शोध: कोरोना के 'डेल्टा' वेरिएंट ने बढ़ाई चिंता, वैक्सीन के दोनों डोज लेने वाले भी हो सकते हैं संक्रमित
By रुस्तम राणा | Published: November 24, 2021 08:20 AM2021-11-24T08:20:04+5:302021-11-24T08:23:18+5:30
स्टडी में यह भी कहा गया है कि यह कोराना का डेल्टा वेरिएंट अन्य वेरिएंट के मुकाबले तेजी से फैल सकता है और कोरोना से ठीक हुए मरीजों को दोबारा संक्रमित कर सकता है। ऐसे में डेल्टा वेरिएंट के लिए एक टीके और इसकी रोकथाम और नियंत्रण के लिए एक रणनीति की आवश्यकता है।
कोरोना वायरस से जुड़े एक अध्ययन में यह पता लगा है कि कोविड-19 का डेल्टा वेरिएंट का खतरनाक है। कोरोना वायरस का यह नया रूप वैक्सीन के दोनों डोज लेने वालों को भी अपनी चपेट में ले सकता है। साथ ही स्टडी में यह भी कहा गया है कि यह वेरिएंट अन्य वेरिएंट के मुकाबले तेजी से फैल सकता है और कोरोना से ठीक हुए मरीजों को दोबारा संक्रमित कर सकता है। ऐसे में डेल्टा वेरिएंट के लिए एक टीके और इसकी रोकथाम और नियंत्रण के लिए एक रणनीति की आवश्यकता है।
देश की बड़ी संस्थाओं ने किया अध्ययन
कोरोना से जुड़ी इस स्टडी को दिल्ली के दो अस्पतालों में INSACOG (इंडियन सार्स कोव-2 जियोनोमिक्स कॉन्सोर्टियम), CSIR (काउंसिल ऑफ साइंटिफिक एंड इंडस्ट्रीयल रिसर्च) और नेशनल सेंटर फॉर डिसिस कंट्रोल के शोधाकर्ताओं के द्वारा की गई है। दरअसल इस अध्ययन में शोधकर्ताओं ने स्वास्थ्य कर्मियों में सामने आए संक्रमण के 113 ब्रेक थ्रू मामलों का अध्ययन किया।
ऐसे किया गया शोध
इसके लिए उन्होंने संभावित ट्रांसमिशन नेटवर्क बनाया और वायरस जीनोम सीक्वेंस डाटा को विश्लेषित किया। अध्ययन में शोधकर्ताओं के द्वारा ज्यादा खतरे वाले उन मामलों की पहचान की गई, जिसमें संक्रमित व्यक्ति का पूर्ण टीकाकरण हुआ हो। साथ ही उन मामलों की भी पहचान की गई जिसमें दो व्यक्तियों के बीच वायरस संक्रमण का खतरा था, और जिन्होंने वैक्सीन की दो डोज ले रखी हो
श्रीलंका में मिला डेल्टा का नया वेरिएंट
वहीं पड़ोसी देश श्रीलंका में बीते 19 नवंबर को कोविड-19 के डेल्टा वेरिएंट के नए प्रकार बी.1.617.2.एवाई 104 का पता चला, जो इस देश में सामने आया कोरोना वायरस का तीसरा बदला हुआ स्वरूप है। सार्स-सीओवी-2 का डेल्टा (बी.1.617.2) स्वरूप अत्यंत संक्रामक है और दुनियाभर में संक्रमण के मामले तेजी से बढ़ने के पीछे मुख्य कारण है। यहां तक कि बड़ी संख्या में वैक्सीनेटेड लोगों पर भी इसके प्रभाव दिखाई दिये हैं।
रूस सहित पश्चिमी देशों में फिर बढ़े मामले
रूस और पश्चिमी देशों में कोरोना के मामलों में बढ़ोतरी देखने को मिल रही है। कई जगहों पर इस संक्रमण की रोकथाम के लिए लॉकडाउन भी लगाए जा रहे हैं। रूस में कोरोना का प्रभाव तेजी से फैल रहा है।