिरसा जिलाः गांवों और शहरों में पर्याप्त एवं सुरक्षित पेयजल, जानिए खासियत

भारतउत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोगः 15 विषय और 7466 पद, दिसंबर 2025 और जनवरी 2026 में सहायक अध्यापक परीक्षा, देखिए डेटशीट

भारतPariksha Pe Charcha 2026: 11 जनवरी तक कराएं पंजीकरण, पीएम मोदी करेंगे चर्चा, जनवरी 2026 में 9वां संस्करण

भारत‘सिटीजन सर्विस पोर्टल’ की शुरुआत, आम जनता को घर बैठे डिजिटल सुविधाएं, समय, ऊर्जा और धन की बचत

भारतआखिर गरीब पर ही कार्रवाई क्यों?, सरकारी जमीन पर अमीर लोग का कब्जा, बुलडोजर एक्शन को लेकर जीतन राम मांझी नाखुश और सम्राट चौधरी से खफा